ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सप्तवारो का वर्णन:- डॉ वैभव अवस्थी ज्योतिष परामर्शदाता

ज्योतिषाचार्य वैभव
 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य उदय से लेकर दूसरे दिन के सूर्य उदय तक के समय को वार कहा गया है। सात वारों के नाम निम्न प्रकार हैं रविवार सोमवार मंगलवार बुधवार बृहस्पतिवार शुक्रवार और शनिवार। सोमवार को चंद्रवार के नाम से और बृहस्पतिवार को गुरुवार के नाम से भी जाना जाता है।

रविवार को सूर्य देव की पूजा की जाती है, उसी तरह सोमवार को शिव जी, मंगलवार को हनुमान जी, बुधवार को गणेश जी, गुरुवार को बृहस्पति जी, शुक्रवार को देवी लक्ष्मी और शनिवार को शनि देव जी की पूजा करने का प्रावधान है। 

सोमवार बुधवार बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार यह शुभ वार है और इनमें शुभ कर्म किए जाते हैं। मंगलवार रविवार और शनिवार यह क्रूर वार है और क्रूर कार्यों में काम आते हैं। सोमवार बुधवार बृहस्पतिवार शुक्रवार सब कार्यों में सिद्धि देने वाले हैं। रविवार ब्राह्मणों को मंगलवार क्षत्रियों को शनिवार वैश्य एवं शुद्र को।शुभ दायक होता है।

रविवार को बीज बोना मकान बनाना वाटिका लगाना और शांति कर्म करना चाहिए।
सोमवार को हाथी हाथी की सवारी करना और उद्यान आदि में जाना शुभ होता है।
मंगलवार को बाग लगाना मारण एवं शास्त्रीय कर्म सिद्ध होते हैं।
बुधवार को अग्नि कार्य मिश्रित कार्य आदि कर्म किए जाते हैं।
बृहस्पतिवार को दुकान का कार्य स्त्री पुरुष की मैत्री ज्ञान आभूषण एवं शिल्प आदि कर्म किए जाते हैं।
शुक्रवार को गीत गाना वस्त्र पहनना क्रीड़ा करना मित्र का कार्य और आभूषण के कार्य सिद्ध होते हैं।
शनिवार को अभिचार जादू टोना प्रकार पशुओं का दमन आदि कार्य किए जाते हैं।
 *ज्योतिष परामर्शदाता डॉ वैभव* *अवस्थी* के अनुसार शिवपुराण में वर्णित वारों में निम्न कार्य एवम पूजा का विधान है।


रविवार

रविवार के अधिपति देव सूर्य अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए रोज सूर्य को जल चढ़ाएं। ये उपाय रविवार से शुरू करें। किसी गरीब को गुड़ का दान करें।

सोमवार

ये चंद्र का दिन है और चंद्रदेव संपत्ति के दाता हैं। इस दिन किसी गरीब को उसकी पत्नी सहित भोजन कराएं। भोजन में शुद्ध घी से बना पकवान अवश्य रखें। शिवजी को खीर का भोग लगाएं।

मंगलवार

मंगल ग्रह इस वार के अधिपति हैं और वे बीमारियों को दूर करते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए मंगलवार को महाकाली की पूजा करें। साथ ही, किसी गरीब को भोजन कराएं। भोजन में उड़द, मूंग या तुवर की दाल जरूर रखें।

बुधवार

इस वार का कारक ग्रह बुध है, ये ग्रह बुद्धि का स्वामी है। बुधवार को भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाएं और दूध से बने पकवान का भोग लगाएं। विष्णु भगवान की पूजा से भी बुध प्रसन्न होते हैं।

गुरुवार

गुरुवार के स्वामी हैं बृहस्पति देव और वे आयु बढ़ाते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को वस्त्र, यज्ञोपवीत और खीर से अपने इष्टदेव और शिवजी की पूजा करें।

शुक्रवार

सुख-सुविधा की चीजों का कारक ग्रह शुक्र है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार को किसी गरीब महिला को सुहाग का सामान और अन्न दान करें।

शनिवार

शनिवार का कारक ग्रह शनि है। शनिदेव मृत्यु भय दूर करते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए शनिवार को शिवलिंग पर तिल चढ़ाएं। किसी गरीब को तिल से बना भोजन कराएं। तेल का दान करें।

 *डॉ वैभव अवस्थी* 
ज्योतिष परामर्शदाता 
वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर एवं उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित संपर्क 9720822736

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