Surya shani yuti आपकी जीवन मे कहीं लगातार संघर्ष का कारण सूर्य शनि की युति तो नही ,क्या करें उपाय
सूर्य और शनि के कुछ ऐसे उपाय जिसे करके दरिद्रता और संघर्ष को किया जा सकता है दूर
Surya Shani Yuti ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है जिनका जीवन नहीं बिक जाता है और ऐसे लोगों की कुंडली पर अगर ध्यान करें तो सूर्य और शनि की युति इसके लिए कुंडली में होता है ज्योतिष से जो भी जानकार हैं वह बताते हैं कि ऐसे लोगों को संघर्ष जीवन बहुत कुछ करना पड़ता है और बहुत कुछ खोना भी पड़ता है लेकिन उसके कुछ उपाय भी बताए गए हैं अगर उसको कर लिया जाए तो जो कमियां हैं वह दूर हो सकती हैं और जो संघर्ष है वह कम तो होगा ही लेकिन लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जिस व्यक्ति के जीवन में संघर्ष बहुत ज्यादा हो रहा है और कोई भी काम सफल नहीं हो रहा है और उसी से योगी ज्योतिषी से मिली का विचार और करवाना उसके बाद ही उपाय करना लेकिन एक जो आम धारणा ज्योतिषियों ने बताया है कि संघर्ष का सबसे बड़ा कारक सूर्य और शनि की युति है कि सूर्य और शनि दोनों पिता-पुत्र होने के बावजूद दोनों में विरोधाभास होने के कारण संबंध कभी भी ठीक नहीं रहता और शिकार और नेवला की स्थिति बनी रहती सूर्य जो कि अंधकार मिटाने का काम करता है उनके निवास करता है ऊर्जा देता है उसके बाद जीवन में माना जाता है परेशानियां देता है जिस व्यक्ति के लिए शनि का प्रभाव ज्यादा होता है कोई भी काम करता है तो असगल हो जाता है ।
इतना काम रहता है लेकिन सफलता नही मिलती है ऐसा कई ज्योतिष द्वारा बताया गया लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और शनि की युति होती है तो उसका लगातार जीवन संघर्ष में ही बना रहेगा कई सारे उपाय करने के बाद ना मिलने शुरू हो जाती।
सूर्य को कुंडली मे मजबूत करने के सरल उपाय
सूर्य को मजबूत करने के लिए सबसे आसान उपाय है कि सुबह सूर्योदय होने के 2 घंटे के अंदर ही क्या जितना भी जल्दी हो सके सूर्योदय के बाद तांबे के लोटे से जल अर्पण करें जिसमें लाल चंदन डालकर सूर्य देव की उपासना करें इससे आसान उपाय और कोई भी नहीं है उससे जुड़े मजबूत करते हैं।
अपने से बुजुर्ग लोगों को सम्मान दे उनकी सेवा करे मदद करे और अपने पिता सभी टकराव की स्थिति न रखें ।
कहीं सूर्य कमजोर तो नही आपके कुंडली मे
सूर्य के कमजोर होते काम बिगड़ने शुरू हो जाते हैं कई बार बिना किसी कारण पर आरोप लगने शुरू हो जाते हैं और जीवन संघर्ष में होना शुरू हो जाता है और उसके भी कुंडली में सूर्य बली होंगे उसका फल मिलता हुआ साक्षात दिखता है और जो कुछ भी व्यक्ति चाहता है जो भी करना चाहता है उसमें सफल हो जाता है और जो भी उसकी मनोकामना होती है जिसके लिए प्रयास किया जाता है वह आसानी से होने लगता है सभी मनोरथ हैं वह पूर्ण होने लगते हैं यह सब से बहुत ही आसान तरीके से समझा जा सकता है कि गुरु की कृपा हो रही है क्या अगर काम बिगड़ हैं तो सूर्य को मजबूत किया जाना चाहिए ऐसा ज्योतिषीय उपाय में बताया गया है ।
कई बार ऐसा होता है कि नहीं बोलना कुछ चाहते हैं मुंह से निकलता कुछ किया जो कुछ हमारे द्वारा बोला गया है इसका मतलब कुछ और निकाल कर लो गाना यासीन नाराज हो जाते हैं यह सब कुछ कारण होता है कि सूर्य जब कमजोर होता है तो इस तरीके से कारण बनने लगते हैं और लोग भी बिना मतलब की नाराज होने लगते हैं जिससे आपके काम भी बिगड़ जाते हैं।
बात करते हैं सभी के उपायों की तरह के बारे में जिस तरीके से बताया गया है कि या कर्मों का फल के अनुसार व्यक्ति को लाभ या हानि होती है जो भी व्यक्ति सदाचरण करता है अच्छे कामों में रहता है दान करने करता है ईमानदारी से अपने काम को करता है लोगों की मदद करता है ऐसे लोगों को शंका विशेष लाभ मिलता है और कई बार इतना लाभ देता है कोई और भ्रष्ट नहीं दे सकता उसके लिए अपने आचरण और व्यवहार पर कंट्रोल करना होता है और आप अगर ऐसा करते हैं तो शनि आपका नुकसान नही करता है ।
जिस भी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और शनि की युति होती है और वह अगर परेशान चल रहै हैं तो इसके लिए घबराने के बजाय उपाय पर ध्यान करें तो काम कुछ ही दिनों में बनने शुरू हो जाते हैं ।
एक बात यह भी बहुत महत्वपूर्ण है की कभी भी कुंडली का भरोसे और लोगों के भरोसे बैठकर अपने काम को बंद मत करें अपने तरीके बदलते रहे लोगों से सलाह देते रहें लेकिन एक बात बहुत जरूरी है सफलता के लिए कि लगातार काम करते रहें अगर आपने काम को रोका कोई भी बुरा चाहे जितना भी मजबूत होगा आपको सफलता नहीं दिला सकता और जहां तक रही बात शनि देव शनि ग्रह संघर्ष कर आता है काम कर आएगा आपसे इसमें परेशानियां भी आ सकती है उसने भी आ सकती लेकिन अगर लगातार आप सही तरीके से पूरी ईमानदारी के साथ में करते रहे तो इसमें कोई दो राय नहीं कि आपको इतनी सफलता मिलनी तय है।
महादशा में शनि जब आता है कुछ समय बहुत बड़े लाभ किया था ऐसे में यह माना जाता है कि व्यक्ति के जीवन में जब उस पर 36 वर्ष पूरा होता है उसके बाद की महादशा में शनि इतना लाभ देता है इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है ।
सूर्य-शनि के युति के उपाय
शनि के प्रकोप से बचने के लिए आसान उपाय शक्ति पल की जड़ में जल चलाएं और ओम नमः शिवाय का जाप करें 21 बार तक जा लगातार करें कुछ ही दिनों में आपको अपने अंदर एक बदलाव में महसूस होने लगेगा ।
भगवान शिव के मंत्रों का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
एक बात ध्यान रहे रविवार को पीपल को जल भी नही चढ़ाना है और उसे स्पर्श भी नही करना है वर्ना दरिद्रता को आप खुद ही न्योता देँगे।
शनि का प्रकोप काम करने का सबसे आसान तरीके में यह भी है कि आपगरीबों को दान करें अगर चप्पल शनिवार को दान करते हैं तो उससे आपका संघर्ष काम होगा और दरिद्रता भी दूर होने लगेगी ।
कभी भी फटे अंडरवियर और बनियान मोजे और रुमाल कभी न रखें ।
पुराने कपड़े जिसे आप पहनते नही है उसे बेमतलब घर मे न रखें और दान कर दे जिससे किसी के काम आ जाये जो भी उस कपड़े को पहनेगा आपको आशीर्वाद ही देगा लेकिन ध्यान रहे फटे कपड़े दान न दे उसे ठीक कराकर ही दान करें किसी के लिए परेशानी न पैदा करें उसे खुशी प्रदान करें अगर किसी को आप खुशी बांट रहे हैं और परेशानी में मदद कर रहे हैं तो निश्चित तौर पर मान कर चलें कि शनि के प्रकोप से आपको निजात मिल रही है ।
एक उपाय और भी है आप अपने किसी भी प्रिय को हित मित्र को अपने घर शनिवार के दिन खाने पर बुलाएं और जो भी यथासंभव आप खिला सकते हैं खिलाएं यह जरूरी नही है कि आप कुछ अलग से व्यवस्था करें जो आप खाते हैं वही खिलाए लेकिन एक बात जरूर याद रखें मीठा जरूर खिलाएं और अगर हो सके तो खीर खिलाएं यह सारी चीजें घर की बनी होनी चाहिए ।
यह ऐसे उपाय हैं जो आजमाए हुए हैं और आप भी कर के देख सकते हैं इसमे कोई विशेष प्रयास नही करना है लेकिन एक बात दावे के साथ कही जा सकती है कि धीरे धीरे आपकी समस्या कम होने लगेगी और काम बनने लगेंगे ।