भक्ति मार्ग जीवन में सुख शांति का माध्यम है- विजय कौशल जी महाराज
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
खरगूपुर(गोंडा) श्री सर्वदानंद बालिका विद्यालय बेंदुली में चल रही रामकथा के आठवें दिन विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि भक्ति मार्ग से ही मनुष्य के जीवन में सुख शांति आ सकती है।भक्ति करने से ही आनंद की शीतल छाया मिलती है।उन्होंने कहा कि परमात्मा से जुड़ने के लिए श्रद्धा और विश्वास ही साधन बनता है।कथा की सार्थकता तब सिद्ध होती है।जब इसे हम दैनिक जीवन के व्यवहार में शामिल करते हैं।दूसरों की भलाई सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।राम कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है।इससे संशय दूर होता है।उन्होंने कहा कि धर्म मात्र बौद्धिक उपलब्धि नहीं है।
वह मनुष्य की स्वाभाविक आत्मा है और मनुष्य के आवरण से ढकी हुई है। इस कारण वह अज्ञात है। आवरण से उसका चैतन्य ढका हुआ है, लेकिन वह अस्त नहीं है। उन्होंने कहा कि संतों की कृपा से ही समागम मिलता है।रविवार को श्री राम कथा का समापन विशाल भंडारे के साथ किया जाएगा।इस दौरान सांसद बृजभूषण शरण सिंह विधायक विनय कुमार द्विवेदी राजीव रस्तोगी सहित तमाम क्षेत्रवासी मौजूद रहे।