Tauseeq Haider statement on Abir Gulaal Ban : Film Abir Gulaal की Ban को लेकर भड़के पाकिस्तानी Actor, बोले घर - घर में चल रहे पाकिस्तानी Drama को आप कैसे रोकेंगे ?

 
 Tauseeq Haider statement on Abir Gulaal Ban

आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे मुद्दे की, जो इन दिनों भारत और पाकिस्तान दोनों में सुर्खियां बटोर रहा है। फवाद खान, एक नाम जो भारत में लाखों दिलों पर राज करता था, आज फिर विवादों में है। उनकी फिल्म "अबीर गुलाल" पर भारत में रोक लग गई है, और इस रोक ने न सिर्फ फैंस को हैरान किया है, बल्कि कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। आखिर क्या है इस बैन की असल वजह ? और क्यों पाकिस्तानी एक्टर्स को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है ? और अब इसे लेकर पाकिस्तान के एक्टर Tauseeq Haider ने क्या कहा है, तो चलिए शुरू करते है, 

 फवाद खान कोई नया नाम नहीं है। "जिंदगी गुलजार है" से लेकर "कपूर एंड सन्स" और "ऐ दिल है मुश्किल" तक, फवाद ने अपनी एक्टिंग और चार्म से भारत में तहलका मचाया था। लेकिन उनकी लेटेस्ट फिल्म "अबीर गुलाल", जिसमें वो वाणी कपूर के साथ नजर आने वाले थे, अब भारत में रिलीज नहीं होगी।  

क्यों? क्योंकि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, और इसके बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से तनाव बढ़ गया है।  

थिएटर मालिकों ने भी साफ कर दिया है कि वो इस फिल्म को स्क्रीन नहीं करेंगे। Ministry of Information and Broadcasting के सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि "अबीर गुलाल" अब 9 मई को रिलीज नहीं होगी।  

लेकिन सवाल ये है - क्या ये बैन सिर्फ एक फिल्म को रोकने तक सीमित है, या इसके पीछे कुछ बड़ा reason  है? 

  फवाद खान को भारत में प्यार मिलना कोई आज की बात नहीं है। उनके शो "जिंदगी गुलजार है" ने भारतीय दर्शकों के दिलों में ऐसी जगह बनाई कि लोग उन्हें "पाकिस्तान का शाहरुख खान" कहने लगे। उनकी फिल्में "कपूर एंड सन्स" और "ऐ दिल है मुश्किल" ने बॉक्स ऑफिस पर भी कमाल दिखाया।  

लेकिन 2016 में उरी हमले के बाद और फिर 2019 में पुलवामा हमले के बाद, पाकिस्तानी कलाकारों पर भारत में बैन लगा दिया गया था। उस वक्त भी फवाद की फिल्म "ऐ दिल है मुश्किल" मुश्किल में पड़ गई थी। हालांकि, बाद में बैन हटा लिया गया था, लेकिन अब एक बार फिर वही कहानी दोहराई जा रही है।  

इसी बीच अब पाकिस्तान के एक्टर Tauseeq Haider ने भी एक पोस्ट किया है  जिसमे उन्होंने अबीर गुलाल फिल्म को लेकर अपनी नाराज़गी जताई है, पाकिस्तानी एक्टर Tauseeq Haider ने कहा की  ”फवाद खान की जो इंडियन फिल्म आ रही है, उस पर भारत में रोक लगाने की बातें उठ रही हैं. लेकिन सोचने की बात ये है कि इंडिया के घर-घर में पाकिस्तानी ड्रामा जो एंट्री ले चुका है. इतनी मोहब्बत इसे मिल रही है, उसे आप कैसे रोकेंगे? हम भी तो देखे. हां मानते हैं कि आपकी क्रिकेट टीम हमसे बेहतर है. ये  तो वक्त की बात है कि एक दूसरे की आर्ट और कल्चर की तारीफ करनी है. साथ ही मानना है कि कौन कहां बेहतर है. हालांकि, इस वीडियो को लेकर पाकिस्तानी एक्टर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है. लोगों ने कमेंट किया कि, ड्रामा भी बैन कर देंगे, ज्यादा घमंड मत दिखाओ. वैसे भी लोगों के घर से ये ड्रामा बंद कराना बड़ी बात नहीं है. दरअसल पाकिस्तान के ड्रामा को भारत में काफी प्यार मिलता रहा है. बड़ी संख्या में भारत में पाकिस्तानी ड्रामा को देखते हैं. साथ ही पाकिस्तानी स्टार्स की तगड़ी फैन फॉलोइंग है. 

सोशल मीडिया पर फवाद के फैंस निराश हैं। कई लोग कह रहे हैं कि कला को राजनीति से अलग रखना चाहिए। फवाद खान की फिल्म पर बैन गलत है। कला की कोई सीमा नहीं होती।" लेकिन कुछ लोग इसका समर्थन भी कर रहे हैं, और लिख रहे है की पहलगाम हमले के बाद ये फैसला सही है।" ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में निशाना बनाया गया है। माहिरा खान की फिल्म "रईस" को भी पाकिस्तान में बैन किया गया था, क्योंकि वहां सेंसर बोर्ड को फिल्म में इस्लाम को गलत दिखाने की शिकायत थी।  

वहीं, भारत में भी 2016 में सिनेमा ओनर्स ऐंड थिएटर एक्सिबिटर्स असोसिएशन ने पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को रिलीज न करने का फैसला किया था। तब भी फवाद खान और माहिरा खान जैसे एक्टर्स को निशाना बनाया गया था।  

लेकिन इस बार मामला और गंभीर है। FWICE ने तो ये तक कहा है कि अगर कोई भारतीय नागरिक पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करता है, तो उस पर देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा। ये बयान अपने आप में बहुत बड़ा है और कई सवाल खड़े करता है।  

अब सवाल ये है कि फवाद खान जैसे कलाकार, जो दोनों देशों में प्यार पाते थे, अब क्यों दोनों तरफ से निशाने पर हैं ? क्या ये सिर्फ politics का खेल है, या इसके पीछे कुछ और है ?  तो  आपको क्या लगता है? क्या फवाद खान की फिल्म पर बैन सही है, या ये कला के साथ नाइंसाफी है ? अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। 

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