नाखूनों पर सफेद धब्बे क्यों पड़ते हैं? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
क्या होता है ल्यूकोनीशिया?
नाखूनों पर दिखाई देने वाले सफेद धब्बों को मेडिकल भाषा में ल्यूकोनीशिया (Leukonychia) कहा जाता है। यह स्थिति सामान्य भी हो सकती है और कभी-कभी यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर भी इशारा कर सकती है। कई बार यह धब्बे खुद ही ठीक हो जाते हैं, जबकि कुछ मामलों में लंबे इलाज और डॉक्टर की सलाह की जरूरत होती है।
नाखूनों पर सफेद धब्बे होने के संभावित कारण
हल्की चोट या ट्रॉमा – नाखूनों पर किसी वस्तु से चोट लगने पर यह धब्बे बन सकते हैं, जो धीरे-धीरे खुद ही ठीक हो जाते हैं।
फंगल संक्रमण – फंगल इन्फेक्शन नाखून की बनावट और रंग को प्रभावित कर सकते हैं।
एलर्जी या दवाइयों के साइड इफेक्ट्स – कुछ दवाएं, जैसे एंटीबायोटिक्स या कीमोथेरेपी की दवाएं, नाखूनों पर असर डाल सकती हैं।
पोषण की कमी – शरीर में जिंक, आयरन और कैल्शियम की कमी भी इन धब्बों का एक प्रमुख कारण हो सकती है।
गंभीर बीमारियां – लिवर की समस्या, हार्ट डिजीज, डायबिटीज या HIV जैसे रोग भी नाखूनों पर सफेद धब्बे छोड़ सकते हैं।
कब चिंता की जरूरत है?
हालांकि अधिकांश मामलों में सफेद धब्बे हानिरहित होते हैं, लेकिन यदि यह लगातार बने रहें, फैलें, या नाखूनों की बनावट भी बिगड़ जाए, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। इसका सही कारण जानने के लिए ब्लड टेस्ट या नाखून की बायोप्सी की जा सकती है।
इलाज और सावधानियां
डॉक्टर से परामर्श लें – यदि धब्बों का कारण संक्रमण है, तो एंटी-फंगल दवाएं दी जा सकती हैं।
पोषक तत्वों की पूर्ति करें – संतुलित आहार लें जिसमें जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर हो।
नाखूनों की सफाई और देखभाल – नाखूनों को साफ रखें, उन्हें बार-बार काटें और फंगल इन्फेक्शन से बचें।
दवा का पूरा कोर्स लें – यदि कोई दवा दी गई हो, तो उसे बीच में बंद न करें क्योंकि इससे समस्या दोबारा हो सकती है।
