Shani Jayanti 2024: कब है शनि जयंती? जानें मुहूर्त और शनिदेव को खुश करने के उपाय

Shani Jayanti 2024: शनि देव के प्रकोप के परेशान लोगों के लिए शनि जयंती का दिन बेहद शुभ है. प्रति वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व 6 जून को मनाया जाएगा।
Shani Jayanti 2024

Shani Jayanti 2024: शनि देव के प्रकोप के परेशान लोगों के लिए शनि जयंती का दिन बेहद शुभ है. प्रति वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व 6 जून को मनाया जाएगा। इस दिन को शनिश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव को सूर्य पुत्र माना गया है. ये न्याय के देवता कहे जाते हैं. आइए जानते हैं शनि जयंती की तारीख, मुहूर्त और महत्व के बारे में. 

Shani Jayanti Kyon Manayi Jati Hai: सनातन धर्म में 36 कोटि देवी-देवताओं का वर्णन किया जाता है. इन सभी की पूजा भी की जाती है. इन्हीं में से एक हैं शनि देव. भगवान सूर्य के पुत्र शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है. प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस दिन को शनिश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. यह दिन शनि देव के लिए समर्पित है. इस धूम-धाम से लोग शनि जयंती का पर्व मनाते हैं. लोग शनि देव को खुश करने और उनकी कृपा पाने के लिए कई प्रकार के उपाय करते हैं. कहा जाता है कि यदि शनि देव किसी व्यक्ति पर खुश हो जाते हैं, तो उसे छप्पर फाड़ कर धन-धान्य की प्राप्ति कराते हैं. लेकिन वे जिस व्यक्ति के ऊपर क्रोधित हो जाते हैं तो उसे फिर राजा से रंक बनाने में उन्हें देर नहीं लगती है. उसके ऊपर फिर साढ़ेसाती की परेशानी झेलनी ही पड़ती है. इसलिए शनि देव को  खुश करने के लिए ज्येष्ठ माह में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है. 

शनि जयंती 2024 डेट और मुहूर्त 

Shani Jayanti 2024 Date and Muhurat: पंचांग के अनुसार इस वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 6 जून को है. इसी दिन शनिदेव का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।  इस तिथि के मुहूर्त की शुरुआत 5 जून की शाम 7 बजकर 54 पर होगी और 6 जून की शाम 6 बजकर 7 मिनट पर इस मुहूर्त का समापन होगा। लेकिन शनिदेव का व्रत 6 जून को ही रखा जाएगा। 

शनि जयंती पूजा विधि

Shani Jayanti Puja Vidhi: शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी स्नान कर शनि देव की पूजा की तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए।स्नान के बाद आप स्नान के बाद काले या  गहरे नील रंग के वस्त्रों को धारण करें। शनि मंदिर या फिर घर के पूजा स्थल में शनि देव की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद सरसो के तेल से उन्हें स्नान कराएं। तेल में थोड़ी सी काली तिल भी डाल लें. भगवान को सरसो के तेल का दीया भी अर्पित करें। इसके बाद शनि चालीसा का पाठ 7 बार करें। और अंत में आरती कर और शनि देव को प्रसाद चढ़ाकर उनका आशीर्वाद लें.

शनि जयंती के उपाय 

Shani Jayanti Ke Upay: 1. शनि जयंती के दिन ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 9 बार जाप करें। इससे शनिदेव खुश होंगे और आप के ऊपर आशीर्वाद बनाए रखेंगे।

2. शनि जयंती के दिन शनि देव को खुश करने और पितरों की मुक्ति के लिए दान करना चाहिए। साथ ही अच्छे भोजन बनाकर कौए, गाय और काले कुत्ते को खिलाना चाहिए। 

3. शनि जयंती के दिन कच्चे दूध में पीपल की जड़, काली तिल और सरसो का तेल मिलाकर उसका दीपक जलाकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें। इससे सभी प्रकार के शारीरिक कष्टों से छुटकारा मिलेगा। 

4. शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए दीपक जलाकर पीपल के वृक्ष की 7 बार परिक्रमा करें। 

5. कहा जाता है कि शनिदेव, हनुमान जी को अपना आराध्य मानते हैं, इसलिए इस दिन शनिदेव के साथ बजरंगबली की पूजा जरूर करें। इससे शनिदेव अति प्रसन्न होते हैं.  



 

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