क्या आप भी हैं कर्जदार और परिवार में बनी रहती है कलह की स्थिति तो इस तरह से करें उपाय
कहीं आपके कुंडली मे मंगल दोष तो नही
काम में व्यवधान और कुछ भी प्रयास कर लेने के बावजूद व्यापार करना चलना घर में परिवार में कला की स्थिति बनी रहना और बिना बात के लोगों से ईर्ष्या रखना यह सब कारक हैं मंगल ग्रह पर और मंगल ग्रह जिसका भी दूषित हो जाता है उसके कारण व्यक्ति कर्जदार होता चला जाता है और उसका कोई भी काम बनता नहीं है काम में रुकावट आती रहती हैं इसलिए उसका स्वास्थ्य भी खराब होता है और लगातार आर्थिक पक्ष भी कमजोर होता चला जाता है क्योंकि काम चलता नहीं है इसलिए कर्जदार होते चले जाते हैं और अगर किसी से एक बार कर्जा ले लिया तो उसको दे पाना मुश्किल हो जाता है ऐसे व्यक्ति लगातार दूसरों से अलग-थलग होते चले जाते हैं किसी से बनती नहीं है खास करके अपने परिवार में पत्नी से अनबन रहती है और भाइयों से कलह की स्थिति बनी रहती है अगर यह सारे लक्षण किसी भी व्यक्ति के अंदर देखते हैं तो उसका मंगल ग्रह खराब होना पाया जाता है और इसी के कारण उसकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति भी धीरे-धीरे कमजोर होती चली जाती है।
जिस भी व्यक्ति का मंगल ग्रह खराब होगा उसके अंदर पेशेंस नहीं होता है वह कोई भी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं और लोगों के ऊपर अपनी बातों को थोपना चाहते हैं इसलिए उनके संबंध भी अपने ही घर में खराब हो जाते हैं ऐसे लोगों से लोग दरकिनार कर लेते हैं और कहीं अगर इन्वेस्टमेंट किया गया है तो पैसा डूब जाता है किसी व्यक्ति को अगर पैसा उधार दे दिया तो उसका धन अटक जाता है और पैसा वापस मिलने में बहुत सारी परेशानी आती है जिस भी कार्य क्षेत्र में रहते हैं ।
अगर अपने व्यापार में है तो ऐसे कई गलत डिसीजन ले लेते हैं जिससे व्यापार खत्म होने लगता है खराब मंगल के उपाय अगर किसी भी व्यक्ति के अंदर ऊपर दिए गए लक्षणों में से अगर कहीं सारे लक्षण मेल खा रहे हैं तो इसका मतलब साफ है कि उसका मंगल ग्रह खराब है और इसके लिए उसको उपाय करना होगा और मंगल ग्रह तो सही करने के लिए सबसे पहले तीन ग्रहों को भी सही करना होगा और अगर तीन ग्रह जिसमें सूर्य गुरु और चंद्रमा इनको अगर सही कर लिया गया तो मंगल का दूषित पक्ष है जो खराब ग्रह मंगल का खराब प्रभाव पड़ रहा था वह अपने आप सही हो जाएगा।
मंगल ग्रह के उपाय ?
मंगल ग्रह को सही करने के लिए किसी भी मंदिर में मीठा दान करें और कोई भी व्यक्ति अगर कर्जदार है उसका कर्जा नहीं उतर रहा है तो गुड़ से बनी चीजों को बहती हुई नदी में उसका प्रवाह करें और यह केवल रविवार और मंगलवार को करना है ऐसा करने से मंगल ग्रह का जो प्रभाव है जिसके कारण से रितिका काम में अड़चन आती है कर्जदार होता चला जाता है वह सही होगा एक उपाय और और भी है नीम के पेड़ को अपने घर के पास में या ऐसी जगह लगाएं जहां उसकी सेवा कर सकें और नीम का पेड़ जैसे से बड़ा होगा वैसे ही जो समस्याएं हैं वह दूर होने लगेंगी और नीम के पेड़ पर जल चढ़ाना है उसकी देखभाल करना है और जैसे से नीम का पेड़ फलता फूलता जाएगा उसके असर से जो मंगल ग्रह का खराब प्रभाव था वह कम होने लगेगा अपने उंगली में तिल धातु का एक छल्ला पहने जिसमें सोना चांदी और तांबा की अंगूठी जसवंत बराबर मात्रा में तीनों मिलाकर बनाया गया हो उसको धारण करें जिससे सूर्य चंद्रमा और बृहस्पति का खराब प्रभाव था वह कम होने लगेगा और मंगल ग्रह की शांति होगी।
मंगल दोष के लक्षण क्या हैं ?
अगर व्यक्ति को बिना बात के गुस्सा आता है और अहंकार भरा रहता है तो यह माना जा सकता है कि उसके अंदर मंगल ग्रह का खराब प्रभाव है ऐसे व्यक्ति की अपनी पत्नी से भी नहीं बनती है और भाइयों से भी कला की स्थिति बनी रहती है अगर ऐसा कोई भी प्रभाव किसी भी व्यक्ति के अंदर दिखता है तो उसको अपने भाइयों से संबंध अच्छे रखनी चाहिए और हमेशा अपनी बोली को बहुत सही रखना चाहिए कई बार ऐसी बातें बोल दी जाती है जिससे संबंध बिगड़ जाते हैं अगर भाइयों से संबंध खराब हो रहे हैं तो कोशिश करनी चाहिए उसको बनाने की और इसमें अगर कहीं झुकना भी पड़े तो तुरंत झुक जाना चाहिए क्योंकि भाइयों से संबंध कभी खराब नहीं करना चाहिए क्योंकि मंगल ग्रह अगर दूषित हो जाता है तो व्यक्ति के सारे कामों में अड़चनें आती हैं।
मंगल दोष के लक्षण और उपाय मंगल दोष के लक्षण में अगर काम में लगातार अड़चनें आ रही है बनता हुआ काम अगर बिगड़ है तो यह मंगल ग्रह के दूषित होने का संकेत है।
कुपित मंगल को सही कैसे करें ?
कोई भी उपाय करने से पहले व्यक्ति को अपने आचरण और व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए कोशिश करनी चाहिए कि बिना बात के किसी के भी ऊपर गुस्सा ना हो खुश रहने की कोशिश करें किसी के भी प्रति ईर्ष्या ना करें क्योंकि ऐसा करने से अपना ही मंगल ग्रह खराब होता है जिसके कारण अपना ही नुकसान होता है इसलिए अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं और ऐसा करने से कुछ दिनों बाद ही देखेंगे कि स्थितियां बदलने लगती है अगर हम सकारात्मक सोचते हैं लोगों के लिए भी अच्छा सोचते हैं तो अपना खुद भी अच्छा होता है।