Air India Boing 787 Crash क्या Boeing की लापरवाही से हुआ Air India हादसा? | एक चेतावनी जो नजरअंदाज हुई

 
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Why Air India Plane Crash  ? हाल ही में अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए उड़ान भरते समय एक Air India का Boeing 787 Dreamliner विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में लगभग सभी यात्रियों की जान चली गई, और यह एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय विमान निर्माण कंपनियों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। लेकिन इस हादसे से कई महीने पहले ही एक शख्स ने इस खतरे की चेतावनी दी थी — उनका नाम है Sam Salehpour

कौन हैं Sam Salehpour और उन्होंने क्या चेतावनी दी थी?

Sam Salehpour, Boeing कंपनी में एक इंजीनियर रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2024 में अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) को एक विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा था जिसमें Boeing 787 Dreamliner और 777 विमानों के निर्माण में गंभीर तकनीकी खामियों और गुणवत्ता नियंत्रण की अनदेखी की बात कही गई थी।

Salehpour का दावा था कि Boeing के विमानों में संरचनात्मक खामियां हैं, खासकर फ्यूल टैंक, फ्यूजलेज (aircraft body), और विंग्स के जोड़ में। उन्होंने यह भी कहा कि जब उन्होंने यह मुद्दा कंपनी में उठाया तो उन्हें धमकाया गया और साइडलाइन कर दिया गया।

क्या हादसा इन्हीं खामियों की वजह से हुआ?

अब जब Air India का Dreamliner विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तो नजरें एक बार फिर उसी चेतावनी की ओर घूम गई हैं। हालांकि दुर्घटना की जांच जारी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स और विश्लेषकों का मानना है कि विमान के ढांचे में आई तकनीकी विफलता इस दुर्घटना की एक प्रमुख वजह हो सकती है।

Boeing 787 Dreamliner का निर्माण और विवाद

Boeing 787 Dreamliner एक आधुनिक, फ्यूल एफिशिएंट विमान है जिसे मुख्य रूप से अमेरिका के साउथ कैरोलिना और वाशिंगटन में निर्मित किया जाता है। लेकिन इसकी निर्माण प्रक्रिया में बहुत-सी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की भागीदारी होती है — जापान, इटली, भारत और अन्य देशों से पार्ट्स मंगवाए जाते हैं और फिर इन्हें अमेरिका में जोड़ा जाता है।

इस जटिल सप्लाई चेन और असेंबली प्रक्रिया के चलते कई बार गुणवत्ता नियंत्रण में चूक हो जाती है। इसी कारण Sam Salehpour ने दावा किया था कि विमान के जोड़ लंबे समय में टूट सकते हैं और यह सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।

FAA की भूमिका और जवाबदेही

FAA (Federal Aviation Administration) अमेरिका की एक सरकारी संस्था है जो विमानन सुरक्षा की निगरानी करती है। Salehpour ने इसी एजेंसी से शिकायत की थी, लेकिन FAA पर यह आरोप लग रहे हैं कि उसने इस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।

अब जब दुर्घटना हो चुकी है, FAA पर भी दबाव बढ़ गया है कि वो Boeing की निर्माण प्रक्रिया की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच करे और दोषियों को जिम्मेदार ठहराए।

Air India पर क्या असर पड़ेगा?

Air India इस समय टाटा समूह के स्वामित्व में है और वह अपना बेड़ा आधुनिक बनाने की प्रक्रिया में है। यह हादसा न केवल ब्रांड की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि यात्री सुरक्षा को लेकर लोगों में डर भी पैदा कर सकता है।

अगर जांच में यह साबित होता है कि हादसा निर्माण दोष या Boeing की लापरवाही के कारण हुआ, तो Air India को कानूनी, वित्तीय और रणनीतिक स्तर पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Boeing के लिए खतरे की घंटी

Boeing पहले भी कई विवादों में रहा है, विशेषकर 737 MAX दुर्घटनाओं के बाद। अब 787 Dreamliner के साथ अगर सुरक्षा में खामियां सामने आती हैं, तो यह कंपनी की साख, शेयर वैल्यू और ग्लोबल मार्केट में स्थिति पर बुरा असर डाल सकता है।

Air India का यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि जब सुरक्षा चेतावनियों को नजरअंदाज किया जाता है, तो उसके परिणाम भयावह हो सकते हैं। Sam Salehpour की चेतावनी यदि समय रहते सुनी जाती, तो शायद यह हादसा रोका जा सकता था। अब वक्त है कि FAA, Boeing और एयरलाइंस मिलकर सुरक्षा, गुणवत्ता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें — ताकि भविष्य में कोई और जिंदगी यूं ही न जाए।

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