एक भी नहीं बख्शा जाना चाहिए": अनुपमा फेम रूपाली गांगुली का तीखा बयान और जासूसी मामले की पूरी कहानी

"Not even one should be spared": Anupamaa fame Rupali Ganguly's scathing statement and the full story of the espionage case
 
एक भी नहीं बख्शा जाना चाहिए": अनुपमा फेम रूपाली गांगुली का तीखा बयान और जासूसी मामले की पूरी कहानी

इन दिनों एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हर जगह, चाहे सोशल मीडिया हो या न्यूज़ चैनल, सिर्फ एक नाम चर्चा में है — ज्योति मल्होत्रा, एक मशहूर यूट्यूबर, जिन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप लगा है। और जब ये मामला सामने आया, तो एक जानी-मानी टीवी एक्ट्रेस ने भी इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं रूपाली गांगुली की, जिन्हें पूरा देश "अनुपमा" के नाम से जानता है। उनका कहना है

जो देश के खिलाफ काम करे, उसे माफ नहीं किया जाना चाहिए। एक भी नहीं बख्शा जाना चाहिए

कौन हैं ज्योति मल्होत्रा?

हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा एक फेमस ट्रैवल यूट्यूबर हैं। उनके चैनल "Travel With Jo" पर 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, और इंस्टाग्राम पर भी 1.33 लाख से अधिक फॉलोअर्स। उनके कंटेंट में अधिकतर पाकिस्तान के ट्रैवल वीडियो शामिल हैं, जैसे:

  • Indian Girl in Pakistan

  • Exploring Lahore Streets

इन वीडियोज़ के ज़रिए ज्योति ने एक बड़ी ऑडियंस बनाई — लेकिन शायद इन्हीं यात्राओं के पीछे एक खतरनाक मकसद छिपा था।

गिरफ्तारी और चौंकाने वाले खुलासे

16 मई 2025 को हरियाणा पुलिस ने ज्योति को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर भारत की संवेदनशील सैन्य जानकारी लीक की। पुलिस ने उनके लैपटॉप और मोबाइल से गंभीर प्रमाण बरामद किए हैं।

खुलासे के अनुसार:

  • ज्योति की मुलाकात 2023 में दिल्ली स्थित पाकिस्तानी हाई कमीशन में "दानिश" नामक अधिकारी से हुई।

  • 2023 से 2025 तक उन्होंने पाकिस्तान की तीन यात्राएं कीं, और चौथी की तैयारी में थीं।

  • उन्होंने पाकिस्तान के उन क्षेत्रों में यात्रा की जहाँ सामान्य भारतीयों को अनुमति नहीं दी जाती।

  • सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले से ठीक पहले उन्होंने पाकिस्तान यात्रा की थी।

पुलिस को संदेह है कि "ऑपरेशन सिंदूर" से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी ज्योति ने लीक की है।

 रूपाली गांगुली की प्रतिक्रिया क्यों बनी चर्चा का विषय?

देशभक्ति की प्रतीक बन चुकीं रूपाली गांगुली ने इस मुद्दे पर ट्विटर (X) पर गुस्से से भरा बयान दिया:

"ऐसे लोगों को पता नहीं चलता कब पाकिस्तान के प्रति उनका प्यार, भारत से नफरत में बदल जाता है... एक भी नहीं बख्शा जाना चाहिए!"

इस बयान को उनके लाखों फैंस ने सराहा। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई:

  • "रूपाली मैम ने जो कहा, वो हर भारतीय के दिल की आवाज़ है।"

  • "आप जैसी हस्तियां जब देश के लिए बोलती हैं, तो भरोसा बढ़ता है।"

यह पहली बार नहीं है जब रूपाली ने देश से जुड़े मुद्दों पर खुलकर राय रखी है। इससे पहले भी उन्होंने तुर्की के बहिष्कार की अपील की थी और पहल्गाम हमले की कड़ी निंदा की थी।

 क्या ये सिर्फ एक यूट्यूबर का मामला है?

नहीं, इस केस ने एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा किया है। पुलिस की जांच में अन्य नाम भी सामने आए हैं, जैसे:

  • प्रियंका सेनापति (ओडिशा)

  • मनु मेहता (गुरुग्राम)

जांच एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि क्या यह सुनियोजित जासूसी रैकेट है, जिसमें सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को पाकिस्तान की ओर से "एसेट" के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

ज्योति को पाकिस्तान में VIP ट्रीटमेंट मिलता था। उनके होटलों, ट्रांसपोर्ट और सुरक्षा की जिम्मेदारी पाकिस्तानी एजेंट्स पर थी। एक वायरल तस्वीर में वह पाकिस्तान एयर फोर्स अधिकारी की पत्नी के साथ भी नजर आईं।

 सोशल मीडिया और हमारी जिम्मेदारी

इस केस ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है:
क्या सोशल मीडिया की लोकप्रियता देश के प्रति वफादारी से ऊपर हो गई है?

आज जब कोई भी व्यक्ति बड़ी ऑडियंस तक पहुंच बना सकता है, तो यह ज़रूरी है कि हम अपने डिजिटल हीरोज़ को आंख मूंदकर न फॉलो करें। जांचें, सोचें, फिर समर्थन करें।

क्या वाकई “एक भी नहीं बख्शा जाना चाहिए”?

रूपाली गांगुली का बयान सिर्फ एक एक्ट्रेस का बयान नहीं, बल्कि करोड़ों देशवासियों की भावना है।
जो लोग देश के खिलाफ काम करते हैं, चाहे उनका चेहरा कितना भी मासूम क्यों न हो — उन्हें कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

आपकी राय क्या है?

  • क्या आप रूपाली गांगुली के बयान से सहमत हैं?

  • क्या सोशल मीडिया पर एक्टिव कंटेंट क्रिएटर्स की जांच होनी चाहिए?

  • क्या ज्योति जैसे मामलों में उदाहरण पेश करना ज़रूरी है?

Tags