Mamta Kulkarni : ममता कुलकर्णी ने क्यों छोड़ी थी बॉलीवुड, खुल गया राज़
क्या मजबूरी थी जिसकी वजह से छोड़ना पड़ा शानदार करियर?
बॉलीवुड से किनारा करने के पीछे क्या था ममता कुलकर्णी का सबसे बड़ा डर?

Mamta Kulkarni : 144 सालों बाद लगने वाले महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज संगम की रेती पर हो रहा है. महाकुंभ मेले का शुभारंभ पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी, 2025 से हुआ था, जो कि 26 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के दिन तक चलेगा... इस मेले की चर्चा न केवल देश बल्कि विदेश में हो रही है.वैसे हमारे यहां महाकुंभ सबसे ज़्यादा ट्रेंड में बना हुआ है और सारी अलग-अलग वजहों से... उन्हीं में से एक वजह हैं ममता कुलकर्णी.
वोही ममता कुलकर्णी जो 90 के दौर में बॉलीवुड की सबसे पापुलर एक्ट्रेसेज़ में से एक थीं.वोही ममता कुलकर्णी जो हिंदी सिनेमा से लेकर तमिल, तेलुगू, कनाड्डा, बंगाली और मलयालम भाषा की फिल्मों की भी जान थीं... लेकिन फिर अचानक उनकी लाइफ में एक ऐसी ट्रेजेडी हुई कि सब कुछ खत्म हो गया.
आज हम इन सभी सवालों के जवाब टटोलने की कोशिश करेंगे... लेकिन चलिए उससे पहले ये जान लेते हैं कि मौजूदा सूरत-ए-हाल में ममता कुलकर्णी की ज़िंदगी में क्या कुछ हो रहा है...किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर को लेकर विवाद के बाद ममता कुलकर्णी एक बार फिर महाकुंभ में वापस लौट आई हैं... आपको बता दूं कि 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की तरफ से महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद वो अचानक से कुंभ छोड़कर चली गई थीं... उनके वाराणसी और अयोध्या में दर्शन पूजन करने की बात सामने आई थी... कुंभ में लौटने के बाद उन्होंने भस्म लगाकर अपना श्रृंगार किया और किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर के साथ-साथ बाकि महामंडलेश्वरों का आशीर्वाद भी लिया...
आपको ये भी बता दूं कि किन्नर अखाड़े का संस्थापक कहते हुए ऋषि अजय दास ने आचार्य महामंडलेश्वर और महामंडलेश्वर के पद से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को हटा दिया था... हालांकि, बाद में अखाड़ा परिषद ने इसका खंडन करते हुए दोनों पदों पर निष्कासन की बात को गलत बताते हुए अजय दास को ही फर्जी घोषित कर दिया था... अखाड़ा परिषद ने ये साफ कर दिया था कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ही किन्नर अखाड़े की प्रमुख हैं और वो जिसको चाहे महामंडलेश्वर बन सकती हैं... इस विवाद के बाद ममता कुलकर्णी वापस लौटीं और उन्होंने भगवा रंग का कपड़ा ओढ़कर रुद्राक्ष की माला गले में धारण करते हुए भस्म से श्रृंगार किया...
खैर, अब ममता कुलकर्णी को फिर दोबारा से महामंडलेश्वर का दायित्व सौंपा जाएगा या नहीं, इसके बारे में तो फिलहाल अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन इतना तो है कि ममता कुलकर्णी ने ये ज़ाहिर कर दिया है कि उन्होंने जो संन्यास का फैसला लिया था, वो कोई ज़ल्दबाज़ी का फैसला नहीं था, बाल बल्कि दिल से लिया गया एक फैसला था...
अब आते हैं अपने सबसे बड़े सवाल की तरफ कि आखिर ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड से दूरी क्यों अख्तियार कर ली थी? देखिए ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड में ‘राम लखन’, ‘करण अर्जुन’, ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’, और ‘आंदोलन’ जैसी बड़ी हिट फिल्मों में बतौल लीड एक्ट्रेस काम किया था... इन फिल्मों में उनकी शानदार परफॉर्मेंस ने उन्हें बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज़ में शामिल कर दिया था... लेकिन इसके बाद उनका नाम कई कंट्रोवर्सीज़ से जुड़ता चला गया, जिसमें सबसे बड़ी कंट्रोवर्सी थी ड्रग डीलर विकी गोस्वामी के साथ उनके रिश्ते को लेकर...
मीडिया में ये खबर फैली थी कि ममता और विकी गोस्वामी के बीच शादी हो गई थी और ममता जेल में भी उनसे मिलने जाती थीं, क्योंकि विकी को 1997 में ड्रग ट्रैफिकिंग के आरोप में 10 साल की सज़ा सुनाई गई थी... इस पूरे मामले में ममता का नाम भी इंटरनेशनल ड्रग रैकेट से जोड़ा गया था... जिसके बाद उनकी हर जगह फजीहत होनी शुरू हो गई थी... तो ऐसे में ये कहना थोड़ा सा ग़लत होगा कि ममता ने खुद बॉलीवुड छोड़ी थी, बल्कि बॉलीवुड ने ही उनसे दूरी बना ली थी... ममता कुलकर्णी लाख क्यों न कहें कि जब उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने का फैसला लिया था तो उनके पास 43 फिल्मों के ऑफर थे, लेकिन असल बात तो ये है कि ड्रग्स केस में नाम सामने आने के बाद कोई भी डायरेक्टर या एक्टर, उनको अपनी फिल्म में लेकर तगड़े नुकसान का रिस्क नहीं लेना चाहता था...
हालांकि, ममता कुलकर्णी की मानें तो वो तो कभी विकी की पत्नी थी हीं नहीं... ममता ने माना था कि उनका विकी के साथ रिश्ता ज़रूर था, लेकिन शादी नहीं हुई थी... साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि वो पिछले चार सालों से विकी से किसी भी किस्म के कोई कांटेक्ट में नहीं हैं और न ही रखना चाहती हैं और इसीलिए उन्होंने विक्की को हर जगह से ब्लॉक कर रखा है...
ममता कुलकर्णी का ये भी कहना है कि उनकी जिंदगी अब बहुत खुशहाल है और वो किसी रियलिटी शो या फिल्मों में वापस लौटने का कोई इरादा नहीं रखतीं... फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के बाद उनकी जिंदगी में जो भी बदलाव आए, वो उन बदलावों से Satisfied हैं और अब किसी तरह की Public life नहीं जीना चाहतीं... और मुझे लगता है कि हम सभी को ममता कुलकर्णी के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए क्योंकि नए तरीके से ज़िंदगी शुरू करने का हक़ इस दुनिया में सभी को है