तमिलनाडु जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 (लीड-1)

सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, विल्लुपुरम में भर्ती राजावेल (49) की भी मंगलवार सुबह मौत हो गई।
मृतकों के नाराज रिश्तेदारों और दोस्तों ने राज्य में नकली शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर पुडुचेरी-तिंडीवनम सड़क को जाम कर दिया।
अब तक, विल्लुपुरम जिले के मरक्कनम में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है, जबकि मदुरंथकम, चेंगलपट्टू जिले में पांच लोगों की जान चली गई है।
शनिवार को 50 लोगों ने विल्लुपुरम जिले के मरक्कनम में एक विवाह समारोह के दौरान स्थानीय शराब का सेवन किया था।
इस पर कई लोगों ने मतली और उल्टी की शिकायत की और उन्हें अस्पतालों में ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई, रविवार को कई और लोगों ने दम तोड़ दिया।
विभिन्न अस्पतालों में भर्ती मरक्कनम के छह और लोगों ने सोमवार को दम तोड़ दिया। मरक्कनम में मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई, इससे मरने वालों की संख्या 14 हो गई।
चेंगलपट्टू के मारुथंथकम में शराब पीने वाले कुछ लोगों ने भी उल्टी की शिकायत की। मारुथंथकम में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मरक्कानम और मरुथंथकम में नकली शराब की बिक्री के बीच कोई संबंध तो नहीं है, क्योंकि दोनों जगह केवल 50 किमी की दूरी पर हैं।
पुलिस ने विल्लुपुरम जिले के मरक्कानम में जहरीली शराब कांड के सिलसिले में वी. मुथु (35), ए. रवि (43) और ए. अरुमुगम (37) को रविवार को गिरफ्तार किया है।
चेंगलपट्टू में, पुलिस ने चेंगलपट्टू के मारुथंथकम में जहरीली शराब की आपूर्ति करने वाले वेलू (38) और चंद्रू (42) को गिरफ्तार किया।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने पहले ही मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और अस्पतालों में भर्ती लोगों के लिए 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
--आईएएनएस
सीबीटी