पूर्व सीईओ नीति आयोग अमिताभ कांत ने कहा, वेटलैंड के बिना पानी और भोजन प्राप्त करना बहुत मुश्किल होगा

नई दिल्ली, 2 जनवरी (आईएएनएस)। वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया ने वल्र्ड वेटलैंड डे पर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर दिल्ली में संवेदनशील समाज को वेटलैंड्स के कई मूल्यों के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम का एक आयोजन किया, और इस कार्यक्रम में बताया गया कि किस तरह पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और वेटलैंड्स को बचाने में समाज भूमिका निभा सकता है। वेटलैंड्स हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है, इस पर भी प्रकाश डाला गया।
पूर्व सीईओ नीति आयोग अमिताभ कांत ने कहा, वेटलैंड के बिना पानी और भोजन प्राप्त करना बहुत मुश्किल होगा
नई दिल्ली, 2 जनवरी (आईएएनएस)। वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया ने वल्र्ड वेटलैंड डे पर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर दिल्ली में संवेदनशील समाज को वेटलैंड्स के कई मूल्यों के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम का एक आयोजन किया, और इस कार्यक्रम में बताया गया कि किस तरह पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और वेटलैंड्स को बचाने में समाज भूमिका निभा सकता है। वेटलैंड्स हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है, इस पर भी प्रकाश डाला गया।

इस मौके पर जी 20 शेरपा और पूर्व सीईओ नीति आयोग ने कहा कि वेटलैंड हमारे ग्रह की जीवन समर्थन प्रणाली है। जो भोजन प्रदान करती है, वे पानी प्रदान करते हैं, वे दुनिया भर में लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करते हैं, और वास्तव में वेटलैंड के बिना पानी और भोजन प्राप्त करना बहुत मुश्किल होगा। हम और हमारा देश वेटलैंड की बहुत समृद्ध विविधता के लिए धन्य है।

आगे अमिताभ कांत ने स्थायी विकास के लिए वेटलैंड को बहाल करने के लिए पूरे समाज के ²ष्टिकोण और सकारात्मक कार्रवाई का आह्वान किया। वेटलैंड्स को जीवन-समर्थन प्रणालियों के रूप में मानते हुए, उन्होंने हमारे विकासात्मक प्रक्षेपवक्र पर वेटलैंड्स के बिगड़ते स्वास्थ्य के प्रभावों पर प्रकाश डाला। भारत के महत्व के 75वें वर्ष में वेटलैंड संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भारत के नेतृत्व को आद्र्रभूमि को सामाजिक संपत्ति के रूप में प्रदान करने और आद्र्रभूमि संरक्षण और बहाली के लिए और कदम उठाने के लिए एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में माना गया। उन्होंने वेटलैंड बहाली पर वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया द्वारा बनाए गए प्रकाशनों और विषयगत पोस्टर का विमोचन भी किया।

--आईएएनएस

एमजीएच/एएनएम

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