KBC 17 कंट्रोवर्सी: 10 साल के बच्चे की 'बदतमीजी' पर मचा बवाल, बिग बी का रिएक्शन वायरल!

Amitabh Bachchan social media post on overconfidence

 
Amitabh Bachchan social media post on overconfidence

KBC contestant leaves with zero prize money

'कौन बनेगा करोड़पति 17' (KBC 17) का एक हालिया एपिसोड अचानक सुर्खियों में आ गया है—वजह? शो में शामिल एक 10 साल के बच्चे की अमिताभ बच्चन के साथ हुई बातचीत, जिसे दर्शकों ने बदतमीजी और ओवरकॉन्फिडेंस का नाम दे दिया है। इस पूरे वाकये ने सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त बहस छेड़ दी है, और अब खुद अमिताभ बच्चन ने भी इस पर अपना रिएक्शन दिया है।

आइए जानते हैं, पूरा मामला क्या है, लोगों की राय क्या है, और क्यों ये एपिसोड एक बड़ी बहस की वजह बन गया है।

क्या हुआ था KBC 17 के उस वायरल एपिसोड में?

ये एपिसोड KBC के ‘किड्स वीक’ स्पेशल का हिस्सा था। गुजरात के गांधीनगर से आए 10 साल के इशित भट्ट, जो क्लास 5 के छात्र हैं, ने हॉट सीट पर बैठते ही अपनी स्मार्टनेस और कॉन्फिडेंस से सबको प्रभावित किया।

लेकिन जैसे-जैसे गेम आगे बढ़ा, इशित का रवैया थोड़ा अलग नज़र आने लगा:

  • जब अमिताभ बच्चन ने नियम समझाने शुरू किए, तो इशित ने बीच में टोकते हुए कहा:
    "सर, मुझे रूल्स पता हैं, आप मत बताइए!"

  • कई सवालों में उसने ऑप्शन्स सुने बिना ही जवाब देना शुरू कर दिया।
    एक सवाल पर तो उसने कहा:
    "सर, एक क्या, चार लॉक कर दो। लेकिन लॉक करो!"

  • 'रामायण' से जुड़े एक सवाल पर जब वह अटक गया, तो बोला:
    "अरे, ऑप्शन डालो!"

इस तरह की बातें सुनने में भले ही मज़ेदार लगीं, लेकिन दर्शकों और नेटिज़न्स को उसकी टोन रूड और असम्मानजनक लगी। इशित ने कुछ कमेंट्स भी किए जैसे:
"बिग बी अंकल, आप भी तो गलती करते हो ना!"
हालांकि अमिताभ बच्चन ने पूरे समय संयम बनाए रखा और मुस्कुराते रहे। अंत में इशित कोई भी प्राइज़ मनी जीते बिना शो से बाहर हो गया।

सोशल मीडिया पर भड़के लोग, पैरेंटिंग पर सवाल

जैसे ही ये एपिसोड प्रसारित हुआ, वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम, और रेडिट पर हज़ारों कमेंट्स आने लगे।

कुछ यूज़र्स ने कहा:

🗨️ "बच्चा है, गलती हो जाती है।"
🗨️ "थोड़ा ओवरकॉन्फिडेंस था, लेकिन नादानी भी थी।"

लेकिन अधिकतर रिएक्शंस में नाराज़गी थी:

"Very satisfying ending! Not saying this about the kid, but the parents. If you can't teach your kids humility, patience, and manners, they turn out to be such rude overconfident lot. Not winning a single rupee will surely pinch them for a long time."

"बच्चों को पढ़ाओ-लिखाओ, लेकिन साथ में संस्कार भी सिखाओ। बच्चन साहब की जगह मैं होता तो शायद इतना पेशेंस नहीं रख पाता।"

"Knowledge जरूरी है, लेकिन मैनर्स ज़्यादा जरूरी हैं।"

अमिताभ बच्चन का रिएक्शन: एक सॉफ्ट रिमाइंडर

विवाद के बाद, खुद अमिताभ बच्चन ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा:

"कुछ कहने को नहीं, बस स्तब्ध।"
"कोई गुस्सा नहीं, कोई ब्लेम नहीं। बच्चे बच्चे होते हैं, सीखते जाते हैं।"

इस शांत और परिपक्व जवाब ने फैंस का दिल जीत लिया। पोस्ट पर लाखों लाइक्स और रीट्वीट्स आए। फैंस ने बिग बी की विनम्रता और पेशेंस की तारीफ करते हुए लिखा:

🟢 "आपका पेशेंस गोल्डन है!"
🟢 "यही असली स्टारडम है।"

हालांकि कई यूज़र्स ने फिर से पैरेंट्स को ही टारगेट किया और इसे 'पुअर पैरेंटिंग' का नतीजा बताया।

क्या वाकई ये बदतमीजी थी या ओवरकॉन्फिडेंस?

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है—क्या ये एक मासूम बच्चे की नादानी थी या आज की पैरेंटिंग में संस्कारों की कमी का उदाहरण?

विशेषज्ञ मानते हैं कि:

  • कॉन्फिडेंस जरूरी है, लेकिन अगर वो रिस्पेक्ट के साथ न हो, तो वो एरोगेंस बन जाता है।

  • खासकर भारतीय संस्कृति में, बड़ों को सम्मान देना शुरू से सिखाया जाता है।

KBC जैसे प्रतिष्ठित शो और अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज के सामने 'रूल्स मत बताइए' कहना... दर्शकों को यह सहज नहीं लगा।

निष्कर्ष: सीख सबके लिए

इशित भट्ट का KBC अनुभव एक बड़ा लेसन बन गया है—बच्चों के लिए, माता-पिता के लिए और शायद हम सभी के लिए।

✅ कॉन्फिडेंस अच्छा है, लेकिन मैनर्स ज़रूरी हैं।
✅ बच्चों को सिर्फ जानकारी नहीं, संस्कार भी दें।
✅ टीवी पर आने वाला हर मोमेंट, एक पब्लिक लेसन बन सकता है।

एक हालिया ऑनलाइन सर्वे के मुताबिक, 70% लोगों का मानना है कि मैनर्स किसी भी उपलब्धि से ज्यादा अहम हैं।

आपकी राय क्या है?

क्या इशित का बर्ताव सिर्फ बचपना था या सही में उसे सीमाएं पार नहीं करनी चाहिए थीं? क्या सोशल मीडिया का गुस्सा जायज़ है? और पैरेंट्स की क्या भूमिका होती है ऐसे मामलों में?

💬 नीचे कमेंट करें और बताएं—आप क्या सोचते हैं?aa

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