भाजपा सरकारों को धार्मिक उन्माद फैलाने वाले बयानों से बचना होगा : मायावती
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में सभी को मजबूती से लग जाना है। यूपी के करोड़ों लोगों के जीवन में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न, बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सरकार महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने के लिए जातिवादी, साम्प्रदायिक व धार्मिक विवादों को जानबूझकर पूरी छूट व शह दे रही है, जिस कारण प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की प्रगति भी प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से प्रभावित हो रही है।
बसपा सुप्रीमो ने देश की जीडीपी को लेकर भी कई सवाल खड़े किए हैं और कहा कि देश का निर्यात घटने के कारण व्यापार घाटा पिछले पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंचना सभी के लिए चिन्तनीय है। लेकिन बीजेपी सरकार इसको नजरअंदाज कर रही है।
लोकसभा आम चुनाव की तैयारियों को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई जिसके मुख्य बिंदु बीजेपी सरकार के कार्यकलापों तथा बदलते राजनीतिक हालात को लेकर रहा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार के कार्यकलापों और उससे निपटने के लिए विपक्षी पार्टियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए भी हिदायत दी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी सहित विभिन्न बीजेपी सरकारों को कथित लव जिहाद, लैण्ड जिहाद, धर्मान्तरण, मजार व स्कूल, कालेज विध्वंस, मदरसा जांच, बुलडोजर राजनीति तथा धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नफरती, संकीर्ण बयानों व कार्रवाईयों आदि से बचना होगा ताकि देश भर में व्याप्त तनाव व दहशत का माहौल समाप्त हो और देश मजबूती से आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ सके।
उन्होंने कहा कि विकास पूरे प्रदेश का होना चाहिए न कि समाजवादी पार्टी की हुकूमत की तरह कुछ विशेष जिले में खास क्षेत्रों का। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पर सरकार फेल है। हिरासत में हत्या तथा अपराधियों में खुलेआम टकराव ने लोगों के बीच दहशत पैदा कर दी है।
--आईएएनएस
विकेटी/एसकेपी