जया बच्चन बनाम पैपराजी: शत्रुघ्न सिन्हा की टिप्पणी से बढ़ी बहस, बॉलीवुड में फिर छिड़ी पुरानी–नई पीढ़ी की लड़ाई
आज हम बॉलीवुड की उस हलचल की बात करने जा रहे हैं, जो राजनीति से भी ज्यादा गरमाती है – पैपराजी कल्चर! हाल ही में, दिग्गज एक्ट्रेस जया बच्चन ने पैपराजी पर तीखा प्रहार किया, उनके पहनावे और पृष्ठभूमि पर सवाल उठाए, जिससे सोशल मीडिया पर भूचाल आ गया। और अब इस विवाद में कूद पड़े हैं वेटरन एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा, जिन्होंने पैपराजी की खिल्ली उड़ाते हुए जया के बयान को आईना दिखा दिया। एक इवेंट के दौरान शत्रुघ्न ने पैपराजी से कहा, "आप लोग तो अच्छी पैंट और अच्छी शर्ट पहनते हैं। आप सभी बहुत अच्छे हो!" ये सुनकर वहां मौजूद एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों भी हंस-हंसकर लोट-पोट हो गईं और बोलीं, "नया साल तो अभी आया ही नहीं, लेकिन खुशी पहले ही शुरू हो गई!" ये सब कैसे शुरू हुआ ? चलिए बैकग्राउंड समझते हैं।
जया बच्चन का पैपराजी से पुराना 'कोल्ड वॉर' किसी से छिपा नहीं। 10 दिसंबर 2025 को मुंबई के 'वी द वुमन एशिया' इवेंट में पत्रकार बरखा दत्त के साथ बातचीत के दौरान जया ने खुलकर पैर पसारे। उन्होंने कहा, "मेरा मीडिया से रिश्ता शानदार है, मैं खुद मीडिया की देन हूं – मेरे पिता पत्रकार थे। लेकिन पैपराजी से मेरा रिश्ता जीरो है! ये कौन लोग हैं? बाहर टाइट ड्रेन पाइप, गंदे-गंदे पैंट पहनकर, हाथ में मोबाइल थामे घूमते हैं। सोचते हैं कि मोबाइल है तो फोटो खींच लो, जो मन में आए बोल दो! इनकी क्या शिक्षा है, बैकग्राउंड क्या है? ये हमें रिप्रेजेंट कैसे करेंगे? यूट्यूब या सोशल मीडिया पर चढ़ जाएं तो बन गए जर्नलिस्ट?"जया ने आगे युवा सितारों पर भी निशाना साधा। बोलीं, "आजकल के कलाकार एयरपोर्ट पर खुद पैपराजी बुलाते हैं, पोज देते हैं। मैं इन्हें नहीं जानती। मेरा पोता अगस्त्य नंदा भी युवा है, लेकिन वो सोशल मीडिया पर नहीं है। ये सब क्या सेलिब्रिटी हैं?" ये बयान वायरल होते ही सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की बाढ़ आ गई। लोग जया को 'क्लासिस्ट' और 'snobby' बता रहे थे। पैपराजी कम्युनिटी में आक्रोश फैल गया – मणाव मंगलानी, वायरल भयानी, वरिंदर चावला जैसे बड़े नामों ने कहा, "हम सुबह से रात तक धूप-बारिश में खड़े रहते हैं, स्टार्स की फोटोज क्लिक करते हैं। सम्मान तो मिलना चाहिए!" इतना ही नहीं, कुछ पैपराजी ने तो बच्चन परिवार को बॉयकॉट करने की धमकी तक दे डाली – अगस्त्य नंदा की डेब्यू फिल्म 'इक्कीस' को प्रमोट न करने का प्लान!
11 दिसंबर को एक प्रेस इवेंट में जब शत्रुघ्न से जया के बयान पर रिएक्शन मांगा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए पैपराजी की तारीफ की। "आप लोग पैंट भी अच्छी पहनते हो, शर्ट भी अच्छी। हमेशा प्रोफेशनल रहते हो!" ये बोलकर उन्होंने जया के 'गंदे कपड़े' वाले कमेंट को सीधे चोट किया। पूनम ढिल्लों ने भी सपोर्ट किया और कहा, "ये लोग हमारी इंडस्ट्री का अहम हिस्सा हैं।" शत्रुघ्न का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, लाखों व्यूज बटोर लिए।लेकिन दोस्तों, विवाद यहीं नहीं रुका। उर्फी जावेद ने भी बिना नाम लिए जया पर तंज कसा। पैपराजी से घिरीं तो बोलीं, "हम वो सेलिब्रिटी हैं जो एयरपोर्ट पर खुद पैपराजी बुलवाते हैं – जो समझ गया, वो समझ गया!" ये साफ तौर पर जया के युवा स्टार्स वाले कमेंट पर था। वहीं, आशुतोष राणा ने संतुलित रुख अपनाया। कहा, "हर इंसान का अपना वैल्यू है। ईश्वर ने सबको समान बनाया। इमोशंस से कभी-कभी हम गलत बोल जाते हैं, लेकिन संवेदनशीलता से समझ आती है। पैपराजी का काम भी मेहनत भरा है।" अमीषा पटेल ने पैपराजी की तारीफ की, बोलीं, "मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं, वो प्रोफेशनल हैं।" वहीं, फिल्ममेकर अशोके पंडित ने जया को 'स्नॉबी एलीटिज्म' का शिकार बताया। दोस्तों, पैपराजी कल्चर की शुरुआत 2000 के दशक में हुई, जब बॉलीवुड स्टार्स की फोटोज की डिमांड बढ़ी।
ये लोग फ्रीलांस फोटोग्राफर हैं, जो एजेंसियों से जुड़े होते हैं। लेकिन जया जैसी दिग्गजों को लगता है कि ये प्राइवेसी में दखल देते हैं। जया पहले भी कई बार भड़क चुकी हैं – नवंबर 2025 में एक फैशन इवेंट पर बोलीं, "बदतमीजी मत करो, मुंह बंद रखो!" या फिर श्वेता बच्चन के साथ इवेंट पर फोटोग्राफर्स को धकेल दिया। ये विवाद इंडस्ट्री में एक नई बहस छेड़ रहा है – क्या पैपराजी का सम्मान जरूरी है या स्टार्स को स्पेस मिलना चाहिए? इस पूरे मामले से साफ झलकता है कि बॉलीवुड में पुरानी और नई जनरेशन के बीच फर्क कितना गहरा है। जया बच्चन जैसे वेटरन्स को लगता है कि पैपराजी कल्चर ने मीडिया को 'गली का ठेला' बना दिया, जबकि युवा स्टार्स और पैपराजी इसे प्रमोशन का जरिया मानते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा का ये तंज न सिर्फ हंसी लाया, बल्कि विवाद को और हवा भी दी। लेकिन सवाल ये है – क्या ये बॉयकॉट का रूप लेगा? या फिर बच्चन परिवार कुछ कदम उठाएगा? आखिरकार, पैपराजी ही तो स्टार्स को 'स्टार' बनाते हैं!
ये पूरा ड्रामा असल में बॉलीवुड के दो चेहरों की लड़ाई है – एक तरफ वो पुराना दौर, जब स्टार बनना मतलब रॉयल्टी था, मीडिया को बुलाया जाता था, इंटरव्यू तय होते थे, और दूसरी तरफ आज का डिजिटल जमाना, जहां हर पल की फोटो, हर छोटी हरकत वायरल हो जाती है और पैसा कमाती है। जया बच्चन जैसे सीनियर्स को लगता है कि उनकी प्राइवेसी और गरिमा लुट रही है, जबकि पैपराजी और नई जनरेशन कहती है, “मैडम, यही तो आज का रियलिटी शो है – आप स्टार हैं क्योंकि हम आपको क्लिक करते हैं!” शत्रुघ्न सिन्हा ने सिर्फ एक लाइन में ये पूरी जेनरेशन गैप हाइलाइट कर दी। आपको क्या लगता है? जया सही हैं या शत्रुघ्न का तंज जायज? कमेंट में बताएं!
