नया परिक्रमा मार्ग को निरस्त कर पौराणिक सांस्कृतिक विरासत को कायम करके पुण्य के भागी बनें:डॉ. स्वामी भगवदाचार्य 

Swami bhagwatachary
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। गोंडा के तुलसी जन्मभूमि राजापुर एवं जम्बूद्वीप तीर्थ को अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में सम्मिलित करने का अभियान प्रारंभ प्राचीन पौराणिक अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा भगवान राम के समय से ही चली आ रही है। अयोध्या नगरी का दिव्य एवं भव्य सौंदर्यीकरण हो रहा है। भगवान श्री राम की पावन जन्मभूमि समग्र विश्व के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है, परंतु दुर्भाग्य की बात है कि अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा से कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने इन स्थानों को हटवा दिया है। इसके साथ ही अपने फायदे के लिए नया स्थान को जुड़वा दिया है जिस पर आज तक कभी भी परिक्रमा नहीं थी । प्रतिवर्ष देश-विदेश के श्रद्धालु भक्तगण, साधु संतों, शोधार्थियों और पर्यटकों के द्वारा परिक्रमा की जाती है। 9 लाख वर्षों से चली आ रही पुरातन अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में जम्बूद्वीप तीर्थ और तुलसी जन्मभूमि राजापुर सूकरखेत गोंडा परिक्रमा में सम्मिलित था। यहां परिक्रमा के यात्रीगणों का पड़ाव और भोज भंडारा का कार्यक्रम होता था। गजट में प्रकाशित नया परिक्रमा मार्ग पर खंभे गड़ना शुरू हो गया है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए श्री तुलसी जन्मभूमि न्यास एवं सनातन धर्म परिषद ने अपने अभियान को तीव्र गति प्रदान कर दिया है । अतः श्री राम कुमार सोनी परसपुर, सांवल प्रसाद चौधरी तुलसी जन्मभूमि राजापुर, श्री अशोक कुमार सिंह राजापुर, श्री ओमप्रकाश पांडेय, डॉक्टर हनुमान प्रसाद दुबे जम्मू द्वीप, डॉक्टर ए. के. सिंह परसपुर श्री एस. रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर और जम्बूद्वीप को पूर्व की भांति अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में सम्मिलित कर जनमानस की भावना का सम्मान करते हुए नया परिक्रमा मार्ग को निरस्त कर पौराणिक सांस्कृतिक विरासत को कायम करके पुण्य के भागी बनें। डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने उक्त जानकारी दी। के. सिंह एडवोकेट, , विश्व साधु परिषद और अयोध्या विद्वत्परिषद् भी इस अभियान में सम्मिलित हो गया है। अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में सम्मिलित करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, कैबिनेट सचिव सेक्रेटिएट नई दिल्ली तथा प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह,जिलाधिकारी गोंडा, अपर मुख्य सचिव राजस्व, अपर मुख्य सचिव पर्यटन, श्री चंपतराय अयोध्या, श्री लल्लू सिंह सांसद अयोध्या को अवगत कराया गया है कि अति शीघ्र श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर और जम्बूद्वीप को पूर्व की भांति अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा में सम्मिलित कर जनमानस की भावना का सम्मान करते हुए नया परिक्रमा मार्ग को निरस्त कर पौराणिक सांस्कृतिक विरासत को कायम करके पुण्य के भागी बनें। डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने उक्त जानकारी दी।

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