संतो के दर्शन मात्र से ही पाप का नाश हो जाता है: विजय कौशल जी महाराज

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
खरगूपुर गोंडा। स्वामी सर्वदानंद बालिका विद्यालय बेंदुली इटियाथोक में चल रही श्रीराम कथा के सातवें दिन विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि भगवान की दृष्टि हमारे ऊपर तभी पड़ेगी जब हमारे कर्म और आचरण श्रेष्ठ होंगे।हमारी भक्ति व भजन में उत्तरोत्तर वृद्धि तभी हो सकती है जब किसी संत का मार्गदर्शन हमारे साथ हो।किसी को सुख देना ही सच्ची सेवा है।हमेशा सत्कर्मों पर ही चले।

भौतिकतावादी बनकर दिखावा करने की आवश्यकता नहीं है।संतो के दर्शन मात्र से ही पाप का नाश हो जाता है।उन्होंने कहा कि आज के समय में संसार में दुख अशांति तनाव और अनिद्रा जैसी विकृतियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं।

भगवान श्रीराम का संपूर्ण जीवन ही मानव मात्र और समाज के लिए एक ऐसा उदाहरण है,जिस पर चलकर परिवार और समाज को ही नहीं समूचे राष्ट्र को स्वच्छ और समानता पूर्ण बनाया जा सकता है।
