एनआईए ने आतंकी-गैंगस्टर साजिश मामले में लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के अनुसार, सहयोगी को लॉरेंस बिश्नोई आतंकी सिंडिकेट के सदस्यों को शरण देने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए ने आतंकी-गैंगस्टर साजिश मामले में लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के अनुसार, सहयोगी को लॉरेंस बिश्नोई आतंकी सिंडिकेट के सदस्यों को शरण देने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी सिंडिकेट के सदस्य कई आपराधिक मामलों में शामिल थे, जिसमें मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड का हमला भी शामिल था।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी विकास सिंह के रूप में पहचाने गए आरोपी ने फैजाबाद के रहने वाले दीपक सुरखपुर और दिव्यांशु को आश्रय दिया था, जिन्होंने मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले को अंजाम दिया था।

एक अधिकारी ने कहा कि विकास ने खुलासा किया कि उसने दीपक सुरखपुर और दिव्यांशु को कई बार आश्रय दिया था। विकास 10 आपराधिक मामलों में शामिल था। जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, शस्त्र अधिनियम और गैंगस्टर अधिनियम शामिल हैं।

एनआईए की जांच में पता चला है कि दीपक सुरखपुर को बिश्नोई के एक अन्य सहयोगी और दोस्त विक्की मिधुखेरा ने विकास से मिलवाया था। विकास ने अपने पहले से जानने वाले दिव्यांशु को बिश्नोई सिंडिकेट से जोड़ा था।

यह दोनों कई सुपारी हत्याओं में भी शामिल थे, जिनमें नांदेड़ में व्यवसायी संजय बियानी और पंजाब में गैंगस्टर राणा कंधोवालिया की हत्या शामिल थी। विकास ने राणा कंधोवालिया की हत्या के बाद रिंकू नाम के एक अन्य आरोपी को भी शरण दी थी।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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