Astro tips मनोबल में कमी है ? कांफिडेंस की है कमी तो करें चंद्रमा के उपाय ,दुनिया सुनेगीं आपकी बातों को

 
chandrama ke upay

 

मन विचलित क्यों रहता है ?

जिस भी व्यक्ति को अपने कॉन्फिडेंस में कमी दिखती हो कोई भी निर्णय लेने से पहले कई बार सोचना पड़ता हो मन विचलित रहता हो कई बार डिप्रेशन का भी शिकार हो जाता है तो ऐसे व्यक्ति को अपनी कुंडली का विवेचन करवाना चाहिए क्योंकि यह सारी स्थितियां चंद्रमा के कमजोर होने के लक्षण हैं और चंदवा जिस भी व्यक्ति का कमजोर होता है तो उस व्यक्ति के सुखों में कमी होती है माता का स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है जिसको भी अपने इस तरीके से लक्षण दिखते हैं उसको अपनी माता का विशेष ख्याल रखना चाहिए उनका आशीर्वाद लेने से ही उनके सुख सुविधाओं का ध्यान देना चाहिए इससे चंद्रमा के शुभ परिणाम दिखने शुरू हो जाते हैं और यही शायद सबसे आसान उपाय है कि कोई भी व्यक्ति अपने चंद्रमा को सही करके निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ा सकता है कॉन्फिडेंस में काफी बढ़ोतरी होती है जितने भी वाकपटु होते बोलने में बहुत ही माहिर होते हैं उनका चंद्रमा बहुत ही स्ट्रांग होता है उनका मनोबल काफी बड़ा रहता है ऐसे लोगों को जिनको कई बार बहुत अच्छी नॉलेज होने के बावजूद वह अपनी बातों को सही तरीके से तुझे नहीं कर पाते तो निश्चित तौर पर उनके चंद्रमा में कहीं ना कहीं कमी है उन्हें उसका उपाय करना चाहिए और जिस दिन कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ जाएगा उस दिन अपनी बातों को बहुत ही बेहतर ढंग से रख पाएंगे कम जानकारी होने के बावजूद अपनी बातों को प्रमाणित कर सकेंगे इसलिए चंद्रमा को मजबूत करना और चंद्रमा की स्थिति कुंडली में देखना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।



चंद्रमा को मजबूत कैसे करें ?

चंद्रमा को मजबूत करने के लिए सोमवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करें और सोमवार को ही दिन तस्वीर खाने से चंद्रमा मजबूत होता है अगर चांदी के बर्तन में पानी पिया जाए तो उससे भी चंद्र मजबूत होता है चांदी का कोई भी अपने गले में दिया अंगूठी में कोई जेवर अगर आप पहनते हैं तो चंदवा उससे भी मजबूत होता है।


चंद्रमा के लिए किस मंत्र का जाप करें?

जिन लोगों का भी चंद्रमा कमजोर है उनको सोमवार के दिन ओम श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम: मंत्र का जाप एक माला रोज करें तो और भी अच्छे लाभ मिलेंगे और अगर रोज नहीं कर सकते तो इस मंत्र का जाप सोमवार के दिन जरूर करें जिससे चंद्रमा मजबूत होगा और उसके लाभ होंगे.


केमद्रुम योग क्या है ?

ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि किसी के भी कुंडली में केमद्रुम योग कब बनता है जब चंद्रमा से एक घर आगे और एक घर पीछे कोई भी ग्रह नहीं होते हैं तो केवल रूम योग बनता है और यह भी कहा जाता है कि द्वितीय और द्वादश भाव में अगर विग्रह नहीं है तब भी केमद्रुम योग बनता है ज्योतिष शास्त्र में केंद्रों में योग को अशोक कारक योग के बारे में कहा गया है लेकिन उसी जगह कई ज्योतिषियों की राय इस मामले में भिन्न है उनका कहना है कि त्रिवेंद्रुम योग आदमी को संघर्षशील बनाता है और संघर्ष के बाद उसको अच्छी सफलता मिलती है इसको हमेशा एक नकारात्मक रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।


 


चंद्रमा ग्रह के अच्छे या खराब होने पर क्या होता है ?

किसी के भी कुंडली में अगर चंद्रमा ग्रह अच्छे स्थान पर है सुविधा प्रदान कर रहा है शुभ ग्रहों के साथ है शुभ ग्रहों के साथ उसकी युति बन रहे हैं तो उसका जीवन काफी अच्छा रहेगा सारे सुख और आराम उस को मिलते हैं लेकिन अगर किसी के भी कुंडली में आधा चंद्रमा खराब है तो सुख सुविधाओं में कमी आती है धन अर्जित करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है कामरु के रहते हैं अटके रहते हैं खासकर के धन आने की संभावना बनते बनते फिर काम रुक जाता है क्योंकि चंद्रमा मन का कारक ग्रह है इसलिए किसी भी काम में मन तब नहीं लगता है जब चंद्रमा शुभ स्थान पर नहीं होता है।

 

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