क्या सर्दियों में पपीता खाना चाहिए? तासीर और फायदे
पपीता एक ऐसा फल है जो लगभग पूरे वर्ष बाज़ार में उपलब्ध रहता है, और सर्दियों में इसका सेवन अक्सर बढ़ जाता है। इसे 'सेहत का खजाना' भी कहा जाता है, जिसके कारण अन्य फलों की तुलना में इसका सेवन अधिक किया जाता है। कई लोगों को यह दुविधा रहती है कि सर्दियों में पपीते का सेवन करना चाहिए या नहीं, खासकर इसकी तासीर को लेकर। आइए जानते हैं कि पपीते की तासीर कैसी होती है और सर्दियों में इसका सेवन क्यों फायदेमंद है।
पपीता की तासीर ठंडी होती है या गर्म?
आयुर्वेद के अनुसार, पपीते की तासीर गर्म (Hot) होती है।
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शरीर पर प्रभाव: स्वभाव से गर्म होने के कारण यह शरीर में गर्मी पैदा करता है।
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दोषों पर प्रभाव: यह वात (Vata) और कफ (Kapha) दोषों को शांत करने में सहायक होता है।
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स्वास्थ्य लाभ: यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है और पाचन क्रिया, लिवर तथा आँतों के लिए अच्छा माना जाता है।
क्या सर्दियों में पपीते का सेवन करना चाहिए?
हाँ, सर्दियों में पपीते का सेवन करना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।पपीते को सर्दियों के लिए एक अच्छा फल माना जाता है। इसकी गर्म तासीर ठंड के मौसम में शरीर को अंदर से गरमाहट देने में मदद करती है।
सर्दियों में पपीता खाने के प्रमुख फायदे
पपीता विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो सर्दियों की कई समस्याओं से लड़ने में मदद करता है
| फायदा | विवरण |
| पाचन में सुधार | सर्दियों में पाचन अक्सर धीमा हो जाता है। पपीते में मौजूद एंजाइम और इसकी गर्म तासीर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखती है और कब्ज से राहत दिलाती है। |
| इम्यूनिटी बूस्ट | विटामिन-सी (Vitamin C) से भरपूर होने के कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके सेवन से सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी मौसमी बीमारियों का खतरा कम रहता है। |
| डिटॉक्सिफिकेशन | यह शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स (विषाक्त पदार्थों) को बाहर निकालने में सहायता करता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है। |
| त्वचा और आँखों के लिए | यह विटामिन-ए का अच्छा स्रोत है। यह सर्दियों में त्वचा को स्वस्थ और आँखों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। |
