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Sikandar’ Faces Tough Competition : ना दमदार कहानी, ना फैन्स को खुश करने वाला एंटरटेनमेंट

 Sikandar movie review 

 
 Sikandar movie review

Salman khan new movie 2025 

आज हम बात करने जा रहे हैं सलमान खान की लेटेस्ट फिल्म सिकंदर की, जो 30 मार्च  2025 यानि की कल ईद के मौके पर रिलीज़ हुई थी। सलमान भाई के फैन्स को उम्मीद थी कि इस बार भाईजान एक धमाकेदार ईदी देंगे, लेकिन क्या सचमुच ऐसा हुआ? या फिर ये फिल्म भी उनकी हालही  की फिल्मों की तरह एक मिसफायर साबित हुई? आज का रिव्यू टाइटल है – ‘ना दमदार कहानी, ना फैन्स को खुश करने वाला एंटरटेनमेंट, ईदी देने में फेल हुए सलमान’. तो चलिए, शुरू करते हैं " सलमान खान वो सुपरस्टार हैं जिन्होंने दबंग, बजरंगी भाईजान, और सुल्तान जैसी फिल्मों से बॉलीवुड में तहलका मचाया। उनकी फिल्मों का मतलब था मसाला, एक्शन, और वो स्वैग जो फैन्स को थिएटर में सीटियां बजाने पर मजबूर कर दे। लेकिन हालही  के सालों में उनकी फिल्में कुछ खास कमाल नहीं कर पाईं। फिर आई सिकंदर – डायरेक्टर ए.आर. मुरुगदास, जिन्होंने गजनी जैसी ब्लॉकबस्टर दी, और सलमान का कॉम्बिनेशन। ट्रेलर देखकर लगा था कि शायद इस बार कुछ नया और धमाकेदार देखने को मिलेगा। लेकिन हाय रे किस्मत! फिल्म शुरू होते ही सारी उम्मीदें धरी की धरी रह गईं।"ईद पर सलमान की फिल्म मतलब फैन्स के लिए त्योहार डबल हो जाता है। लेकिन इस बार ये ईदी ऐसी निकली जैसे कोई खाली लिफाफा दे गया हो। कहानी में न दम, न एंटरटेनमेंट का मज़ा – तो आखिर कमी कहां रह गई? चलिए, एक-एक करके देखते हैं।

Salman khan new movie 2025
 सबसे पहले बात करते हैं फिल्म की कहानी की। सिकंदर की कहानी है संजय राजकोट की, जो गुजरात के एक शाही परिवार से है। वो एक ऐसा राजा है जो जनता की सेवा के लिए कुछ भी कर सकता है। सुनने में तो अच्छा लगता है न? लेकिन स्क्रीन पर ये कहानी इतनी बिखरी हुई है कि समझ ही नहीं आता मेकर्स क्या दिखाना चाहते थे। पहले हाफ में सलमान एक मंत्री के बेटे को सबक सिखाते हैं, फिर कुछ एक्शन होता है, और सेकंड हाफ में अचानक इमोशन्स का ओवरडोज़ शुरू हो जाता है। लेकिन ये सब इतना कन्फ्यूज़िंग है कि आप सोचते रह जाते हैं – भाई, ये हो क्या रहा है?"कहानी में न लॉजिक है, न कोई ढंग का ट्विस्ट। ऐसा लगता है कि मेकर्स ने पुरानी सलमान की फिल्मों से कुछ सीन उठाए, उन्हें मिलाया, और बोल दिया – ‘लो, बन गई सिकंदर!’ एक सीन में सलमान की वाइफ का एक्सीडेंट हो जाता है, उसके अंग दान किए जाते हैं, और फिर शुरू होती है एक नई ड्रामा की लाइन। लेकिन ये सब इतना फीका है कि न आंसू आते हैं, न एक्शन में मज़ा। कहानी वो चीज़ है जो फिल्म को बांधे रखती है, लेकिन यहाँ तो वो गायब ही थी।"


 अब बात करते हैं एंटरटेनमेंट की। सलमान की फिल्म मतलब एक्शन, डायलॉगबाज़ी, और वो मास अपील जो फैन्स को पागल कर दे। लेकिन सिकंदर में एक्शन सीन इतने रूटीन हैं कि आपको लगेगा – ‘अरे, ये तो मैंने पहले भी कहीं देखा है!’ सलमान फुसफुसाते हुए डायलॉग बोलते हैं, जैसे उनका मन ही नहीं था फिल्म करने का। और एक्सप्रेशन? भाई, ऐसा लगता है जैसे सलमान ने सोचा, ‘चलो, जोर से चेहरा बनाते हैं, शायद फैन्स खुश हो जाएं।’ लेकिन वो जादू गायब था।" रश्मिका मंदाना इस फिल्म में सलमान की पत्नी बनी हैं। उनकी केमिस्ट्री? बिल्कुल ज़ीरो। ऐसा लगता है कि दोनों अलग-अलग फिल्मों में काम कर रहे थे। विलेन का रोल सत्यराज ने किया है, जो बाहुबली में कटप्पा बनकर छा गए थे। लेकिन यहाँ उनका किरदार इतना हल्का है कि आप सोचते हैं – ‘इतने कमज़ोर विलेन से लड़ने में सलमान को इतना जोर क्यों लगाना पड़ रहा है?’ एक्शन, डायलॉग, म्यूज़िक – सब कुछ औसत से नीचे। फैन्स को खुश करने वाला वो मसाला जो सलमान की फिल्मों की जान था, वो यहाँ कहीं नहीं दिखा।"

 Sikandar release date 2025

 अब सवाल ये है कि आखिर गलती कहां हुई? ए.आर. मुरुगदास, जिन्होंने गजनी और हॉलिडे जैसी फिल्में दीं, वो इस बार पूरी तरह फेल हो गए। ऐसा लगता है कि वो सलमान के स्टारडम के आगे झुक गए और स्क्रिप्ट पर ध्यान ही नहीं दिया। सलमान को एक मसीहा बनाने की कोशिश की गई, लेकिन बिना कहानी के वो मसीहा भी फीका पड़ गया। सलमान भाई भी इस फिल्म में थके-थके से लगे। वो एनर्जी, वो स्वैग जो उनकी फिल्मों की पहचान थी, वो कहीं खो गई।"कुछ फैन्स कह रहे हैं कि सलमान को अब रिटायर हो जाना चाहिए। लेकिन मेरे ख्याल से अभी उनकी बैटरी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। बस सही स्क्रिप्ट और डायरेक्टर की ज़रूरत है। लेकिन सिकंदर में तो दोनों ही गायब थे।"

 अब सवाल ये है कि फिल्म में कुछ अच्छा था भी या नहीं? हां, कुछ चीज़ें ठीक थीं। सिनेमेटोग्राफी ठीक-ठाक थी, कुछ एक्शन सीन का विज़ुअल ठीक लगता है। लेकिन क्या ये फिल्म देखने की वजह बन सकते हैं? बिल्कुल नहीं! सलमान के डाई-हार्ड फैन्स शायद उनकी एंट्री पर सीटियां बजा दें, लेकिन बाकी लोगों के लिए ये फिल्म एक लंबी बोरियत भरी सैर है।"तो, कुल मिलाकर सिकंदर एक ऐसी फिल्म है जो न कहानी में दम रखती है, न एंटरटेनमेंट में जान। सलमान भाई इस बार फैन्स को ईदी देने में फेल हो गए। मेरी रेटिंग? 5 में से सिर्फ 1.5 स्टार – वो भी सलमान के स्टारडम और कुछ विज़ुअल्स के लिए। अगर आप सलमान के बहुत बड़े फैन हैं, तो शायद एक बार थिएटर में देख लें। वरना OTT पर भी इसे स्किप कर सकते हैं।" आपने सिकंदर देखी है तो नीचे कमेंट में बताएं – आपको फिल्म कैसी लगी? क्या सलमान को अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए? 

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