The Diary Of Bengal Movie Reviews : Film Bengal Diary पर मचा बवाल
The Diary of West Bengal Controversy
The Diary of West Bengal Movie Star Cast
The Diary of West Bengal Movie Review
The Diary Of Bengal Movie Reviews : Bollywood में पिछले काफी अर्से से कंट्रोवर्शियल टॉपिक्स पर फिल्म बनाई जा रही हैं. इससे क्या होता है कि लोग खुद को उन फिल्मों से और ज़्यादा कनेक्ट कर पाते हैं, रिलेट कर पाते हैं. फिल्म को फ्री की पब्लिसिटी मिल जाती है जो अल्टीमेटली फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर एक अच्छा खासा बिजनेस करने में मदद करती है. द केरल स्टोरी और the kashmir files तो याद ही होगी आपको, फिल्म को लेकर कंट्रोवर्सी का दौर आज भी जारी है, रिलीज़ के इतने वक्त बाद भी. इसी कड़ी में एक और फिल्म आई है, जिसकी पृष्ठभूमि हिंदू मुस्लिम एंगल पर ही बेस्ड है. फिल्म का नाम है ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’.
The Diary of West Bengal की Controversy
इस बार कंट्रोवर्सी तबसे जारी है जब इसका ट्रेलर रिलीज किया गया था..Trailer में भारत के पश्चिम बंगाल राज्य को पाकिस्तान से भी ज़्यादा बत्तर हालात में दिखाया गया था... इस फिल्म पर एक FIR भी दर्ज हुई थी... इस trailer में ये भी दिखाया गया था कि कैसे हिंदू लड़कियों को torture किया जा रहा है... बंगाल में बांग्लादेश और पाकिस्तान के लोगों को बड़े आराम से एंट्री मिल जाती है जो कि भारत और भारत के लोगों की सुरक्षा के लिहाज़ से कतई सही नहीं है...
ये फिल्म 30 August को Release हुई थी... अब चलिए फिल्म की स्टोरी से आपको रूबरू करा देते हैं... फिल्म में दिखाया गया है की कैसे पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का बुरी तरह से उत्पीड़न हो रहा है... उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, उनका पलायन कराया जा रहा है... उनके साथ बुरे से बुरा सुलूग हो रहा है और उनकी बहन-बेटियों की इज़्ज़त के साथ कैसे खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है...
The Diary of West Bengal की स्टोरी
फिल्म की शुरुआत होती है बंगाल में हो रहे विवाद से जिसमे हिंदू लड़कियों को अगवा कर लिया जाता है और उनको कैद कर दिया जाता है... वहीं कुछ लड़किया बच कर छुप जाती है और वो india जाने के लिए agent से बात करती हैं...वो agent उनको india भेजने वाला होता है... वो लड़किया उस agent को अपने बचाये हुए पैसे देती हैं... वो agent उन लड़कियों को एक जंगल की तरफ ले जाता है जहां वो उन लड़कियों को कुछ मुसलमानों के हवाले कर देता है...
फिल्म के मेकर जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ पश्चिम बंगाल के हालातों और वहां की राजनीति के बदलते हुए हालातों पर Based है. इस film में एक डायलॉग सुनने को मिलता है- लोकतंत्र.. जनता की तरफ से चुनी गई सरकार.. लेकिन इसका एक मतलब ये भी है कि बहुमत अगर मुसलमानों की होगी तो कानून भी शरियत के हिसाब से ही होगा. सबसे खास बात ये है कि इस फिल्म में एक किरदार ऐसा भी नज़र आता है जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शख्सियत से काफी मैच खाता हुआ मिलता है.
क्या है फिल्म का Conclusion
खैर, Conclusion पर आएं तो फिल्म में ये दिखाने की कोशिश की गई है कि किस तरह से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को torture किया जा रहा है... ज़ाहिर है, फिल्म को लेकर सब की सोच अलग-अलग होगी... किसी को ये फिल्म हक़ीक़त बयां करती हुई नज़र आएगी तो कोई इस फिल्म को propaganda movie करार दे देगा.