ED issues notice to Mahesh Babu in money laundering case linked to real estate scam : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुरे फंसे Mahesh Bab
Mahesh Babu ED Case

साउथ सिनेमा के सुपरस्टार, टॉलीवुड के प्रिंस, महेश बाबू के बारे में। लेकिन इस बार खबर फिल्मों की नहीं, बल्कि एक सनसनीखेज मनी लॉन्ड्रिंग केस की है, जिसमें महेश बाबू का नाम सामने आया है। जी हां, आपने सही सुना! Enforcement Directorate, यानी ED, ने महेश बाबू को notice भेजा है और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। आखिर क्या है ये पूरा मामला? क्या महेश बाबू वाकई किसी बड़े घोटाले में फंस गए हैं? या फिर ये सिर्फ एक गलतफहमी है? चलिए, इस वीडियो में हम इस खबर की तह तक जाते हैं। तो वीडियो को लास्ट तक देखें, और अगर आपको हमारा कंटेंट पसंद आए, तो लाइक, शेयर और सब्सक्राइब जरूर करें। चलिए शुरू करते हैं!"
ये मामला शुरू होता है हैदराबाद की दो बड़ी Real Estate कंपनियों—Sai Surya Developers और Surana Group —से। ये दोनों कंपनियां लंबे समय से ED की रडार पर थीं, क्योंकि इन पर Investors को ठगने और Money Laundering जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। खबरों के मुताबिक, इन कंपनियों ने फर्जी डायरेक्टर्स और शेल कंपनियों का इस्तेमाल करके बैंकों से लिए गए लोन को गलत तरीके से डायवर्ट किया। इतना ही नहीं, इन कंपनियों ने सिंगापुर, केमैन आइलैंड्स, और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स जैसी जगहों पर फर्जी कंपनियां बनाकर पैसे को लॉन्डर करने का काम किया। 2022 में ED ने सुराना ग्रुप के प्रमोटर्स—दिनेश चंद सुराना और विजय राज सुराना—को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, साई सूर्या डेवलपर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश चंद्रगुप्ता के घर से cash और कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए। लेकिन सवाल ये है कि इस पूरे मामले में महेश बाबू का नाम कैसे आया? आखिर एक सुपरस्टार का रियल एस्टेट घोटाले से क्या कनेक्शन हो सकता है? चलिए, अब इसकी डिटेल्स में जाते हैं।"
lates खबरों के मुताबिक, ED ने महेश बाबू को 27 या 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर ED को महेश बाबू से क्या चाहिए? दरअसल, जांच में पता चला है कि महेश बाबू ने साई सूर्या डेवलपर्स और सुराना ग्रुप के प्रोजेक्ट्स को प्रमोट करने के लिए कुल 5.9 करोड़ रुपये लिए थे। इनमें से 3.4 करोड़ रुपये चेक के जरिए और 2.5 करोड़ रुपये नकद में दिए गए। ED को शक है कि ये 2.5 करोड़ रुपये की नकद राशि लॉन्डर्ड मनी का हिस्सा हो सकती है, यानी ये पैसा उन फ्रॉड प्रैक्टिसेज से आया हो सकता है, जिनके जरिए इन कंपनियों ने Investors को ठगा। खबरों के मुताबिक, महेश बाबू ने इन कंपनियों के Advertisements में काम किया था और उनके प्रोजेक्ट्स को Endorser किया था, जिसके चलते उनका नाम इस केस में सामने आया। लेकिन यहां एक बात साफ कर देना जरूरी है—ED ने महेश बाबू को अभी तक आरोपी नहीं बनाया है। उन्हें सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि ये पेमेंट्स कैसे और क्यों किए गए। ED ये भी जांच कर रही है कि क्या महेश बाबू को इस बात की जानकारी थी कि ये कंपनियां फ्रॉड में शामिल थीं। अब सवाल ये उठता है कि क्या महेश बाबू ने जानबूझकर इन कंपनियों को प्रमोट किया, या फिर वो खुद इस फ्रॉड का शिकार हुए? क्योंकि एक सेलिब्रिटी के तौर पर, वो शायद सिर्फ अपने ब्रांड एंडोर्समेंट का काम कर रहे थे, बिना ये जाने कि कंपनी के पीछे का सच क्या है। इस बारे में आपकी क्या राय है? कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं!"
इस पूरे विवाद के बीच महेश बाबू अपने Professional Commitments में बिजी हैं। वो इन दिनों SS राजामौली की मेगा बजट फिल्म SSMB29 की शूटिंग में व्यस्त हैं, जिसमें उनके साथ प्रियंका चोपड़ा और पृथ्वीराज सुकुमारन जैसे स्टार्स भी हैं। ये फिल्म एक जंगल एडवेंचर ड्रामा है, और फैंस को इसके लिए काफी excited है। महेश बाबू की इमेज हमेशा से एक पारिवारिक व्यक्ति और एक डेडिकेटेड एक्टर की रही है। उनके फैंस को पूरा भरोसा है कि वो इस विवाद से जल्द बाहर निकल आएंगे। लेकिन ये केस उनकी पब्लिक इमेज को कितना प्रभावित करेगा, ये तो वक्त ही बताएगा। ED की जांच में अगर कुछ बड़ा खुलासा हुआ, तो ये मामला और गंभीर हो सकता है। आपको क्या लगता है? क्या ये केस महेश बाबू के करियर पर असर डालेगा, या वो पहले की तरह अपनी चमक बरकरार रखेंगे? हमें कमेंट में जरूर बताएं।"