33 साल बाद लौटा ‘सात समुंदर पार’, लेकिन नए अवतार से फैंस हुए नाराज़
33 साल बाद लौटा ‘सात समुंदर पार’, लेकिन नए अवतार से फैंस हुए नाराज़
बॉलीवुड के सदाबहार गानों में शामिल “सात समुंदर पार” को करीब 33 साल बाद एक बार फिर नए अंदाज़ में पेश किया गया है। यह गाना अब फिल्म “तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी” के लिए रीक्रिएट किया गया है, जिसमें मुख्य भूमिकाओं में कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे नजर आ रहे हैं। नए वर्जन को आवाज दी है करण नवानी ने। हालांकि, इस नए अवतार ने जहां कुछ लोगों को उत्साहित किया, वहीं बड़ी संख्या में फैंस को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया।
साल 1992 में रिलीज हुआ यह गाना फिल्म “विश्वात्मा” का हिस्सा था, जिसे विजू शाह ने कंपोज किया था और साधना सरगम व उदित नारायण की आवाज़ ने इसे अमर बना दिया था। दिव्या भारती पर फिल्माया गया यह गाना 90 के दशक का आइकॉनिक डिस्को ट्रैक बन गया था, जो शादियों, पार्टियों और स्कूल फंक्शंस में सालों तक बजता रहा। इसकी धुन और एनर्जी आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
अब जब इस गाने को नए जमाने के हिसाब से रीक्रिएट किया गया है, तो इसकी धुन और बोल तो वही रखे गए हैं, लेकिन म्यूजिक अरेंजमेंट और प्रेज़ेंटेशन पूरी तरह मॉडर्न कर दी गई है। नए वर्जन में क्लब और पार्टी वाइब्स को ज्यादा फोकस किया गया है। म्यूजिक वीडियो में कार्तिक आर्यन एक नाइट क्लब में डांस करते नजर आते हैं, जबकि अनन्या पांडे उन्हें सोचती और इंतज़ार करती दिखाई देती हैं।
हालांकि, इस मॉडर्न टच ने कई पुराने फैंस को निराश कर दिया है। सोशल मीडिया पर गाना रिलीज होते ही प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूज़र्स ने खुले तौर पर अपनी नाराज़गी जताई। एक यूज़र ने लिखा, “पूरा गाना खराब कर दिया,” तो वहीं दूसरे ने कहा, “एक और बचपन का फेवरेट गाना बर्बाद कर दिया।” बहुत से लोगों का मानना है कि इस गाने को दोबारा बनाने की जरूरत ही नहीं थी।
फैंस ने नए वर्जन के डांस मूव्स और म्यूजिक अरेंजमेंट पर भी सवाल उठाए हैं। जहां ओरिजिनल गाने की 90s डिस्को एनर्जी और मास अपील थी, वहीं नए वर्जन में वह जादू और भावना गायब लगती है। करण नवानी की आवाज़ को कुछ लोगों ने एनर्जेटिक बताया, लेकिन कई फैंस को लगा कि उसमें ओरिजिनल गाने की सोलफुल फील और चार्म नहीं है।
फिल्म “तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी”, जो 25 दिसंबर को रिलीज होने वाली है, उसके इस गाने से काफी उम्मीदें थीं। ट्रेलर रिलीज के बाद फिल्म को लेकर उत्साह बढ़ा था, लेकिन गाने के आने के बाद सोशल मीडिया पर निगेटिव रिएक्शंस और मीम्स वायरल होने लगे। कई लोगों ने नए और पुराने वर्जन की तुलना करते हुए कहा कि ओरिजिनल के सामने नया गाना फीका पड़ गया है।
फिल्म के मेकर्स का मानना है कि इस गाने को रीक्रिएट करने का मकसद यंग ऑडियंस को आकर्षित करना था। नए वर्जन में हाई-एनर्जी बीट्स, फ्लैशी विजुअल्स और मॉडर्न क्लब सेटअप दिखाया गया है। कार्तिक और अनन्या की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को भी खास तौर पर हाइलाइट किया गया है। हालांकि, जिन लोगों का इस गाने से भावनात्मक जुड़ाव है, उनके लिए नॉस्टैल्जिया फैक्टर की कमी साफ नजर आ रही है।
हालांकि सभी प्रतिक्रियाएं नकारात्मक नहीं हैं। कुछ दर्शकों ने नए वर्जन की मॉडर्न प्रोडक्शन क्वालिटी और पार्टी वाइब्स की तारीफ भी की है। उनका मानना है कि यंग जनरेशन इस गाने को ज्यादा एन्जॉय करेगी और यह क्लब्स व पार्टियों में एक पॉपुलर ट्रैक बन सकता है।
किसी भी आइकॉनिक गाने को दशकों बाद रीक्रिएट करना हमेशा एक बड़ा रिस्क होता है। दर्शकों की उम्मीदें बहुत ऊंची होती हैं और ओरिजिनल गाने की मैजिक को दोबारा पैदा करना आसान नहीं होता। “सात समुंदर पार” का नया वर्जन भी इसी चुनौती का सामना करता नजर आ रहा है।
कुल मिलाकर, “सात समुंदर पार” का यह नया अवतार एक मॉडर्न टेक जरूर है, लेकिन यह ओरिजिनल गाने की यादों और भावनाओं पर पूरी तरह खरा नहीं उतर पाया। इस गाने ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि क्लासिक गानों को रीक्रिएट करना जितना आकर्षक लगता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी होता है।
