Ayodhya Ram Mandir Murti : कौन हैं वो 3 मूर्तिकार, जिन्होंने अयोध्या Ram Mandir के लिए बनाई रामलला की मूर्ति
इन तीनों मूर्तिकारों द्वारा बनाई गई मूर्तियों में से सिर्फ एक मूर्ति का चयन किया गया, जो कि मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई थी. वहीं, दो अन्य मूर्तियों का चयन नहीं हुआ लेकिन उन मूर्तियों का निर्माण किसने किया था और उनमें क्या विशेषता थी? चलिए आपको बताते हैं |
भगवान राम की मूर्ति बनाने वाले यह हैं 3 मूर्तिकार
दरअसल, Ram Mandir के गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा के लिए 3 मूर्तिकारों द्वारा 3 अलग-अलग मूर्तियां बनाई गई थी. इन 3 मूर्ति में से किसी एक मूर्ति का चयन किया जाना था. राम मंदिर ट्रस्ट कमेटी ने अरुण योगीराज शिल्पी द्वारा बनाई गई मूर्ति का चयन किया. वहीं, अरुण योगीराज के अलावा राजस्थान के सत्यनारायण पांडे और बेंगलूरु के जीएल भट्ट ने भी श्रीराम की प्रतिमा बनाई थी. सत्यनारायण पांडे ने भगवान राम की श्वेत तो वहीं, मूर्तिकार अरुण योगीराज और जी एल भट्ट ने श्याम रंग की मूर्तियां बनाई |
1. अरुण योगीराज शिल्पी
मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज शिल्पी द्वारा बनाई गई श्रीराम की मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया है. अरुण योगीराज ने नौकरी छोड़कर मूर्ति बनाने का काम शुरू किया था. आपको बता दें कि उनका परिवार 5 पीढ़ी से मूर्ति बनाने के काम में लगा है. अरुण अबतक 1 हजार से ज्यादा मूर्ति बना चुके हैं. इन्होने केदारनाथ में आदिशंकराचार्य की मूर्ति बनाई थी. इंडिया गेट पर स्थापित नेताजी की मूर्ति भी अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई है. रामलला की मूर्ति बनाने में उन्हें 6 महीने लगे |
2. सत्यनारायण पांडे
राजस्थान के प्रसिद्ध मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे ने भी अयोध्या राम मंदिर के लिए श्रीराम की मूर्ति का निर्माण किया था. हालांकि, उनकी मूर्ति का चयन नहीं किया गया. सत्यनारायण मकराना की शिला से मूर्ति बनाते रहे हैं. उन्होंने अपनी पहचान एक बड़े मूर्तिकार के तौर खुद बनाई है. उन्होंने भगवान राम की मूर्ति बनाने के लिए सबसे अच्छे पत्थर को चुना. उन्होंने रामलला की मूर्ति विशिष्ट संगमरमर से तैयार की है. वो कहते हैं कि उनके द्वारा बनाई गई यह मूर्ति कभी भी खराब नहीं होगी |
3. जीएल भट्ट
श्रीराम की मूर्ति बनाने वाले तीसरे शख्स बेंगलुरू के रहने वाले मूर्तिकार जीएल भट्ट हैं. वो 45 सालों से मूर्ति बना रहे हैं. जीएल भट्ट को अब तक 50 से ज्यादा अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. भट्ट ने भगवान राम की श्याम रंग की मूर्ति बनाई है जिसकी उंचाई 4 फीट है. उन्होंने अरुण योगीराज की तरह श्रीराम की बाल स्वरूप में मूर्ति बनाई है. हालाँकि, उनकी मूर्ति का भी चयन नहीं हो सका |