“हम सस्ते मज़दूर हैं”: मनोज बाजपेयी का बड़ा खुलासा – ‘द फैमिली मैन’ की अनकही सच्चाई!
Why did Manoj Bajpayee call actors cheap laborers
Manoj Bajpayee talks about low pay in OTT industry
बॉलीवुड और ओटीटी के बेहतरीन कलाकारों में से एक, मनोज बाजपेयी, एक ऐसा नाम जिसने लाखों दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई। लेकिन हाल ही में उनका एक बयान सामने आया है जिसने इंडस्ट्री की असलियत पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा:
“हमें हमारी काबिलियत के हिसाब से पैसे नहीं मिलते... हम सस्ते मज़दूर हैं।”
क्या ‘द फैमिली मैन’ जैसे ब्लॉकबस्टर शो के बावजूद मनोज को वो सम्मान और मेहनताना नहीं मिला, जिसके वो हकदार थे? चलिए, जानते हैं इस बयान के पीछे की पूरी कहानी।
🎭 मनोज बाजपेयी: संघर्ष से सुपरस्टार तक का सफर
बिहार के छोटे से गांव बेलवा से निकलकर, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) और फिर सिनेमा की दुनिया में तहलका मचाने वाले मनोज बाजपेयी ने सत्या, शूल, गैंग्स ऑफ वासेपुर, अलीगढ़ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
ओटीटी पर 'द फैमिली मैन' के श्रीकांत तिवारी के किरदार ने उन्हें फिर एक बार नेशनल फेस बना दिया, लेकिन क्या इस कामयाबी के बाद भी उन्हें वो मेहनताना मिला जो मिलना चाहिए था?
📺 ‘द फैमिली मैन’: एक सुपरहिट शो, लेकिन कलाकार को मिला कम मूल्यांकन
2019 में रिलीज़ हुई राज एंड डीके की थ्रिलर सीरीज़ द फैमिली मैन ने ओटीटी वर्ल्ड को हिला कर रख दिया। श्रीकांत तिवारी – एक आम मिडिल क्लास इंसान, लेकिन सीक्रेट एजेंट – इस ड्यूल लाइफ को मनोज बाजपेयी ने शानदार ढंग से निभाया।
2021 में आए दूसरे सीज़न में सामंथा रुथ प्रभु के साथ ये शो और बड़ा हिट साबित हुआ। लेकिन हाल ही में मनोज बाजपेयी ने ABP News को दिए इंटरव्यू में कहा:
“मुझे द फैमिली मैन के लिए उतना पैसा नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था। ओटीटी वाले सिर्फ बड़े स्टार्स को मोटा पैसा देते हैं। हम लोग सस्ते मज़दूर हैं।”
💰 बॉलीवुड vs हॉलीवुड: क्या टैलेंट की नहीं होती कदर?
मनोज बाजपेयी ने हॉलीवुड स्टार्स से तुलना करते हुए कहा कि
“जैक रायन जैसे शोज़ में हॉलीवुड एक्टर्स को करोड़ों मिलते हैं, और हम यहां कम पैसों में काम करते हैं।”
इस बयान से ये सवाल उठता है – क्या इंडियन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में भी अब “फेस वैल्यू” ही सबसे अहम बन गया है?
क्या सिर्फ फॉलोअर्स और स्टारडम देखकर ही मेहनताना तय किया जाता है?
🧠 क्यों ज़रूरी है इस मुद्दे पर बात करना?
मनोज बाजपेयी का बयान सिर्फ उनकी फीस की नहीं, बल्कि इंडस्ट्री में अनदेखे टैलेंट की अनदेखी की बात करता है।
एक ऐसा कलाकार जिसने हर किरदार को जीवंत बना दिया –
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सत्या का भीखू म्हात्रे,
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अलीगढ़ के प्रोफेसर सिरस,
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और अब द फैमिली मैन का श्रीकांत तिवारी –
इन सबके बावजूद भी उन्हें वो आर्थिक पहचान (financial recognition) नहीं मिल रही, जो मिलनी चाहिए।
🔥 ‘द फैमिली मैन 3’: क्या मिलेगा इंसाफ़?
अब फैंस को बेसब्री से इंतज़ार है 'द फैमिली मैन सीज़न 3' का, जिसकी शूटिंग 2024 में पूरी हो चुकी है और माना जा रहा है कि ये नवंबर 2025 में प्राइम वीडियो पर रिलीज़ होगा।
इस बार श्रीकांत तिवारी की टक्कर होगी पाताल लोक फेम जयदीप अहलावत से, जो एक दमदार किरदार में नज़र आएंगे।
लेकिन बड़ा सवाल ये है:
❓ क्या इस सीज़न में मनोज बाजपेयी को उनकी मेहनत के अनुसार फीस मिलेगी?
❓ या एक बार फिर उन्हें 'सस्ते मज़दूर' की तरह ट्रीट किया जाएगा?
📣 आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि इंडस्ट्री को ऐसे कलाकारों को उनकी काबिलियत के अनुसार सम्मान और मेहनताना देना चाहिए?
क्या ओटीटी का फोकस अब सिर्फ सेलिब्रिटी फेस पर रह गया है?
