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Sunny Deol comments on Jaat film: जाट फिल्म को लेकर क्यों हो रहा इतना बवाल, सनी देओल ने तोड़ी चुप्पी सबकी बोलती हुई बंद
Jaat Film Controversy

आज हम बात करने जा रहे हैं बॉलीवुड के एक्शन किंग सनी देओल की आने वाली फिल्म 'जाट' के बारे में। ये फिल्म अभी से सुर्खियों में है, लेकिन एक सवाल जो हर तरफ गूंज रहा है - क्या 'जाट' एक जातिवादी फिल्म है या धार्मिक ? और इस सवाल का जवाब खुद सनी देओल ने ऐसा दिया कि सबकी बोलती बंद हो गई! तो चलिए, इस टॉपिक को डीपली एक्सप्लोर करते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर 'जाट' फिल्म है क्या ? सनी देओल की ये फिल्म 10 अप्रैल 2025 को रिलीज होने वाली है। डायरेक्ट की है साउथ के मशहूर डायरेक्टर गोपीचंद मालिनेनी ने, जो अपनी मास एक्शन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। फिल्म में सनी देओल के साथ हैं रणदीप हुड्डा, जो विलेन का किरदार निभा रहे हैं, और सैयामी खेर, विनीत कुमार सिंह जैसे स्टार्स भी शामिल हैं। ट्रेलर देखकर लगता है कि ये एक एक्शन से भरपूर क्राइम थ्रिलर है। लेकिन नाम 'जाट' होने की वजह से कुछ लोग इसे जाति या धर्म से जोड़कर देख रहे हैं। तो क्या वाकई ऐसा है ? चलिए बताते है आपको
अब सवाल ये है कि 'जाट' को लेकर विवाद क्यों शुरू हुआ ? दरअसल, 'जाट' एक ऐसी कम्युनिटी का नाम है जो उत्तर भारत, खासकर हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान में जानी जाती है। कुछ लोगों का मानना है कि फिल्म का टाइटल 'जाट' रखकर इसे किसी खास जाति को प्रमोट करने या उसकी कहानी दिखाने के लिए बनाया गया है। वहीं, दूसरी तरफ फिल्म के एक गाने 'ओ रामा श्री रामा' के लॉन्च के बाद कुछ लोग इसे धार्मिक एंगल से भी देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। कोई कह रहा है कि ये जातिवाद को बढ़ावा देगी, तो कोई कह रहा है कि इसमें धार्मिक संदेश छिपा है। लेकिन सच्चाई क्या है? इसके लिए हमें सनी देओल के बयान की ओर चलना होगा।
6 अप्रैल 2025 को वाराणसी में फिल्म 'जाट' के गाने 'ओ रामा श्री रामा' के लॉन्च पर सनी देओल ने इस विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी। सुनिए क्या कहा उन्होंने - 'हम धर्म की बात नहीं कर रहे हैं। हम कलाकार हैं, हम देश के हैं। हम सभी से प्यार करते हैं और सभी हमसे प्यार करते हैं। हम सभी एक देश का हिस्सा हैं.
ये जवाब सुनकर एक बात तो साफ हो जाती है कि सनी देओल इस फिल्म को न तो जातिवादी साबित करना चाहते हैं और न ही धार्मिक। उनका कहना है कि ये फिल्म मनोरंजन के लिए है, न कि किसी कम्युनिटी या धर्म को टारगेट करने के लिए। सनी पाजी का ये बयान इतना सॉलिड था कि जो लोग फिल्म को लेकर उंगली उठा रहे थे, उनकी बोलती बंद हो गई.
और वैसे भी, सनी देओल का ट्रैक रिकॉर्ड देखें। 'गदर' हो या 'बॉर्डर', उनकी फिल्में हमेशा देशभक्ति और इमोशंस से भरी रही हैं। तो क्या 'जाट' में भी कुछ ऐसा ही होगा ? चलिए इस पर थोड़ा और गौर करते हैं।
अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक 'जाट' एक एक्शन थ्रिलर है जिसमें सनी देओल एक दमदार किरदार निभा रहे हैं। ट्रेलर में उनका एक डायलॉग है - 'ये ढाई किलो के हाथ की ताकत पूरा उत्तर देख चुका है।' ये सुनकर तो लगता है कि सनी पाजी अपने पुराने एंग्री मैन अवतार में वापस आ रहे हैं। लेकिन कहानी में जाट कम्युनिटी या धर्म का कितना रोल है, ये अभी क्लियर नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स कहती हैं कि 'जाट' टाइटल सिर्फ एक कैरेक्टर का नाम हो सकता है, न कि किसी जाति या समुदाय का representation । तो शायद ये विवाद सिर्फ एक गलतफहमी हो और गाना 'ओ रामा श्री रामा' - ये जरूर भक्ति भाव से भरा है, लेकिन बॉलीवुड में ऐसे गाने पहले भी आ चुके हैं। इसे धार्मिक कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी। आप क्या सोचते हैं? कमेंट में जरूर बताएं।
अब बात करते हैं कि लोग क्या कह रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स का कहना है कि सनी देओल की फिल्में हमेशा मास अपील वाली होती हैं, और 'जाट' भी उसी राह पर है। वहीं कुछ का मानना है कि टाइटल से थोड़ा कन्फ्यूजन जरूर हो रहा है। फिल्म देखे बिना कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन सनी देओल का बयान साफ करता है कि उनका इरादा किसी को बांटना नहीं, बल्कि सबको जोड़ना है। तो चलिए, 10 अप्रैल का इंतजार करते हैं और खुद देखते हैं कि 'जाट' आखिर लाता क्या है.
तो ये थी 'जाट' फिल्म पर हमारी पूरी चर्चा। क्या आपको लगता है कि ये फिल्म जातिवादी है, धार्मिक है, या सिर्फ एक एक्शन पैक्ड एंटरटेनर ? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर शेयर करें।