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Covid19-अगर मानते हैं ज्योतिष को तो इस तरह हवन से भी कम होगा coronavirus का असर

 
Covid19-अगर मानते हैं ज्योतिष को तो इस तरह हवन से भी कम होगा coronavirus का असर

ग्रहों के फेर से भी हो रहा है coronavirus

Jyotish -ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि आजकल (इस समय) राहु अपनी उच्च राशि मिथुन में गोचर कर रहे हैं। जो स्वतंत्र भारत की कुंडली का दूसरा घर और आम इंसान के मुंह और नाक का भी घर है। इस घर में चंद्र उच्च के और बृहस्पति कारक ग्रह हैं।

शनि अपनी मकर राशि में हैं और ये हमारी ऑक्सीजन को प्रभावित करते हैं। जिसका कारक ग्रह बृहस्पति है।

चूंकि सांस, नाक के जरिए ही लिया जाता है और ऑक्सीजन शरीर तक पहुंच कर जीवन प्रदान करती है।

कोरोना वायरस का यह हमला वायु या सांस के जरिए मानव शरीर में पहुंच कर नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे कारण उसे जीवन तक से हाथ धोना पड़ रहा है।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार कोई भी वायरस राहु और शनि से प्रभावित होता है। जो ऑक्सीजन को दूषित करके हवा को विषैला बनाते हैं। राहु का संबंध धुएं और आसमान दोनों से है। ऐसे ही कोई भी वायरस हवा में कहीं भी पहुंच जाता है। शनि हवा में पैदा हुए कण हैं, जो इसको फ़ैलाने में मदद करते हैं।

पूरे ब्रह्मांड की ऑक्सीजन पर बृहस्पति का स्वामित्व स्थापित है। ऑक्सीजन बारिश के कारण पैदा होती है, जिससे पेड़-पौधे फलते-फूलते हैं और स्वच्छ वायु देते हैं। जिसका कारक ग्रह चंद्र है।

पण्डित दयानन्द शास्त्री जी के अनुसार जब 14 मई 2020 को जब वक्री देवगुरु वृहस्पति का आगमन मकर राशि मे होगा, तक यह बीमारी पूर्ण रुप से समाप्त होगी।

उस दिन मकर राशि में नीच भंग के कारण यह बीमारी प्रभावहीन हो जाएगी। इससे पूर्व 11 मई 2020 को शनिदेव का वक्री होना इसमें सहायक होगा। उज्जैन के पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया कि ज्योतिष में केतु को इस तरह के रोगों का कारक ग्रह माना जाता हैं।इनकी रोकधाम एवम उपाय मुश्किल एवम परेशानी वाले होते हैं किंतु आगामी 22 अप्रेल 2020 से बन रही ग्रह नक्षत्रों की स्थिति अनुसार कॅरोना वायरस से धीरे धीरे राहत मिलने लगेगी।

यह सत्य भी सर्वविदित है कि जब मौसम का संक्रांतिकाल होता हैं तब रोग एवम महामारियों के फैलने की सम्भवना अधिक होती हैं।

वर्तमान समय में भारत पर कोरोना वायरस का असर शुरू हो चुका है। चंद्र और बृहस्पति दोनों ग्रह उत्तर दिशा को केंद्रित करते हैं।भारत में इसका असर उत्तरी भारत में ज्यादा होगा जैसे कि दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर आदि में होली के बाद इसका असर शुरु होने की सम्भवना बनती हैं।

आने वाली चैत्र माह की अमावस्या से यानि कि 24 मार्च 2020 से इस कोरोना वायरस को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
जब 30 मार्च 2020 से बृहस्पति अपनी नीच राशि में प्रवेश करेंगे, जहां शनि देव पहले से ही बैठे हैं। आठवे भाव में मंगल और केतु अंगारक दोष बना रहे हैं। ग्रहों के इस प्रभाव के परिणाम स्वरुप आम जनमानस अस्पताल के चक्कर लगाएंगे।

आगामी समय भारत सहित विश्व के लिए भी खराब है । यह जानकारी देते हुए रतलाम, मध्यप्रदेश के राज ज्योतिषी पं.अभिषेक जोशी ने बताया कि
विशेष कर आने वाले समय में सरकार कुछ ऐसे निर्णय लेगी जिससे जनता के विरोधों का सामना करना पड़ सकता है । गोचर में शनि को देखें तो 24 जनवरी 2020 से स्वराशि मकर में पहले से ही विद्यमान है।

अब मंगल भी 22 मार्च 2020 (रविवार) को अपनी उच्च राशि, मकर में गोचर करेंगे ।

मंगल सेनापति माने जाते हैं और शनि सत्ता और न्याय इत्यादि के कारक भी हैं अर्थात इस दौरान सत्ता और सेनाओं से सबन्धित भी उठापटक होगी ।

ग्रह गोचर देखें तो मंगल उच्च यानी सेनापति पूर्ण प्रभावी रहेंगे , शनि स्वराशिस्थ यानी घर का मालिक अपने घर पे पहरा , गुरु नीच ( नीचभंग) सभी ग्रह राहु केतु के मध्य ।

मकर, पृथ्वी तत्व की राशि है। जिसके स्वामी शनि है अब मंगल से शत्रुवत व्यवहार होने के कारण पृथ्वी पर भी असर डालेंगे ।

जिसके फलस्वरूप भूकम्प, ओलावृष्टि , हवाई स्थलीय घटना/ आपदा , राजनैतिक, सामाजिक हलचल अवश्य होगी । यह मंगल और शनि का गोचर बहुत उतार चढ़ाव और उठापटक लिए होगा ।

विशेष--

22 मार्च से 4 मई 2020 के मध्यावधि में विशेष परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है । जिसमें कुछ विशेष तारीख देने का प्रयास कर रहा हूँ यह हमारे अभ्यास के तहत भी हो सकता है ।
22 मार्च से लेकर 28 मार्च 2020, तक।
7 अप्रैल से 15 अप्रैल 2020 के मध्य ।
21, से 30 अप्रैल 2020 के मध्य। ।
इन दिनांकों में ज्यादा घटनाओं के घटित होने की संभावना है जिसमे हालात और गम्भीर हो सकते हैं ।

दिन के बजाय रात में करोना वायरस का असर ज्यादा रहेगा लेकिन जैसे जैसे गर्मी का मौसम बढ़ेगा तो इसके प्रभाव में कटौती होनी शुरू हो जाएगी।

आगामी 13 अप्रैल 2020 से सूर्य देव अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे तो करोना वायरस का अंत शुरू होगा। इसके लिए हर व्यक्ति को अपना चंद्र और बृहस्पति शुभ स्थिति में रखने की अवश्यकता है।

जोधपुर निवासी ज्योतिर्विद सुरेश सोनी के अनुसार इस वर्ष 2020 में प्रबल और रोगकारक शनि के कारण आसार अच्छे नही है और ग्रहयोग भी अच्छे नही है । जनसाधारण सावधान, सतर्क एवम सजग रहे ।

कोरोना वायरस से बचाएंगे ये ज्योतिषीय उपाय--

ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। ठंडे पानी को एवॉइड करें, गर्म या गुनगुने पानी का सेवन करें।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।

प्रतिदिन सुबह गंगा जल का अपने घर में छिड़काव करें।

शाम को घर में कपूर के ऊपर हवन सामग्री डालकर धुंआ करें।

सुबह स्नान के बाद केसर का तिलक लगा कर सूर्य देव को अर्घ्य दें।

घर में नवग्रह हवन करवाएं, इससे हवा में करोनावायरस का असर खत्म हो जाएगा, आप और आपका परिवार सुरक्षित रहेंगे।

पंडित दयानंद शास्त्री

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