May Panchak 2024: मई में दूसरी बार लगेगा पंचक, ना करें ये काम
May Panchak 2024: इस वर्ष मई माह में दूसरी बार पंचक लगने वाला है. इस दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित होते हैं. आइए जानते हैं कि पंचक क्या है और क्यों लगता है. साथ मई माह में लगने वाले पंचक की तारीख को भी जानते हैं.
प्रत्येक माह में पांच ऐसे दिन होते हैं, जिनमें किसी शुभ कार्य को करने की मनाही रहती है. इन्हे पंचक कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि प्रत्येक माह के पंचक का महत्व अलग-अलग होता है. किसी माह में शुभ कार्य किए जाते हैं, तो किसी माह में शुभ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है.
पंचक क्या है?
Panchak Kya Hai: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा द्वारा शतिभिषा, रेवती, उत्तराभाद्रपद और पूर्वाभाद्रपद के के चारों चरणों और धनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण में भ्रमण काल ही पंचक के नाम से जाना जाता है. इस प्रकार से चंद्रमा का कुम्भ और मीन राशि में भ्रमण करने से ही पंचक का निर्माण होता है.
मई 2024 में कब से लगेगा पंचक?
May Month 2024 Panchak Date: मई माह में पंचक की शुरुआत दिन बुधवार, 29 तारीख की रात्रि 8 बजकर 6 मिनट पर होगी और इसका समापन सोमवार 3 जून को सुबह 1 बजकर 40 मिनट पर होगा। ऐसे में यदि आप इन दिनों कोई भी शुभ काम करने की योजना बना रहे हैं, तो मत बनाइए, या फिर आप उन कार्यों को अभी निपटा लीजिए। ज्योतिष के अनुसार बुधवार के दिन यदि पंचक की शुरुआत होती है, तो यह बहुत ही अशुभ माना जाता है.
पंचक में ना करें ये काम
Panchak Main Kya Nahin Karna Chahiye: पंचक में कभी खटिया (चारपाई) नहीं बनवाना चाहिए। ज्योतिष विद्वानों का कहना है कि ऐसा करना बिलकुल अशुभ माना जाता है. आपके ऊपर संकटों का पहाड़ टूट सकता है. साथ इस दौरान किसी भी प्रकार की जलाऊ वस्तुओं जैसे लकड़ी, चारा, बांस आदि को एकत्रित नहीं करना चाहिए। इस समय दक्षिण दिशा में यात्रा करना पूरी तरह से मना होता है, खासकर नवविवाहित जोड़े और गर्भवती महिलाओं के लिए. कहा जाता है कि इस समय दक्षिण दिशा यम और पितरों की होती है, जो कि आपके लिए हानिकारक हो सकती है. इसके अलावा पंचक में घर का निर्माण, शय्या निर्माण, मांगलिक कार्य आदि नहीं करना चाहिए।
पंचक कितने प्रकार के होते हैं?
Types of Panchak: ज्योतिष के अनुसार पंचक के पांच प्रकार हैं. जिसमें से पहला है रविवार के दिन पड़ने वाला पंचक। कहा जाता है कि इस दिन यदि पंचक होता है, तो इससे व्यक्ति को रोग होता है. सोमवार के दिन पंचक होने से राज पंचायत हो सकती है. मंगलवार का पंचक अग्नि को समर्पित है. शुक्रवार के दिन चोर पंचक लगता है. और अंत में शनिवार का पंचक होता है जिसे मृत्यु पंचक कहा जाता है.
पंचक में किसी के देहांत होने से क्या होता है?
Panchak Main Mrityu Hone Par Kya Karen: यदि किसी व्यक्ति की पंचक में मृत्यु हो जाए तो यह बहुत अशुभ माना जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि पंचक किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर मरने वाले के घर, परिवार रिश्तेदारों में से किन्हीं पांच लोगों की मृत्यु भी हो सकती है. इसलिए इसके निवारण के लिए मरने वाले की आत्मा की शांति और पंचक दोष से छुटकारा पाने के लिए गरुण पुराण का पाठ करना चाहिए।