G7 Summit 2025 Invitation : आखिरकार भारत को बुलाना ही पड़ा , कनाडा झुका भारत की ताकत के आगे

Aapki Khabar Rajniti डेस्क ,दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर देशों के समूह G7 की 15 जून 2025 से कनाडा के ओटावा में होने वाली बैठक से ठीक पहले एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। भारत को पहले इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन G7 के अन्य सदस्य देशों – अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और इटली – के दबाव के बाद कनाडा को मजबूरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आखिरी समय पर आमंत्रण भेजना पड़ा।
भारत और कनाडा के बिगड़े रिश्ते
भारत और कनाडा के संबंध 2023 के बाद से लगातार तनावपूर्ण रहे हैं। कारण था – कनाडा में बढ़ती खालिस्तान समर्थक गतिविधियाँ, और उस पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का खुला समर्थन। जब हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या हुई, तो ट्रूडो सरकार ने भारत पर आरोप लगाए। भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया।
इसके बाद भारतीय राजनयिकों को धमकी, खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियाँ और ट्रूडो के बयानों ने भारत-कनाडा संबंधों को ऐतिहासिक रूप से निम्नतम स्तर पर पहुंचा दिया। कनाडा ने भारत को G7 बैठक के आमंत्रण से बाहर रखने की कोशिश की, जिससे भारतीय राजनीति में भी इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई।
बदले हालात: कनाडा में चुनावी हार और भारत की बढ़ती ताकत
लेकिन 2025 में तस्वीर पूरी तरह बदल गई। कनाडा में हाल ही में हुए आम चुनावों में ट्रूडो की पार्टी और खालिस्तान समर्थक प्रत्याशी करारी हार का सामना कर चुके हैं। हरदीप सिंह निज्जर जैसे चेहरे चुनाव हार चुके हैं और जस्टिन ट्रूडो की राजनीतिक पकड़ भी कमजोर हो चुकी है।
वहीं दूसरी ओर, भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है, और IMF के अनुसार भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत को नजरअंदाज नहीं कर सकता कोई
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India per capita income में पिछले 10 वर्षों में 188% की वृद्धि हुई है।
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भारत का निर्यात, निवेश और वैश्विक स्तर पर प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।