Bollywood Gossips in Hindi : सोनू सूद ने राजनीती में जाने से क्यों किया था इंकार
Bollywood Gossips in Hindi : कोरोना महामारी, जो कि एक ऐसी आपदा बनकर आई और पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया, जिसने ना सिर्फ हमारी हेल्थ को इफेक्टेड किया, बल्कि हमारी लाइफ के तमाम पहलुओं को बदल दिया। लेकिन इस प्रॉब्लम के टाइम, कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना, दूसरों की मदद की। और इन्हीं में से एक नाम है सोनू सूद का . सोनू सूद ने कई लाखों प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुँचाने का काम किया। लोगों को रास्ता दिखाया, मदद की, और उन्हें फिर से उनके घर लौटने का मौका दिया।
कोरोना के समय बने मसीहा
और उनकी ये मदद ना सिर्फ देशभर में सराही गई, बल्कि हर किसी ने उनके दिल से किए गए इस काम को अपना बनाया। वहीँ आज भी उनके घर के बाहर मदद मांगने आए लोगों की भीड़ लगी रहती है. वहीं हाल ही में एक्टर ने एक बड़ा खुलासा किया, जिसमे एक्टर ने उनके काम को रातनीति बताने वाले लोगों को अच्छा रिप्लाई दिया है. तो सोनू सूद बॉलीवुड के वो रियल हीरो हैं, जो साल 2020 में कोरोना काल में लोगों के लिए मसीहा बने. वो प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों के नेशनल हीरो कहलाए. और आज भी उनके घर मदद के लिए लोगों की लंबी भीड़ लगी रहती है.
राजनीती में आने का मिला ऑफर
लेकिन प्रॉब्लम ये है की आप सोसाइटी में कितना भी अच्छा काम कर लो, लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आपके काम से कभी सैटिस्फाइड नहीं होते, और उसमे कोई न कोई कमी जरूर निकल देंगे। और कुछ ऐसे ही लोगों ने सोनुसूद के काम को देखकर भी बयानबाजी शुरू कर दी. दरअसल उनकी लोगों के लिए सेवाभाव को देखने के बाद लोगों ने कई बातें बनाई और कहा कि वो इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वो राजनीति में आना चाहते हैं. लेकिन अब एक्टर ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी और उन्होंने बताया कि राजनीति में शामिल होने के लिए उन्हें कई अच्छे ऑफर मिले, लेकिन उन्होंने उन सभी हाई प्रोफाइल प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
जी हाँ, लॉकडाउन के टाइम , सोनू ने देश और विदेश में फंसे लोगों की मदद करने के लिए अपनी संपत्ति तक गिरवी रख दी थी. और अभी हाल ही में ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के साथ एक इंटरव्यू में, सोनू ने खुलासा किया कि उन्हें काफी important political roles के ऑफर मिले थे, जिनमें मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनने तक के Proposal भी थे.
मुख्यमंत्री बनने का मिला प्रस्ताव
जिसमे सोनू सूद ने कहा, ‘मुझे मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव भी मिला था. जब मैंने मना किया, तो उन्होंने कहा, ‘फिर उपमुख्यमंत्री बन जाओ.’ ये देश के बहुत प्रभावशाली लोग थे, जिन्होंने मुझे राज्यसभा की सीट भी ऑफर की. और उन्होंने कहा, ‘राज्यसभा की सदस्यता ले लो. हमारे साथ जुड़ो, तुम्हें राजनीति में कुछ भी लड़ने की जरूरत नहीं है.’ और ये एक बहुत इंट्रेस्टिंग टाइम था, जब ऐसे शक्तिशाली लोग आपसे मिलना चाहते हैं और आपको दुनिया में बदलाव लाने के लिए encouraged करते हैं.
लोगों ने राजनीती में जाने की दी सलाह
वहीँ इन ऑफर्स पर विचार करते हुए, सूद ने अपनी personal फिलॉसफी share की. उन्होंने कहा, ‘जब आप लोकप्रियता हासिल करना शुरू करते हैं तो आप जीवन में ऊपर उठते हैं. लेकिन ऊंचाई पर ऑक्सीजन का स्तर कम होता है. हम ऊपर उठना चाहते हैं, लेकिन वहां कितनी देर तक टिक सकते हैं, यह जरूरी है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘किसी ने मुझसे कहा, ‘बड़े लोग तुम्हें मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री जैसे पद ऑफर कर रहे हैं, और तुम मना कर रहे हो. तुम्हें पता है तुम्हारे इंडस्ट्री के कितने बड़े एक्टर इसका सपना भी नहीं देख सकते, और तुम मना कर रहे हो
हालांकि, सोनू ने इस बात का भी खुलासा किया कि आखिर उन्होंने पॉलिटिक्स जॉइन करने से इंकार क्यों किया था. जिसपर सोनू ने जोर देकर कहा कि राजनीति से दूर रहने का उनका फैसला उनके मूल्यों में हैं. लोग दो रीज़न से पॉलिटिक्स ज्वाइन करते है, पैसा कमाने या पावर पाने के लिए. मुझे इनमें से किसी में भी दिलचस्पी नहीं है. अगर लोगों की मदद करने की बात है तो मैं पहले से ही वह कर रहा हूं. अभी, मुझे किसी से पूछने की जरूरत नहीं है. अगर मैं किसी की मदद करना चावो हता हूं, चाहे उनकी जाति, भाषा, या धर्म कुछ भी हो, मैं अपने दम पर करता हूं.
राजनीती में जाने का नहीं था सही समय
वहीँ राजनीतिक पदों के साथ मिलने वाले Privileges को Accept करते हुए, सोनू ने कहा, ‘मुझे high security , दिल्ली में एक घर, और एक बड़ी post मिलेगा. किसी ने मुझसे कहा कि मेरे पास एक सरकारी मुहर वाला लेटरहेड होगा, जिसमें बहुत शक्ति होती है. मैंने कहा, ‘ये सुनने में अच्छा लगता है, और मुझे ये सुनना पसंद है. लेकिन मैं अभी तैयार नहीं हूं.’ शायद कुछ साल बाद, मैं अलग महसूस करूं. कौन जानता है. तो इससे सोनू सूद ने इतना तो कन्फर्म कर दिया की अभी वो किसी भी पोलिटिकल पोस्ट के लिए पूरी तरफ से प्रीपेयर नहीं हैं लेकिन infuture उन्हें कभी मौका मिलेगा तो वो पॉलिटिक्स जरूर ज्वाइन करेंगे।
क्या है वर्कफ्रोंट
वैसे अगर सोनू सूद के वर्कफ्रट की बात करें, तो अपनी आगामी फिल्म ‘फतेह’ की रिलीज की तैयारी कर रहे सोनू सूद ने सिनेमा के प्रति अपने गहरे प्यारे को व्यक्त करते हुए कहा, ‘अभी भी मेरे अंदर एक एक्टर-डायरेक्टर है. मुझे ये दुनिया पसंद है. मुझे सिनेमा पसंद है. और शायद जब मुझे लगेगा कि मैंने यहां काफी कुछ कर लिया है तो मैं कुछ और सोचूंगा. लेकिन फिलहाल, मैं एक एक्टर हूं और मैं एक्टिंग और directing करता रहूंगा.
क्या है आपकी राय?
बहरहाल, आप इसके बारे में क्या सोचते हैं, क्या सोनू सूद को राजनीती में उतारकर लोगों की सेवा करनी चाहिए या फिर आप उन्हें सिर्फ बॉलीवुड में देखना पसंद करेंगे। अपनी राय हमे कमेंट करके जरूर बताइयेगा