अष्टलक्ष्मी योग क्या है ? धन की वर्षा करता है राहु अगर कुंडली में है अष्ट लक्ष्मी योग ,इस तरह से देखें राहु की कुंडली मे स्थिति 

Ashtlaxmi yog

 राहु का नाम सुनते ही यह माना जाता है कि अधिकतर लोगों को यह नुकसान करता है लेकिन राहु कई बार अच्छे परिणाम देता है और कुंडली में अगर यह शुभ स्थिति में होता है इसके परिणाम ऐसे होते हैं कि जो कुछ भी कभी कल्पना भी नहीं की गई है उससे भी काफी अच्छा परिणाम देता है इसमें राहु का नाम सुनते ही इससे परेशान होने की आवश्यकता नहीं है और इस योग्य ज्योतिषी द्वारा राहु के स्थान से विश्लेषण करने से यह समझ में आता है कि वह अपनी स्थिति कुंडली में क्या है और अगर या किसी ऐसे स्थान पर है जो नुकसान कर सकता है तो उसका योग्य व्यक्ति से उपचार कराने पर उसका जो खराब परिणाम है वह नहीं मिलता है ।


कुंडली में राहु की स्थिति के कारण कई बार बहुत ही शुभ योग बनते हैं उसमें से एक योग है अष्टलक्ष्मी योग अगर कुंडली में केंद्र में बृहस्पति पहले चौथे सातवें और दसवें स्थान पर  है और कुंडली के छठे भाव में राहु है तो उससे अष्टलक्ष्मी  योग बनता है।


वहीं कई अन्य ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि अगर बृहस्पति दशम स्थान पर है तभी अष्टलक्ष्मी योग बनता है ।
ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि यदि किसी की भी कुंडली में अष्ट लक्ष्मी योग बनता है उसको धन की कभी भी कमी नहीं है उसके पास धन संपत्ति की कभी कमी नही होता है जो भी कार्य करता है उसमें उसे सफलता मिलती है जिससे धन की प्राप्ति होती रहती है ।


राहु को प्रसन्न कैसे करें ?

राहु को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन भगवान शिव की आराधना करें और शिवलिंग के दर्शन करें।
कर रहा हूं आपको परेशान कर रहे हो एक नारियल अपने सिर से घुमा कर बहते हुए पानी में उसको बाहर उसे राहु का अगर कोई खराब प्रभाव आपकी कुंडली में राहु शांत हो जाएगा।

राहु को प्रसन्न करने के लिए ॐ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करें उसे राहु की कृपा प्राप्त होगी।

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