Kumbh 2021: बन रहे हैं दुर्लभ संयोग जानें तिथि और धार्मिक महत्व
कुंभ (Kumbh 2021) का आयोजन प्रत्येक 12 वर्षों पर किया जाता है, लेकिन साल 2021 में यह 11 वें वर्ष पर ही लग रहा है। इस बारे में पंडितों का कहना है कि यह एक दुर्लभ संयोग गई जब 11 वें साल पर ही कुंभ का मेला ( Kumbh Mela 2021) लगने वाला है। इस बार कुंभ (Kumbh 2021) का आयोजन हरिद्वार (Haridwar) में होने जा रहा है। दरअसल कुंभ (Kumbh) का 11 वें वर्ष पर लगने का कारण ये है कि साल 2022 में गुरू कुंभ राशि में नहीं होंगे। कुंभ का मेला (Kumbh Ka Mela) इस बार हरिद्वार में 14 जनवरी से लगेगा। कहते हैं कि आस्था और विश्वास का ये सबसे बड़ा मेला (Kumbh Mela) लगता है और इसे ही कुंभ मेले (Kumbh Mela Haridwar) के नाम से पुकारा जाता है. आइए जानते हैं कुंभ मेले (Kumbh Mela) का ज्योतिषीय महत्व और धार्मिक मान्यताएं....
कुंभ मेला का महत्व (Kumbh Mela Imortance)
कुंभ स्नान (Kumbh Snan 2021) के बारे में धार्मिक ग्रंथों में ऐसी चर्चा मिलती है कि कुंभ के समय (During Kumbh) में सभी प्रकार के देवी-देवताओं () का निवास गंगा नदी में होता है। मान्यता है कि सबसे महत्वपूर्ण कुंभ प्रयागराज का होता है। इसलिए प्रयागराज को तीर्थराज कहा जाता है। कुंभ के विषय में मान्यता ये भी है कि यह स्नान करने से सभी प्रकार के पापों का निवारण हो जाता है।
कुंभ मेला का ज्योतिषीय महत्व (Astrological importance of Kumbh Mela)
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में कुंभ का महत्व ( Importance Of Kumbh) बताया गया है। ज्योतिषी लोग (Astrogers) ऐसा कहते हैं कि जिनके ऊपर शनि का ढैय्या (Shani Ka dhaiya) साढ़ेसाती (Sahni ki Sadhesati) चल रही होती है, उन्हें कुंभ स्नान (Kumbh Snan) करने से इन दोषों का निवारण हो जाता है। इसके अलावा जो लोग शनि (Shani) की क्रूर दृष्टि में हैं उन्हें भी कुंभ स्नान (Kumbh Snan) करना लाभकारी होता है। साथ ही साथ जो व्यक्ति राहु और केतु (Rahu Ketu) से परेशान हैं उन्हें भी कुंभ स्नान (Kumbh Snan) से लाभ मिलता है।
गुरु, सूर्य और चंद्रमा ग्रह होते हैं शुभ (Guru, Sun and Moon planets are auspicious)
कुंभ में गुरु, सूर्य और चंद्रमा ग्रह का विशेष महत्व माना गया है। कुंभ के आयोजन में भी इन ग्रहों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। जिन लोगों के जीवन में गुरु, सूर्य और चंद्रमा से जुड़ी कोई समस्या बनी हुई है वे यदि कुंभ में शुभ तिथियों में स्नान करते हैं तो उनकी समस्याएं दूर होती हैं।
