18 may 2025 ko ketu ka gochar in hindi : 18 मई 2025 को केतु का गोचर, राशि के अनुसार उपाय

मेष (Aries)
प्रभाव: केतु का गोचर 5वें भाव में हो रहा है, जिससे संतान संबंधी चिंताएं, प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव, और मानसिक अस्थिरता हो सकती है।
उपाय:
गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
गुरुजनों का आशीर्वाद लें।
वृषभ (Taurus)
प्रभाव: केतु का गोचर 4वें भाव में हो रहा है, जिससे पारिवारिक जीवन में असंतुलन, माता के स्वास्थ्य पर प्रभाव, और मानसिक तनाव संभव है।
उपाय:
माता-पिता की सेवा करें।
शनिवार को पीपल के वृक्ष की पूजा करें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
मिथुन (Gemini)
प्रभाव: केतु का गोचर 3वें भाव में हो रहा है, जिससे साहस में वृद्धि, लेकिन भाई-बहनों से संबंधों में तनाव संभव है।
उपाय:
भाई-बहनों के साथ समय बिताएं।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले तिल का दान करें।
कर्क (Cancer)
प्रभाव: केतु का गोचर 2वें भाव में हो रहा है, जिससे वाणी में कठोरता, पारिवारिक विवाद, और आर्थिक अस्थिरता हो सकती है।
उपाय:
मीठा बोलने का प्रयास करें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को गरीबों को भोजन कराएं।
सिंह (Leo)
प्रभाव: केतु का गोचर लग्न (प्रथम भाव) में हो रहा है, जिससे आत्मविश्वास में कमी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, और वैराग्य की भावना उत्पन्न हो सकती है।
उपाय:
स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
कन्या (Virgo)
प्रभाव: केतु का गोचर 12वें भाव में हो रहा है, जिससे अनिद्रा, खर्चों में वृद्धि, और मानसिक चिंता का संकेत देता है।
उपाय:
ध्यान और योग का अभ्यास करें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को अस्पताल में रोगियों को फल वितरित करें।
तुला (Libra)
प्रभाव: केतु का गोचर 11वें भाव में हो रहा है, जिससे आर्थिक लाभ, लेकिन मित्रों से दूरी और इच्छाओं की पूर्ति में बाधा आ सकती है।
उपाय:
मित्रों के साथ संबंध सुधारें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले तिल का दान करें।
वृश्चिक (Scorpio)
प्रभाव: केतु का गोचर 10वें भाव में हो रहा है, जिससे करियर में अनिश्चितता, निर्णय लेने में कठिनाई, और कार्यस्थल पर तनाव हो सकता है।
उपाय:
कार्यस्थल पर संयम बरतें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले वस्त्र दान करें।
धनु (Sagittarius)
प्रभाव: केतु का गोचर 9वें भाव में हो रहा है, जिससे भाग्य में कमी, धार्मिक विश्वासों में संदेह, और आध्यात्मिकता में वृद्धि हो सकती है।
उपाय:
धार्मिक स्थलों की यात्रा करें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें।
मकर (Capricorn)
प्रभाव: केतु का गोचर 8वें भाव में हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, मानसिक तनाव, और रहस्यमय अनुभव हो सकते हैं।
उपाय:
स्वास्थ्य की जांच कराएं।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को काले तिल का दान करें।
कुंभ (Aquarius)
प्रभाव: केतु का गोचर 7वें भाव में हो रहा है, जिससे वैवाहिक जीवन में चुनौतियाँ, साझेदारी में तनाव, और संबंधों में अस्थिरता हो सकती है।
उपाय:
संबंधों में पारदर्शिता रखें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को गरीबों को भोजन कराएं।
मीन (Pisces)
प्रभाव: केतु का गोचर 6वें भाव में हो रहा है, जिससे शत्रुओं पर विजय, स्वास्थ्य में सुधार, लेकिन मानसिक तनाव संभव है।
उपाय:
ध्यान और योग का अभ्यास करें।
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जाप करें।
शनिवार को अस्पताल में रोगियों को फल वितरित करें।
सामान्य उपाय:
"ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
शनिवार को काले तिल, काले वस्त्र, और लोहे की वस्तुएँ दान करें।
पीपल के वृक्ष की पूजा करें और दीपक जलाएं।
ध्यान, योग, और साधना का अभ्यास करें।
यदि आप अपनी जन्म कुंडली के अनुसार विशेष उपाय जानना चाहते हैं, तो कृपया अपनी जन्म तिथि, समय, और स्थान साझा करें। मैं आपके लिए व्यक्तिगत सुझाव प्रदान कर सकता हूँ।