पेशाब करने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण, छिपाने की कोशिश की गई: डीजीसीए प्रमुख

उन्होंने कहा कि एयरलाइंस की ओर से प्रवर्तन की कमी के कारण यह घटना हुई।
डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन को उचित निर्देशों का पालन करने और नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं को पूरा करने का निर्देश दिया गया था।
इस मामले में (पेशाब करने की घटना का जिक्र करते हुए), कुमार ने कहा कि हर कोई विफल रहा क्योंकि मामले की रिपोर्ट नहीं की गई और लोगों ने इसे कवर करने की कोशिश की।
डीजीसीए ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि यह किसी की शरारत के कारण हुआ था और एयरलाइंस को बस घटना की रिपोर्ट करनी थी।
डीजीसीए ने एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था और पायलट-इन-कमांड का लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया था। गौरतलब है कि पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयार्क से नई दिल्ली की उड़ान के दौरान एक पुरुष यात्री ने एक महिला यात्री पर पेशाब कर दिया था।
निवर्तमान डीजीसीए ने अपने कार्यकाल की शुरुआत के दौरान इंजन की खराबी को सबसे गंभीर मुद्दा बताया, जिसका उन्होंने सामना किया।
कुमार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि दो प्रमुख एयरलाइनों के प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों में खराबी आ गई और संबंधित विमान निर्माता और इंजन निर्माता के साथ कई बैठकों के बाद सभी खराब इंजनों को बदल दिया गया।
--आईएएनएस
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