फराह खान का बड़ा बयान: “नेपो बेबीज को जो आसानी मिलती है, वो आउटसाइडर्स के बस की बात नहीं!” – नेपोटिज्म पर फिर छिड़ी बहस

 
Farah Khans Explosive Statement on Nepo Babies: The Pain of Outsiders in Bollywood | Nepotism Debate 2025

आज का टॉपिक है जो बॉलीवुड में हमेशा से ही टॉप पर रहा है – नेपोटिज्म! जी हां, नेपो बेबीज यानी स्टार किड्स, जो जन्म से ही सिल्वर प्लेटर पर करियर पा जाते हैं, और आउटसाइडर्स यानी वो टैलेंटेड लोग जो सड़कों पर स्ट्रगल करते हुए इंडस्ट्री में घुसने की जद्दोजहद करते हैं। और इस डिबेट में आज आई हैं बॉलीवुड की क्वीन कोरियोग्राफर और डायरेक्टर – फराह खान! हाल ही में उन्होंने अपनी दोस्त सानिया मिर्जा के पॉडकास्ट 'Serving It Up With Sania' में नेपो बेबीज पर ऐसा बयान दिया है कि सोशल मीडिया पर तहलका मच गया। फराह ने न सिर्फ आउटसाइडर्स के दर्द को बयां किया, बल्कि कहा कि वो उनकी फ्रस्ट्रेशन को पूरी तरह समझती हैं। 

सबसे पहले आइए जानते हैं कि फराह खान ने आखिर क्या कहा। 30 अक्टूबर 2025 को रिलीज हुए सानिया मिर्जा के पॉडकास्ट में फराह ने खुलकर बात की। उन्होंने कहा, "आजकल हर कोई एक स्ट्रगल स्टोरी चाहता है। लेकिन नेपो बेबीज को लेकर आउटसाइडर्स की गुस्सा और फ्रस्ट्रेशन को मैं पूरी तरह समझती हूं।" फराह ने अपनी जिंदगी के स्ट्रगल्स शेयर करते हुए बताया कि उनके पिता के निधन के बाद घर की फाइनेंशियल कंडीशन इतनी खराब हो गई थी कि उन्हें अपने भाई साजिद खान के साथ मिलकर घर का खर्च चलाना पड़ा।

याद है ना, फराह ने 'मैंने प्यार किया' और 'कभी खुशी कभी गम' जैसे सुपरहिट्स में कोरियोग्राफी से कमाई की? लेकिन उन्होंने कन्फेस किया कि आज भी उन्हें फाइनेंशियल इनसिक्योरिटी फील होती है। "मैं आउटसाइडर्स के लिए फील करती हूं। वो गुस्सा जायज है क्योंकि नेपो किड्स को वो आसानी मिल जाती है जो बाकी लोगों को सालों की मेहनत से भी नहीं मिलती। फराह खुद एक आउटसाइडर हैं – साजिद फरहाद खान की बेटी, लेकिन इंडस्ट्री में उन्होंने अपनी मेहनत से जगह बनाई।

अब सवाल ये है – नेपोटिज्म क्या है? सिंपल शब्दों में, जब स्टार पेरेंट्स अपने बच्चों को लॉन्च करते हैं, तो वो बिना स्ट्रगल के स्पॉटलाइट में आ जाते हैं। सारा अली खान, अनन्या पांडे – ये नाम तो आप जानते ही होंगे। लेकिन आउटसाइडर्स? वो तो ऑडिशन्स के चक्कर लगाते हैं, रिजेक्शन खाते हैं, और कभी-कभी तो इंडस्ट्री से बाहर हो जाते हैं। फराह का बयान इसलिए खास है क्योंकि वो इंडस्ट्री की इनसाइडर हैं। उन्होंने कहा, "हर कोई स्ट्रगल स्टोरी चाहता है क्योंकि वो इंस्पायरिंग लगती है। लेकिन रियलिटी में आउटसाइडर्स को वो चांस ही नहीं मिलता।"

 फराह के इस बयान पर सोशल मीडिया में खूब डिबेट हो रही है। #FarahOnNepo ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोग कह रहे हैं, "फाइनली कोई बोल रहा है!" तो कुछ नेपो डिफेंडर्स बोल रहे, "स्ट्रगल सबको होता है।" लेकिन ओवरऑल, आउटसाइडर्स कम्युनिटी इसे सपोर्ट कर रही है। कंगना ने तो रीट्वीट भी किया लगता है – "ट्रुथ स्पोकेन!"

तो फराह खान का ये बयान नेपोटिज्म डिबेट को नई जिंदगी दे गया। आपका क्या सोचते है इसपर ? कमेंट बॉक्स में बताएं – नेपोटिज्म सही है या गलत? 

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