कुंडली से जाने कैसी मिलेगी पत्नी ,कुंडली से कैसे जानें मेरी पत्नी कैसी होगी ?

 
Kaisi milegi patni

 कुंडली से पत्नी का विचार 

कुंडली से जाने कैसे मिलेगी अपनी जब कुंडली का विचार और करते हैं तो उसमें सबसे महत्वपूर्ण कुंडली का सप्तम भाव होता है और यदि कुंडली के सप्तम भाव में सहयोग हैं तो व्यक्ति को सुंदर और भाग्यशाली पत्नी मिलती है इसके लिए देखना यह होता है कि सप्तम भाव में
स्वामी ग्रह होते हैं तो व्यक्ति को पत्नी प्राप्त होती है और काफी भाग्यशाली होती है और सप्तम भाव का स्वामी यदि सोम ग्रह है और स्वराशि होकर सप्तम भाव में स्थित है तो इस बात की प्रबल संभावना होती है कि व्यक्ति को सुंदर और भाग्यशाली पत्नी प्राप्त होती है

शादी के बाद कब होता है भाग्योदय ?

कई बार ऐसा देखा गया है कि व्यक्ति का भाग्य उदय नहीं हो पाता है लेकिन कुंडली का विश्लेषण करने के बाद में कई ज्योतिषी बताते हैं कि कई व्यक्तियों का भाग्य उदय विवाह के बाद होता है और सप्तम भाव का स्वामी स्वामी ग्रह होकर अगर नवम भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति को काफी समझदार और सुंदर पत्नी प्राप्त होती है।माना जाता है कि सप्तम और नवम भाव मे परिवर्तन होता है तो इसे व्यक्ति का विवाह बाद माना जाता है कि भाग्योदय होगा ।

कुल मिलाकर सीधी भाषा में यह समझ में की पत्नी कैसी मिलेगी अगर कुंडली का विचारण करते हैं तो उसमें सप्तम भाव बहुत ही मायने रखता है और यदि सप्तम भाव में कोई भी ग्रह नहीं है तो यह देखा जाता है कि सप्तम भाव का स्वामी जो है वह किस दशा में है इससे भी पत्नी किस तरह की प्राप्त होगी इस बात का भी निर्धारण किया जाता है यदि सप्तम भाव में ऐसे ग्रह है जो सुख नहीं माने जाते हैं तो ऐसे में व्यक्ति को जो पत्नी प्राप्त होती है वह उसके सुख में कमी करती है।
सातवें भाव मे अगर शुक्र का प्रभाव होगा तब भी पत्नी काफी सुंदर मिलती है जैसा कि ज्योतिषियों द्वारा बताया जाता है ।

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