परफ्यूम का ज्यादा इस्तेमाल सेहत पर डाल सकता है असर

Excessive use of perfume can affect health, know the opinion of experts
 
परफ्यूम का ज्यादा इस्तेमाल सेहत पर डाल सकता है असर
गर्मी का मौसम आते ही शरीर से पसीने की बदबू को छिपाने के लिए अधिकतर लोग इत्र, बॉडी स्प्रे या परफ्यूम का सहारा लेते हैं। ये न केवल दिनभर ताजगी का अहसास देते हैं बल्कि अब ये फैशन का हिस्सा भी बन चुके हैं। हालांकि, खुशबू के इन उत्पादों में मौजूद रसायन आपकी त्वचा और सांस संबंधी स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इनका अत्यधिक उपयोग हानिकारक हो सकता है।

 परफ्यूम का चलन और बढ़ता क्रेज

बाजार में अलग-अलग ब्रांड और सुगंध वाले परफ्यूम उपलब्ध हैं। कुछ लोग इन्हें अपनी पर्सनैलिटी का हिस्सा मानते हैं और इनके बिना घर से बाहर नहीं निकलते। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि परफ्यूम के अत्यधिक इस्तेमाल से आपकी सेहत खतरे में पड़ सकती है?

 स्किन के लिए कितना हानिकारक है परफ्यूम?

त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. बी एल जांगिड़ के अनुसार, परफ्यूम में मौजूद केमिकल्स त्वचा को तीन प्रकार से नुकसान पहुँचा सकते हैं:

  1. एलर्जिक रिएक्शन – संवेदनशील त्वचा पर परफ्यूम लगाने से खुजली, रैशेज़ या जलन हो सकती है।

  2. फोटो डर्मेटोसिस – परफ्यूम के संपर्क में आने के बाद सूर्य की रोशनी से त्वचा पर चकत्ते या जलन हो सकती है।

  3. अल्कोहल से स्किन इरिटेशन – अधिकतर परफ्यूम में अल्कोहल मौजूद होता है, जिससे त्वचा सूख सकती है और जलन बढ़ सकती है।

 क्या परफ्यूम से जान का खतरा हो सकता है?

विशेषज्ञों का मानना है कि परफ्यूम से सीधे मृत्यु का खतरा नहीं होता। हालांकि, इसमें मौजूद कुछ सिंथेटिक या नैचुरल कंपाउंड्स अस्थमा के मरीजों के लिए समस्या बढ़ा सकते हैं। यानी जिन लोगों को सांस से जुड़ी तकलीफ है, उन्हें परफ्यूम से दूर रहना चाहिए।

 अधिक परफ्यूम लगाने से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?

  • त्वचा संबंधी एलर्जी या जलन

  • सांस लेने में तकलीफ या अस्थमा अटैक

  • माइग्रेन या सिरदर्द को ट्रिगर करना

  • साइनस इरिटेशन या आंखों में जलन

 

परफ्यूम खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

  • अस्थमा या रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम वालों को परफ्यूम से दूरी बनानी चाहिए।

  • यदि त्वचा संवेदनशील है या पहले से स्किन की समस्याएं हैं, तो प्रयोग से पहले पैच टेस्ट करें।

  • हमेशा सीमित मात्रा में परफ्यूम का प्रयोग करें, खासकर गर्दन और कपड़ों पर ही लगाएं, सीधी स्किन पर नहीं।

  • अल्कोहल-फ्री और हर्बल विकल्प को प्राथमिकता दें।

 क्या परफ्यूम में मौजूद केमिकल कैंसर का कारण बन सकते हैं?

अधिकतर शोधों के अनुसार, परफ्यूम में इस्तेमाल होने वाले केमिकल सुरक्षित माने जाते हैं और इनका सीधा संबंध कैंसर से नहीं है। हालांकि, हेल्थलाइन के मुताबिक, कई परफ्यूम, कोलोन और आफ्टरशेव में इथेनॉल और आइसोप्रोपिल अल्कोहल जैसे टॉक्सिक तत्व पाए जाते हैं, जो अधिक मात्रा (30ml से अधिक) में उपयोग करने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

 अगर आपको ये लक्षण दिखें तो अलर्ट हो जाएं

यदि किसी परफ्यूम को इस्तेमाल करने के बाद आपको लालपन, खुजली, छींकें या सांस लेने में दिक्कत होती है, तो संभव है कि आपको उस उत्पाद में मौजूद किसी कंपाउंड से एलर्जी हो। ऐसे में परफ्यूम को तुरंत बंद कर दें और त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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