Vaishakh Amavasya 2024 Date Puja Vidhi: वैशाख अमावस्या तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि क्या है?

Vaishakh Amavasya 2024 Date And Shubh Muhurt
 
Vaishakh Amavasya 2024

Vaishakh Amavasya Pooja Vidhi

Vaishakh Amavasya Mahatwa

May Mahine Ki Amavasya

Vaishakh Amavasya 2024: प्रत्येक माह अमावस्या की तिथि आती है. इस माह भी यह तिथि 7 मई को है, जिसे वैशाख अमावस्या या सतुवाई अमावस्या के नाम से जाना जाता है. वैशाख का महीना भगवान श्री हरि विष्णु का सबसे प्रिय महीना है. इसीलिए वैशाख अमावस्या के दिन श्री नारायण की पूजा का विशेष महत्व है.  वैशाख माह भगवान विष्णु का सबसे पसंदीदा महीना है। इस माह की जाने वाली पूजा से लेकर उपाय तक का खास महत्व है। वैशाख माह में मां लक्ष्मी पूजन भी बहुत शुभ होता है। इसके अलावा इस माह में आने वाली अमावस्या का भी विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत महत्व है।

वैशाख का महीना क्यों होता है ख़ास?

यह दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए उचित माना जाता है। इस दौरान जरूरतमंदों को दान करना बेहद शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही मोक्ष भी प्राप्त होता है। वैशाख अमावस्या के दिन श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें। पूजा के समय जल अर्पित भी करें। इससे भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं इस माह में आने वाली अमावस्या की सही तिथि और स्नान-दान का समय-

वैशाख अमावस्या तिथि और मुहूर्त

Vaishakh Amavasya 2024 Date and Shubh Muhurt: पंचांग के अनुसार, इस वर्ष वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 7 मई की सुबह 11 बजकर 41 मिनट पर पर शुरू होगी। इस तिथि की समाप्ति अंत 8 मई की सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर होगा। उदया तिथि को आधार मानते हुए इस वर्ष वैशाख अमावस्या 8 मई 2024 को मनाई जाएगी।

स्नान-दान का समय

Vaishakh Amavasya 2024 Snan-Daan Muhurt: वैशाख अमावस्या के दिन स्नान-दान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही सभी प्रकार के दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है. वहीं इस बार वैशाख अमावस्या पर कई शुभ मुहूर्त है। ज्योतिष के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त सबसे उचित माना जा रहा है। यह शुभ ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 4 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 5 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा, जो 7 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त शुरू होगा, जो सुबह 7 बजकर 14 मिनट से 8 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।

वैशाख अमावस्या की पूजा विधि

Vaishakh Amavasya Pooja Vidhi: इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। अमावस्या के दिन पवित्र नदी या तालाब में स्नान करने का बहुत महत्व है. आप घर पर भी स्नान कर सकते हैं. स्नान के बाद घर के मंदिर में दीप जलाएं। सूर्य देव को जल अर्पित करें। यदि आप इस दिन व्रत रखते हैं तो जरूर रखें क्योंकि अमावस्या का व्रत रखने से देवताओं के साथ पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है. पिंडदान के लिए अमावस्या का दिन सबसे सही होता है इसलिए पितरों का तर्पण अवश्य करें। इसके बाद उनके मोक्ष के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए। इसके बाद शाम को भगवान विष्णु की पूजा कर व्रत का पारण करें।

वैशाख अमावस्या का महत्व

Vaishakh Amavasya Mahatwa: हिंदू धर्म में वैशाख माह की अमावस्या को बाकी महीनों से श्रेष्ठ माना गया है, यही वजह है कि इस महीने में पड़ने वाली अमावस्या भी बेहद खास होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस माह की अमावस्या के दिन स्नान-दान करने से सभी प्रकार के दोषों से मुक्ति मिल जाती है. यह भी कहा जाता है कि इस दिन दान करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. साथ ही पितरों की पूजा से उनका भरपूर आशीर्वाद मिलता है.

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