हाथ की लकीरें पढ़ना: कितनी सच होती है आपके बारे में की गई भविष्यवाणी?

हाथ की लकीरें पढ़ना: कितनी सच होती है आपके बारे में की गई भविष्यवाणी?

palmistry lines meaning: हस्तरेखा और भविष्य के रहस्य: हस्तरेखा द्वारा जातक के भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में सटीक अंदाज़ा लगाया जा सकता है। जिस प्रकार विशेषज्ञ मौसम के बारे में पूर्वानुमान देते हैं, वैसे ही ज्योतिषी भी भविष्य के बारे में अनुमान व्यक्त करते हैं। अब ये अनुमान(दावे) कितने सत्य निकलते हैं, ये उस विशेषज्ञ के ज्ञान/अनुभव और नीयत पर निर्भर करता है। वैसे ज्योतिष विद्या और हस्तरेखा विज्ञान के अतिरिक्त, पुराने ज़माने में लोग मस्तक और पैरों की रेखाएं पढ़ने में भी परांगत होते थे। ज्योतिष विश्लेषण आंकड़ों, पुराने अनुभवों को इंसान के वर्तमान परिवेश के साथ सामूहिक विश्लेषण से ग्रहों के प्रभाव को जातक किस प्रकार से कर्म करेगा, ये अनुमान लगाना होता है।

सम्पूर्ण हस्त रेखा ज्ञान: यदि केवल आंकड़ों के गणित से ही संभव होता तो कंप्यूटर से अधिक सटीक विश्लेषण कौन कर सकता है? इसलिए, जब कभी कोई ज्योतिष सिद्धांत फलीभूत ना हो तो भी विस्मय की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि...इसके बाद आपको दो नुक्ते (points) और मालूम होने चाहिए, जिसे लोग कम ही मानते हैं।

भाग्यशाली हस्त रेखा: palmistry lines meaning

हमारे भाग्य चक्र और जीवन के घटनाक्रम में हमारे पूर्वजन्म के कर्मफलों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। अक्सर दुनिया में आप देखते हैं, कि किसी को लगातार बुरे कर्मों का फल नहीं मिलता है, और कोई लगातार अच्छे कर्म करने के बाद भी दुखी रहता है। ज्योतिष मान्यता के अनुसार इस जीवन में आप अपने पूर्वजन्मों के कर्मों के फल भोगते हैं था इस जन्म के कर्मों के आधार पर ही आपका अगला जन्म और भाग्य निश्चित होता है।


और दूसरा :

ज्योतिष विद्या के प्रत्येक छात्र को ये सबसे पहले सिखाया जाता था, जिसे आजकल लोग भूलते जा रहे हैं : कभी भी किसी भी कुंडली को देख कर कोई भी दावा नहीं करना चाहिए।

नौकरी की हस्तरेखा: palmistry lines meaning आजकल थोड़ी सी ही सफलता के बाद ज्योतिषी बड़े बड़े दावे करने लगते हैं।

हाथ की रेखाओ से भविष्य ज्ञान पूर्ण रूप से सम्भव है। हस्त रेखा शास्त्र एक वृहत ज्योतिषीय अंग है जो कि भविष्य कथन के लिए अति श्रेष्ठ माध्यम है।

जिन जातको को अपनी जन्म दिनांक, समय, स्थान का ठीक ज्ञान नही होता है, उनके लिए भविष्य फल ज्ञान के लिए वरदान साबित हो सकता है।

कुंडली और हस्त रेखा दोनो प्रकार से ज्योतिषीय विश्लेषण अत्याधिक सटीक एवं सत प्रतिशत सही सिद्ध होता ही है जिसमे संदेह की कोई गुंजाइश नही है।

हस्त रेखा शास्त्र अपने आप में पूर्ण रूप सभी ज्योतिषीय जिज्ञासायो के निदान की सामर्थ्य रखता है। यह हस्त रेखा विद की योग्यता एवं ज्ञान की गहराई पर निर्भर करता है। साथ ही अनुभव की प्रगाढ़ता भी महत्वपूर्ण रहती है।

हस्तरेखा देखने की विधि: palmistry lines meaning भविष्य बताना कोई सामान्य काम नहीं है। वास्तव में यह कठिनतम विद्याओं में से एक है। ज्योतिष महाविद्या है और इसका वास्तविक और पूर्ण संधान सामान्य व्यक्तियों के लिए तो असम्भव ही है। यह कोई सौ विषयों का एक विषय है। भारत में पहले केवल योग्यतम विज्ञानी ही ज्योतिष विद्या का अभ्यास कर सकता था।

कई लोग हैं, जो इस विद्या में सिद्धहस्त हैं। एक परिपूर्ण ज्योतिषी निश्चित भविष्य बता सकता है। भविष्य और भविष्य की संभावनाएं दो अलग बातें हैं। ज्योतिष, अंक ज्योतिष, रमल ,टैरो, क्रिस्टल बॉल, इन सबसे आपको आपके भविष्य की संभावनाएं मिलती है, अगर आप पुरुषार्थ न करे तो वे सम्भावनाये कभी पूर्ण नहीं होंगी, या आप कोई अनहोनी नहीं टाल सकेंगे। भविष्य जानना एक तरह से सलाह लेना है जिस पर अमल आपको करना है, उससे पत्थर की लकीर न माने। इंसान अपने कर्मो द्वारा अपना भविष्य बनाता और बिगड़ता है।

भविष्य जानने की शक्ति: palmistry lines meaning

लेकिन कुछ लोग भविष्य को हिटलर की कहानी से जोड़ते हैं कि हिटलर के हाथों में लकीर नहीं थी फिर भी उनका जीवन बहुत अच्छा था। लेकिन भविष्यवादी दृष्टिकोण रखने वाले लोग ये मानते हैं कि हाथ की लकीरें बहुत कुछ बोलती हैं। खैर यह तो बात हो गई हाथ की लकीरों की, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भाग्य रेखाएँ सिर्फ़ हाथ पर ही नहीं होती, पैरों पे भी होती हैं…. शायद इतने से जवाब से आपकी तसल्ली नहीं होगी क्योंकि अब आप कहेंगे कि अगर किसी के हाथ पैर दोनों ही ना हों तो उसका भाग्य कौन तय करेगा। तो कुदरत ने उसका इंतज़ाम भी किया है, इंसानों के शरीर में एक ऐसा और अंग होता है जहाँ की रेखाएँ हाथ और पैरों से भी ज़्यादा सटीक परिणाम वाली होती हैं और वो है फोरहेड यानी 'मस्तक' ... भारत में कुछ दुर्लभ महापुरुष इंसान के मस्तक की रेखाएँ देख कर ही उसका भाग्य बता देते हैं...

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