बंगाल भर्ती घोटाला : माणिक भट्टाचार्य की न्यायिक हिरासत 7 दिसंबर तक बढ़ी


भट्टाचार्य के वकील ने गुरुवार को ईडी द्वारा की जा रही जांच की धीमी रफ्तार का हवाला देते हुए उनके मुवक्किल की ओर से जमानत याचिका दायर की।
भट्टाचार्य के वकील ने कहा, यह उचित नहीं है कि मेरा मुवक्किल अनिश्चित काल के लिए न्यायिक हिरासत में रहे, जबकि केंद्रीय एजेंसी अपनी जांच जारी रखे हुई है। हम अनुरोध करते हैं कि उनकी जमानत याचिका मंजूर की जाए। मेरा मुवक्किल भागकर कहीं नहीं जाएगा, वह जांच प्रक्रिया में सहयोग करेगा।
हालांकि, ईडी के वकील ने जमानत याचिका का विरोध किया और दावा किया कि शिक्षक भर्ती घोटाले में भट्टाचार्य की संलिप्तता के ठोस सबूत हैं।
ईडी के वकील ने दावा किया कि इस बात के सबूत हैं कि 2014 में प्राथमिक शिक्षकों के रूप में 325 व्यक्तियों की भर्ती सुनिश्चित करने के लिए भट्टाचार्य के खाते में 3.25 करोड़ रुपये जमा किए गए थे।
उन्होंने कहा, भट्टाचार्य और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली 30 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पहले ही पता लगाया जा चुका है। वह जांच प्रक्रिया में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं। राज्य के विभिन्न निजी शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेजों से भट्टाचार्य के बेटे के बैंक खातों में पैसे दिए जाने के सबूत हैं।
ईडी के वकील ने तर्क दिया, वित्तीय घोटाले से जुड़ी जांच प्रक्रिया में जटिलताओं के कारण जांच में कुछ समय लग रहा है। इसलिए जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक भट्टाचार्य को न्यायिक हिरासत में रखने की जरूरत है।
अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद भट्टाचार्य की न्यायिक हिरासत 7 दिसंबर तक बढ़ा दी।
--आईएएनएस
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