गरीबी और बदकिस्मती पीछा नही छोड़ रही कहीं गुरु चांडाल योग तो नही आपकी कुंडली मे ,जानिए होरा शास्त्र के उपाय

 

 
Guru chandal yog

गुरु चांडाल योग कब होता है ?


गुरु और राहु की युति के कारण कुंडली में गुरु चांडाल योग माना जाता है ज्योतिष के जानकारों के अनुसार यह मोह के अशुभ प्रभाव है और उनकी भी कुंडली में गुरु चांडाल योग रहता है उसके जीवन में लगातार परेशानी बनी रहती है दरिद्रता बनी रहती है अकारण लोगों के साथ में विवाद होता रहता है बीमारी बनी रहती है किसी भी तरह की समस्या कभी भी आ सकती है उसके लिए गुरु चांडाल योग अगर कुंडली में है तो उसका उपाय करना जरूरी हो जाता है ।

गुरु चांडाल योग के लक्षण

गुरु चांडाल योग रहने पर घर का सामान गायब होने लगता है अन्य लक्षण में घर मे लगातार किसी सदस्य का बीमार बना रहना ,सेवा करने पर भी पौधों का सूख जाना यह सारे लक्षण हैं गुरु चांडाल योग के ।


गुरु चांडाल योग के घरेलू उपाय

घर मे कपूर में लौंग जला कर आरती करने से चांडाल योग का असर कम होता है साथ ही शनिवार के दिन नमक का पोंछा और रविवार के दिन गायत्री मंत्र के हवन से जो नकरात्मकता वह खत्म होती है घर मे negative energy कम होती है और positive energy बनी रहती है ।

गुरु चांडाल योग के उपाय

अगर कुंडली में गुरु चांडाल योग है तो उसके उपाय करने चाहिए उसके बाद ही काम में सफलता मिलने शुरू होती है क्योंकि गुरु चांडाल योग काफी नकारात्मक देता है और इसके कारण किसी भी काम में मन ना लगना क्या आधे अधूरे काम को छोड़ देना फिर काम बनते बनते बिगड़ जाना यह सारे लक्षण होते हैं तो गुरु चांडाल का योग का उपाय करने के लिए बृहस्पति और राहुल दोनों का उपाय करना चाहिए बृहस्पतिवार  मंत्रों का जाप करें और राहु शांत करने के लिए राहु के मंत्रों का जाप करें।
गायत्री मंत्र का जाप करना भी गुरु चांडाल योग में काफी फायदेमंद होता है और बहुत बड़ी राहत मिलती है उसके लिए राहु को शांत करने के लिए ॐ रां राहवे नमः मंत्र का एक माला जाप या हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जा सकता है।
 प्रतिदिन उगते हुए सूर्य को जल देने से जो नकारात्मकता है वह भी खत्म होती है।


गुरु चांडाल योग में किसकी पूजा की जानी चाहिए ?

बृहस्पति और राहु की पूजा के साथ ही अगर भगवान शंकर की पूजा की जाए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भी राहु की नकारात्मकता खत्म होती है ।
चांडाल योग क्या है ?
कुंडली मे राहु और बृहस्पति की युति होने पर चांडाल योग माना जाता है ज्योतिष में इसे अशुभ परिणाम देने वाला कहा जाता है । 
गुरु चांडाल योग का क्या प्रभाव होता है ? क्या गर्भ धारण करने में भी गुरु चांडाल योग समस्या पैदा करता है ?
गुरु चांडाल योग होने के कारण संतान उत्पत्ति मे भी देरी हो सकती है ,गर्भ धारण करने में भी समस्या आती है । गुरु जहां बेहद शुभ ग्रह है और संतान के लिए प्रभावी होता है वहीं राहु इस काम में अड़चन डालता है । अगर गुरु चांडाल योग पंचम सप्तम भाव मे है और पंचमेश निर्बल हो तो यह और भी समस्या पैदा करता है ।


गुरु चांडाल योग शांति के उपाय जो खुद (स्वयं) किया जा सकता है 

इस योग के होने पर मंदिर की सफाई करें । बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लें उनकी सेवा करें और सूर्य की उपासना करें यह सारे प्रयोग खुद ही किये जा सकते हैं । माथे पर केसर चंदन का पीला टीका लगाएं इससे गुरु चांडाल योग की नकारात्मकता को काफी हद तक काम किया जा सकता है ।

चांडाल योग निवारण मंत्र

राहु को शांत करने का उपाय करना चाहिए इसके लिए ॐ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करने से राहु शांत होते हैं जिससे बृहस्पति अपना काम कर सके । बृहस्पति अपनी शुभता का लाभ तभी दे सकते हैं जब राहु उसको ऐसा करने में अड़चन न डाले ।
इसके अलावा उगते हुए सूर्य को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र का जाप करने से गुरु चांडाल योग में जो नकारात्मकता है वह कम होती है । सबसे आसान उपाय है कि माथे पर केसर का टीका लगाएं और सूर्य को जल चढ़ाएं। यह बहुत ही आसान उपाय है जो कोई भी कर सकता है । अगर सामर्थ्य हो तो किसी योग्य पंडित को बुलाकर पूजा कराएं जिससे लाभ और भी बढ़ जाएगा ।

गुरु चांडाल योग का वृहद पारासर होरा शास्त्र में उपाय 

होरा शास्त्र में बताया गया है कि 2 ग्राम शिव जी की सोने की मूर्ति पीतल की थाली में पीले पान के पत्ते पर रखकर शिव जी की आराधना कराकर पंडित जी को दान कर  दे इससे गुरु चांडाल योग का असर कम हो जाता है । 

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