Sleeping Direction: दक्षिण दिशा में पैर कर क्यों नहीं सोना चाहिए, क्या हैं इसके ज्योतिष और वैज्ञानिक कारण?

Kis Disha Main Pair Karke Sona Chahie?

Kis Disha Main Pair Karke Sona Chahie

Sleeping Direction

Kis Disha Me Nahi Sona Chahiye?

Dakshin Disha Mein Kya Hai?


Sleeping Direction: जब भी आप दक्षिण दिशा में पैर कर सोते हैं, तो घर के बुजुर्ग सीधे टोकते हैं कि इससे दोष होता है. ऐसे नहीं होना चाहिए लेकिन सही कारण कोई नहीं बताता है. सिर्फ एक डर पैदा कर दिया जाता है, कि मना किया गया है तो बिलकुल नहीं लेटना है ऐसे. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर दक्षिण दिशा में पैर करके क्यों नहीं सोना चाहिए, क्या दोष होते हैं इसके, विज्ञान और ज्योतिष क्या कहते हैं इसके बारे में?

दक्षिण दिशा में पैर करके क्यों नहीं सोना चाहिए?

बचपन से आप सुनते आए होंगे कि नहीं बेटा दक्षिण दिशा में पैर कर नहीं सोना चाहिए। उस दिशा में रावण का घर है. पाप लगेगा, बहुत दोष होता है ऐसा करने से. लेकिन बड़े होने के बाद कोई इस बात पर गौर नहीं करता है. भारतीय ज्योतिष और वास्तु नियमों के अनुसार यदि व्यक्ति अपनी दिनचर्या में कुछ आवश्यक नियमों का पालन नहीं करता है, तो इसके कई नुकसान होते हैं. इन्हीं में से एक क्रिया है नींद। सनातन धर्म के अनुसार दक्षिण दिशा में पैर कर नहीं सोना चाहिए। इससे कई नुकसान हो सकते हैं. इस दिशा में पैर कर सोने से शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से क्षय होता है. आइए जानते हैं इसके नुकसान।

दक्षिण दिशा में पैर कर सोने के ज्योतिष दोष

ज्योतिष के अनुसार दक्षिण दिशा कई कारणों से शुभ नहीं मानी गई है. दरअसल मृत व्यक्ति के शव को दक्षिण दिशा में पैर और उत्तर दिशा में सिर करके रखा जाता है. इस डायरेक्शन से उसकी ऊर्जा बाहर निकलती है. वहीं इसी दिशा में यमदूतों और दुष्टों का वास होता है. यह भी कहा जाता है कि दक्षिण दिशा में मंगल ग्रह है, जो कि बहुत क्रूर ग्रह है. इस दिशा में पैर कर सोने से भी मंगल दोष की संभावना बनती है. साथ ही कई नकारात्मक शक्तियां भी इसी दिशा में रहती हैं.

दक्षिण दिशा में पैर कर सोने के वैज्ञानिक दोष

Dakshin Disha Main Kyon Nahin Sona Chahie: विज्ञान का मानना है कि रात को सोते समय हमारे शरीर में चुंबकीय ऊर्जा का संचार होता है और पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव में चुंबकीय शक्ति है, जो दक्षिण से उत्तर की ओर बहती है. ऐसे में यदि कोई दक्षिण की तरफ पैर करके सोता है तो उसके शरीर की चुंबकीय ऊर्जा सिर की तरफ जाती है. इसके कारण जब आदमी उठता है तो उसे थकान, तनाव और कमजोरी महसूस होती है. इससे मनुष्य को आगे चलकर नींद की समस्या, सिर दर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं होने लगती हैं.

किस दिशा में पैर करके सोना चाहिए?

Kis Disha Main Pair Karke Sona Chahie: विज्ञान और वस्तु के अनुसार हमेशा उत्तर और पश्चिम दिशा में पैर करके सोना चाहिए। पूर्व दिशा में पैर कर सोने से सूर्य भगवान का अपमान होता है और चिंता की बीमारी जैसी समस्याएं होने लगती हैं. पश्चिम दिशा में पैर करके सोने से विद्या और विवेक में कुशलता आती है. और ज्ञान में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा उत्तर दिशा में पैर करके सोने से शांति, सेहत में विकास और लंबी आयु की प्राप्ति होती है.  

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