61 वर्षीय महिला मरीज को मिली दर्द से मुक्ति
गंभीर दर्द की शिकायत के कारण इस सर्जरी की योजना बनाई गई
कि इस तरह की जटिल सर्जरी सरकारी अस्पतालों में पहली बार हुई है और मरीज़ भी पूरी तरह से ठीक है। उन्होंने बताया कि गंभीर दर्द की शिकायत के कारण इस सर्जरी की योजना बनाई गई और ओर्थोपेडिक विभाग के डॉ. जितेंद्र बाजपेयी द्वारा इस सर्जरी को किया गया। ओर्थोपेडिक विभाग, जो कि क्रिटिकल सर्जरी के लिए जाना जाता है,इसे एनबीईएमएस बोर्ड द्वारा डीएनबी प्रत्यायन प्रदान किया गया है। जिससे चिकित्सालय में डीएनबी कोर्स के लिए अध्ययन भी संभव होगा।
इस सर्जरी की सफलता में आर्थोपेडिक विभाग के साथ ही एनेस्थीसिया टीम के डॉ. अंकित अग्रवाल और डॉ. एस.के. रावत का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।अस्पताल के निदेशक डॉ सुरेश चंद्र कौशल ,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी का विशेष मार्गदर्शन सहयोग सराहनीय रहा। डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी, चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि लोक बंधु की ओर्थोपेडिक टीम उच्च जोखिम वाली सर्जरी को सफलतापूर्वक करने की क्षमता रखती है, आयुष्मान के भी मरीज़ो की जटिल सर्जरी काफ़ी मात्रा में हो रही है।
