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Abhijeet Bhattacharya comments on Mahatma Gandhi : Mahatma Gandhi है पाकिस्तान के राष्ट्रपिता, अभिजीत भट्टाचार्य ने क्यों किये ऐसे बयान

 Did Mahatma Gandhi divided India and Pakistan 

 
Abhijeet Bhattacharya comments on Mahatma Gandhi

ग्लैमरस की दुनिया में ऐसे कई सितारे है जो अपने बयानों को लेकर अक्सर ही चर्चा में रहते है, कभी उनके निशाने पर bollywood stars होते है कभी politicians तो कभी हमारे देश के महान लोग जैसे महात्मा गाँधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू, भले ही गाँधी जी का हाथ हमारे देश को आजाद कराने मे सबसे आगे रहा लेकिन कही ना कही इस विख्यात नाम के पीछे वो शहीद और नवजावानो के नाम आज भी किसी पेपर मे ही छुपे रह गए जिन्होंने देश को गुलामी से आजादी की ओर बढ़ाया और फिर खुद  इस देश के लिए कुर्बान हो गए, वैसे तो हमेशा आप बापू यानि महात्मा गाँधी का नाम अच्छाई के लिए ही सुनते है लेकिन इन्ही अच्छाई के पीछे कुछ ऐसे राज छुपे है जिनकी वजह से कुछ लोग आज भी उनकी आलोचना करते है, तो आज हम बात करने वाले हैं बॉलीवुड के मशहूर सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य के उस बयान की, जिसने सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनल्स तक तहलका मचा दिया है। इंदिरा गांधी, पाकिस्तान, बांग्लादेश की बात करते-करते उन्होंने महात्मा गांधी पर ऐसा कुछ कह दिया, जिसके बाद विवादों का सिलसिला शुरू हो गया। तो आखिर क्या है पूरा मामला ? इस वीडियो में हम करेंगे पूरी पड़ताल। अगर आपको ऐसे कॉन्ट्रोवर्सी वाले टॉपिक्स पसंद हैं, तो लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें। चलिए शुरू करते हैं!

तो बात शुरू होती है एक पॉडकास्ट से, जहां अभिजीत भट्टाचार्य ने खुलकर अपनी राय रखी। इस पॉडकास्ट में वो इंदिरा गांधी, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वो महात्मा गांधी से ज्यादा इंदिरा गांधी को मानते हैं, क्योंकि उनके मुताबिक इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश बनाया। लेकिन यही बात आगे बढ़ी और उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर ऐसा बयान दे दिया, जिसने सबको चौंका दिया है ।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत के नहीं, बल्कि पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे। उनके मुताबिक, गांधी जी ने पाकिस्तान बनाया, और भारत तो पहले से ही था। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि गांधी जी का बार-बार नाम लेने से उनकी पब्लिसिटी होती है, इसलिए वो ऐसा नहीं करते। बस, यहीं से बवाल शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर लोग दो तरफ़ा हो  गए। कुछ लोग उनके बयान की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ उनकी कड़ी आलोचना। 


ये पहली बार नहीं है जब अभिजीत भट्टाचार्य किसी विवाद में फंसे हैं। वो अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। चाहे वो शाहरुख खान पर तंज कसना हो, सलमान खान को लेकर कमेंट करना हो, या फिर पाकिस्तानी सिंगर्स को बॉलीवुड में मौका देने की बात, अभिजीत हमेशा अपनी बात बिना किसी डर के रखते हैं। 
पिछले साल भी उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर ऐसा ही बयान दिया था, जब उन्होंने कहा था कि म्यूजिक कंपोजर आरडी बर्मन गांधी जी से बड़े थे। उस वक्त भी उनके खिलाफ पुणे के एक वकील ने लीगल नोटिस भेजा था। और अब एक बार फिर, उनका ताजा बयान चर्चा में है।

 सवाल ये है कि क्या अभिजीत जानबूझकर ऐसे बयान देते हैं ताकि सुर्खियों में रहें, या फिर वो सचमुच ऐसा सोचते हैं ? आप क्या मानते हैं? कमेंट में जरूर बताएं।


अब बात करते हैं इस बयान के बाद के माहौल की। जैसे ही ये बयान सामने आया, सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। कुछ यूजर्स ने लिखा, अभिजीत ने सच बोला, इतिहास को देखो। वहीं, दूसरी तरफ लोगों ने उन्हें ट्रोल करते हुए कहा, राष्ट्रपिता पर ऐसी बात करना शर्मनाक है। कुछ मीम्स भी वायरल हुए, जिसमें अभिजीत को कॉन्ट्रोवर्सी का किंग बताया गया। 

कांग्रेस पार्टी ने भी इस बयान पर कड़ा रुख अपनाया। उनके एक नेता ने कहा कि ऐसे बयान स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान हैं। वहीं, बीजेपी समर्थकों में से कुछ ने अभिजीत के बयान को सही ठहराने की कोशिश की। लेकिन कुल मिलाकर, ये बयान एक बड़े डिबेट का कारण बन गया। लोग अब इतिहास को फिर से खंगाल रहे हैं कि आखिर गांधी जी का पाकिस्तान के बनने में क्या रोल था। 


चलिए, अब थोड़ा इतिहास की बात करते हैं, ताकि हम समझ सकें कि अभिजीत का बयान कितना सही या गलत है। 1947 में जब भारत का बंटवारा हुआ, तब महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक आंदोलन चलाया था। लेकिन वो बंटवारे के खिलाफ थे। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर दिया, पर आखिरकार जिन्ना और मुस्लिम लीग की मांग के आगे पाकिस्तान बन ही गया। 

दूसरी तरफ, अभिजीत ने इंदिरा गांधी को बांग्लादेश बनाने का क्रेडिट दिया। ये बात सही है कि 1971 में इंदिरा गांधी की अगुवाई में भारत ने बांग्लादेश लिबरेशन वॉर में अहम रोल निभाया, जिसके बाद बांग्लादेश एक अलग देश बना। लेकिन क्या इसका मतलब ये है कि गांधी जी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता कहना सही है ? ये एक ऐसा सवाल है, जिस पर इतिहासकार भी बंटे हुए हैं। 

अब सवाल ये है कि इस बयान का अभिजीत पर क्या असर होगा ? पिछले अनुभव को देखें, तो उनके खिलाफ पहले भी लीगल नोटिस भेजा गया था। इस बार भी कुछ लोग कह रहे हैं कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन अभिजीत का रवैया देखकर लगता नहीं कि वो अपने बयान से पीछे हटेंगे। 

साथ ही, ये भी देखना होगा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री इस पर क्या रिएक्शन देती है। क्या उनके गानों पर इसका असर पड़ेगा ? या फिर ये विवाद कुछ दिनों में ठंडा हो जाएगा? आप क्या सोचते हैं? 

तो दोस्तों, ये थी अभिजीत भट्टाचार्य के ताजा विवाद की पूरी कहानी। इंदिरा गांधी, पाकिस्तान, बांग्लादेश और महात्मा गांधी - एक बयान ने इतना बड़ा बवाल खड़ा कर दिया। आप इस बारे में क्या सोचते हैं ? क्या अभिजीत का बयान सही था, या उन्हें ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए थीं? कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें। 

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