थप्पड़ से डर नहीं लगता साहब, सांसदी जाने से लगता है

कंगना रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारे जाने का मामला सामने आया था
आपको याद होगा कि अभी पिछले महीने ही कंगना रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारे जाने का मामला सामने आया था. सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था. थप्पड़ मारने वाली महिला कांस्टेबल, किसानों को लेकर कंगना के दिए गए एक बयान पर उनसे नाराज़ थीं, कंगना को थप्पड़ मार कर उन्होंने अपनी नाराज़गी दूर की.. इस थप्पड़ कांड से कंगना रनौत अभी पूरी तरह से उबर भी नहीं पाईं थीं कि अब उनकी सांसदी छीने जाने की बातें चल रही हैं.
कंगना की सांसदी पर खतरा क्यों मंडरा रहा
वैसे कंगना की सांसदी पर खतरा क्यों मंडरा रहा है, अब ये जान लीजिए..दरअसल, मंडी से खड़े हुए स्वंतत्र प्रत्याशी किन्नौर के लायक राम नेगी ने अपना नामांकन रद्द करने के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका डाली है. याचिकाकर्ता नेगी ने आरोप लगाया है कि वो बतौर स्वतंत्र प्रत्याशी चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने नामांकन पत्र भी दाखिल किया था, लेकिन विभाग ने तय समय पर एनओसी नहीं दिया जिसके बाद रिटर्निंग अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज कर दिया.
कंगना रनौत को इस याचिका के बाद नोटिस भी जारी कर दिया
जिसके बाद अब हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने मंडी संसदीय क्षेत्र से एमपी कंगना रनौत को इस याचिका के बाद नोटिस भी जारी कर दिया है..21 अगस्त तक उन्हें कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करना है..इसका मतलब ये होता है कि कंगना के पास अब एक महीने से भी कम वक्त बचा है कोर्ट में अपना जवाब पेश करने के लिए..
कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए
आपको बता दें कि नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते. याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए... उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है... नेगी ने आगे कहा है कि नामांकन के दौरान उन्हें कहा गया कि सरकारी आवास को लेकर जारी बिजली, पानी और टेलीफोन के नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी देने होंगे... उन्हें ये सर्टिफिकेट देने के लिए अगले दिन तक का समय दिया गया था... अगले दिन जब उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर को कागजात सौंपे तो उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया और नामांकन को खारिज कर दिया.
मंडी लोकसभा सीट पर फिर से चुनाव होंगे
आपको बता दें कि कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था अगर कहीं कंगना का जवाब हाई कोर्ट को समझ में नहीं आया, तो ऐसा मुमकिन है कि कंगना से उनकी सांसदी छीनी जा सकती है... अगर ऐसा हुआ तो मंडी लोकसभा सीट पर फिर से चुनाव होंगे, और अगर कंगना ने दोबारा इस सीट से चुनाव लड़ा तो हो सकता है कि वो इस बार जीत न पाएं. ज़ाहिर है इस वक्त कंगना की सांसें अटकी हुई होंगी, क्योंकि उन्होंने पहले ही बॉलीवुड से झगड़ा लेकर फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर लिया है, और अब अगर राजनीति से भी वो आउट हो जाती हैं तो वो ही कहावत यहां सिद्ध हो जाएगी जो आप अभी सोच रहे हैं