नाक के बाल काटने से पहले यह जरूर जान लें, नहीं तो पछताना पड़ सकता है जीवनभर
अक्सर लोग अपनी साफ-सफाई की आदतों के चलते नाक के भीतर मौजूद बालों को कैंची से काट देते हैं या बेरहमी से उखाड़ फेंकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह छोटी सी आदत आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है? आइए जानें नाक के बालों को काटने के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं और इससे कैसे बचें।
नाक के बाल क्यों होते हैं जरूरी?
नाक के भीतर मौजूद छोटे-छोटे बाल हमारे श्वसन तंत्र के पहले सुरक्षा कवच की तरह काम करते हैं। जब हम सांस लेते हैं, तो ये बाल:
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बैक्टीरिया, वायरस और धूल के कणों को फिल्टर करते हैं,
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प्रदूषित हवा को अंदर जाने से रोकते हैं,
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और इस तरह फेफड़ों को बीमारियों से बचाते हैं।
इन बालों को पूरी तरह हटाने या बार-बार काटने से यह सुरक्षा ढाल कमजोर हो जाती है, जिससे फेफड़ों में संक्रमण और सांस से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
नाक के बाल उखाड़ना क्यों हो सकता है खतरनाक?
कुछ लोग नाक के बालों को हाथ से खींच कर उखाड़ देते हैं, जो कि बेहद हानिकारक है। इससे:
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नाक के अंदरूनी भाग में घाव हो सकता है,
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संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है,
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और विशेषज्ञों के अनुसार, आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ सकता है।
इसलिए अगर नाक के बाल असुविधा दे रहे हैं, तो उन्हें ट्रिम करना ज्यादा सुरक्षित होता है, न कि उखाड़ना।
नाक के रोगों से राहत के घरेलू उपाय
नाक से खून आना (नकसीर) या अन्य नाक संबंधी परेशानियों के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपाय आज़मा सकते हैं:
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ठंडे पानी से सिर धोएं: खून बहना तुरंत बंद होता है।
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धनिया या प्याज के रस की 2-3 बूंदें नाक में डालें।
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आंवला और घी का लेप नाक पर लगाएं।
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दूध में केला मथकर खाएं।
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रात में भिगोई हुई मुल्तानी मिट्टी नाक पर लगाएं।
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नींबू और आंवला का रस मिलाकर नाक में डालें।
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अनार के छिलकों या केले के पत्तों का रस भी नकसीर में फायदेमंद होता है।
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लस्सी या छाछ का सेवन करें।
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प्याज़ का गुनगुना रस नाक में डालें।
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धनिया रस में कपूर मिलाकर नाक में डालें।
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आंवला और मुलहठी चूर्ण को गाय के दूध के साथ लें।
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नाक पर फिटकरी का लेप लगाएं।
