shani Dhaiya ka prabhav aur upay : शनि ढैया का प्रभाव और उपाय

shani Dhaiya ka prabhav aur upay : शनि ढैया (या शनि की ढैया) का प्रभाव तब होता है जब शनि ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा से चौथे या आठवें स्थान पर गोचर करता है। यह काल आम तौर पर 2.5 वर्ष (ढाई साल) का होता है और इसे व्यक्ति के जीवन में चुनौतियाँ, मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानियाँ, स्वास्थ्य समस्याएँ आदि देने वाला माना जाता है।
शनि ढैया के प्रभाव को कम करने के उपाय:
1. शनि देव की पूजा करें:
शनिवार के दिन शनि मंदिर जाएं और तेल चढ़ाएं।
शनि देव को सरसों का तेल, काले तिल और नीले फूल अर्पित करें।
शनि स्तोत्र, दशरथ कृत शनि स्तोत्र या "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
2. हनुमान जी की उपासना:
शनिवार और मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल और गुड़ चना चढ़ाएं।
कहा जाता है कि हनुमान जी की कृपा से शनि का प्रभाव कम हो जाता है।
3. दान और सेवा:
शनिवार को काले वस्त्र, काले तिल, लोहे की वस्तुएँ, उड़द दाल, तेल और जूते-चप्पल का दान करें।
वृद्ध, गरीब और अंधों की सेवा करें।
4. व्रत और नियम पालन:
शनिवार का व्रत करें और दिनभर सात्विक आहार लें।
अहिंसा, सत्य और संयम का पालन करें।
5. नीलम रत्न (Blue Sapphire):
किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लेकर नीलम धारण करें। बिना परामर्श के इसे पहनना हानिकारक हो सकता है।
6. काले कुत्ते या कौए को भोजन कराएं:
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को काले कुत्ते या कौए को रोटी या मीठा भोजन दें।
7. पीपल के पेड़ की पूजा:
शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं और परिक्रमा करें।