दुल्हन ही दहेज है दहेज रुपी दानव हमारे समाज को खोखला कर रहा है।

श्री देवी पाटन महंन्थ योगी मिथिलेश नाथ महराज ने व्यासपीठ का पूजन कर तृतीय दिवस का कथा शुभारम्भ कराया।
बलरामपुर के आबर पेगापुर प्रचीन समय माता मंदिर परिसर में चल रही संगीतमय श्री राम कथा एंव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तृतीय में अयोध्या धाम से पधारे प्रेम मूर्ति युवा संत सर्वेश जी महराज ने कहा कि दुल्हन ही दहेज हैं दहेज रूपी दानव हमारे समाज समाज को खोखला कर रहा है विवाह प्रसंग में राजा हिमांचल अपनी पार्वती जी का और शिव जी के हाथ में देते हैं और विदा किया माता पार्वती जी को समझा कर विदा किया और ये कह कर की करेहू सदा शंकर पद पूजा नारी धरम पति देव ना दूजा बाबा शिव जी के चरण में सेवा का भाव रखना और खुश रखना मां पार्वती ने शिवजी से राम कथा पूछी तुलसी दास जी मानस में लिखते हैं नाथ धरेऊ नर तन केही हेतु मोहि समुझाई कहऊ वृष केतु और राम कथा सुनाई अनेक कारण राम जन्म के बताए मां पार्वती को इस दौरान मौजूद रहेंगे
आज भोले नाथ की शादी है जो सबकी करवाए उस भगवान की शादी है से गूंजा पांडाल।
उक्त अवसर पर परम पूज्य महंत मिथलेश नाथ योगी अनिल जी भाई साहब जिला प्रचारक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,राम कृपाल शुक्ला,वरिष्ठ भाजपा नेता,डी पी सिंह बैस,राकेश तिवारी ब्लाक प्रमुख,पत्रकार भानु तिवारी,शुभेंद्र गौरव,शिवम मिश्रा,के के सिंह,फौजी जी भाईसाहब अंकित त्रिपाठी सहित सैकड़ों की संख्या में गांववासी एवम् कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे ।।