Kali Haldi Ke Totke : काली हल्दी से क्या क्या फायदा होता है?
![benefits of kali haldi](https://aapkikhabar.com/static/c1e/client/86288/uploaded/a7101ff11aa768105b5ed8067fed941c.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
Dhan Vriddhi Ke Upay
Haldi Ke Totke Bataiye
Benefits Of kali Haldi
जाने और समझें कैसे करें काली हल्दी को सिद्ध??
इस शास्त्र का जन्म भगवान शिव के मुख से हुआ माना जाता है। इसी विद्या के अंतर्गत बहुत सी सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है। काली हल्दी इस विद्या में प्रयुक्त होने वाली एक महत्वपूर्ण सामग्री है।लोगों का कहना है की काली हल्दी के साथ किया हुआ टोटका कभी भी खाली नहीं जाता है | सिद्ध की हुई काली हल्दी का प्रयोग करके आप जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभ उठा सकते हैं। काली हल्दी हिन्दू धर्म में तान्त्रिक प्रयोग करने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध सामग्री है |यह हर प्रकार के टोटको में काम आती है | लेकिन यह रसोईघर के काम या मसालों में उपयोग नहीं की जाती है | काली हल्दी के उपयोग से तंत्र ,ज्योतिष और आयुर्वेद में बहुत सारे चमत्कार देखने को मिलते है | जब तंत्र ,ज्योतिष और आयुर्वेद एकजुट हो जाते है तो एक नया रास्ता पैदा हो जाता है, यह बात आपको माननी पड़ेगी | काली हल्दी का लंबा सा पत्र होता है जिसमे एक काले रंग की लकीर Line होती है | इंसान इसे दूर से ही देख के पहचान जाएगी की यह ही काली हल्दी है | लोग कहते है की काली हल्दी का मिलना बहुत मुश्किल है लेकिन यह पंसारी की दुकान पर आसानी से मिल जाती हैं। काली हल्दी बंगाल में चमत्कारी मेडिसिनल उपयोगों के कारण बहुत उपयोग में लायी जाती है |साधक इसे माता काली जी की पूजा करने में उपयोग करते है | यह घर में बुरी शक्तियों को प्रवेश नहीं करने देती |इसको ज्यादा बाधा का नाश करने में उपयोग करते हैं।
क्या होती है काली हल्दी??
काली हल्दी को घर लाने के लिए क्या करना चाहिए ?
काली हल्दी को आमंत्रित करने का तरीका क्या है ?
- एक थाली में कंकू, चावल, अगरबती, एक कलश में शुद्ध जल रखकर, पवित्र कोरे वस्त्र पहन कर जाइये । फिर पौधे को शुद्ध जल से धोकर कंकू चढ़ाएं व पीले चावल चढ़ाकर 5 अगरबत्ती लगाकर कहें- मैं आपके पास अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु आया हूं कल आपको मेरे साथ मेरी मनोकामना की पूर्ति हेतु चलना है।
- फिर होली की रात को जाकर एक लोटा जल चढ़ाकर कहें कि मैं आपके पास आया हूं, आप चलिए मेरी मनोकामना की पूर्ति हेतु। इस प्रकार काली हल्दी (यह जड़ होती है) खोदकर ले आएं। बस यही आपके काम की है।
जानिए काली हल्दी के लाभकारी प्रयोग--
- अगर किसी व्यक्ति या बच्चे को नजर लग जाए तो होली के दिन काले कपड़े में हल्दी को बांधकर 7 बार ऊपर से उतारकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
- शुक्लपक्ष के प्रथम शुक्रवार को चांदी की डिब्बी में काली हल्दी, नागकेशर व सिन्दूर को साथ में रखकर मां लक्ष्मी के चरणों से स्पर्श करवा कर धन रखने के स्थान पर रखें। ये उपाय करने से धन आपके पास रुकने लगेगा।
- अगर आपके व्यवसाय में लगातार गिरावट आ रही है, तो शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरूवार को पीले कपड़े में काली हल्दी, 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र, चांदी का सिक्का और 11 अभिमंत्रित धनदायक कौड़ियां बांधकर 108 बार “ऊँ नमो भगवते वासुदेव नमः ” का जाप करके धन रखने के स्थान पर रखने से व्यवसाय में प्रगति शीलता आ जाती है।
- अगर आपका व्यवसाय मशीनों से सम्बन्धित है, और आये दिन कोई मॅहगी मशीन आपकी खराब हो रही है, तो आप काली हल्दी को पीसकर केशर और गंगा जल मिलाकर प्रथम बुधवार को उस मशीन पर स्वास्तिक बना दें। यह उपाय करने से मशीन जल्दी खराब नहीं होगी।
दीपावली के दिन क्या प्रयोग करें ?
- दीपावली के दिन पीले वस्त्रों में काली हल्दी के साथ एक चांदी का सिक्का रखकर धन रखने के स्थान पर रख देने से हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
- अगर कोई व्यक्ति मिर्गी या पागलपन से पीडि़त है, तो किसी अच्छे मूहूर्त में काली हल्दी को कटोरी में रखकर लोबान की धूप दिखाकर उसे शुद्ध करें। उसके बाद एक टुकड़ें में छेद कर धागे की मद्द से उसके गले में पहना दें और नियमित रूप से कटोरी की थोड़ी सी हल्दी का चूर्ण ताजे पानी से सेंवन कराते रहें। ऐसा करने से जरूर फायदा होगा।
- शुभ दिन में गुरु पुष्य या रवि पुष्य नक्षत्र हो, राहुकाल न हो, शुभ घड़ी में इस हल्दी को लाएँ। इसे शुद्ध जल से भीगे कपड़े से पोंछकर लोबान की धूप की धुनी में शुद्ध कर लें व कपड़े में लपेटकर रख दें। आवश्यकता होने पर इसका एक माशा चूर्ण ताजे पानी के साथ सेवन कराएँ व एक छोटा टुकड़ा काटकर धागे में पिरोकर रोगी के गले या भुजा में बाँध दें। इस प्रकार उन्माद, मिर्गी, भ्रांति और अनिन्द्रा जैसे मानसिक रोगों मे बहुत लाभ होता है।
धन वृद्धि करने के लिए--
- गुरु पुष्य नक्षत्र में काली हल्दी को सिंदूर में रखकर लाल कपड़े में लपेटकर धूप आदि देकर कुछ सिक्कों के साथ बाँधकर बक्से या तिजोरी में रखने से धनवृद्धि होने लगती है।
- धन प्राप्ति के लिए काली हल्दी जिसको हरिद्रा तंत्र भी कहते है की साधना शुक्ल या कृष्ण पक्ष की किसी भी अष्टमी से शुरु करना सबसे अच्छा रहता है। इसके लिए पूजा सूर्योदय का समय ही सर्वश्रेष्ठ है।
- सर्वप्रथम सूर्यादय से पहले उठकर स्नान कर पवित्र हो जाएं। स्वच्छ वस्त्र पहनकर लाल रंग के उनी आसन पर बैठें और पूर्व दिशा की ओर मुख करके इस प्रकार बैठें कि सूर्य को देखने में बाधा ना हो।
- सूर्यदेव को प्रणाम करके काली हल्दी की गाँठ का पूजन धूप दीप से करें। सर्योदय होते ही काली हल्दी की गाँठ को नमन कर भगवान सूर्यदेव के मंत्र 'ऊं ह्रीं सूर्याय नम:' का 108x11 बार जप करें।
- यह प्रयोग अष्टमी से शुरू करके अगली अष्टमी तक नियमित करें। पूजा के साथ अष्टमी तिथि को उपवास रखें व ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
- काली हल्दी की नियम संयम से साधना से धन लाभ होता है। रुका धन भी प्राप्त हो सकता है। परिवार में सुख-समृद्धि आती है। घर की दरिद्रता को दूर कर देता है ये उपाए।